UPRTOU में 28 हजार विद्यार्थियों को मिली उपाधि:दीक्षांत समारोह में उमा यादव को मिला कुलाधिपति स्वर्ण पदक, राज्यपाल ने दिए मेडल

उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज का 20वां दीक्षांत समारोह सोमवार को सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की। उन्होंने कुलाधिपति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र अयोध्या से संबद्ध स्नातक विज्ञान की छात्रा उमा यादव को दिया। उमा ने बीएससी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की तथा वे समस्त विद्याशाखाओं की स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में उत्तीर्ण समस्त स्नातक एवं परास्नातक शिक्षार्थियों में सर्वश्रेष्ठ रहीं। 28 हजार विद्यार्थियों को उपाधि भी दी गई। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के लक्ष्य की प्राप्ति में मुक्त विश्वविद्यालय की भूमिका महत्वपूर्ण है। समाज के कम से कम 50% युवाओं की पहुंच उच्च शिक्षा तक होनी चाहिए। इसमें मुक्त विश्वविद्यालय को अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय यह कार्य अपने क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से पूरा कर सकता है। दूरस्थ शिक्षा की गुणवत्ता के लिए ऑनलाइन सुविधाओं का अधिक से अधिक उपयोग किया जाना चाहिए। “विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं युवा” मुख्य अतिथि प्रोफेसर उमा कांजीलाल, कुलपति, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली ने कहा कि इस समय युवा ही विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए युवाओं को अपनी समस्त ऊर्जा का उपयोग देश के विकास के लिए करना चाहिए। प्रोफेसर कांजीलाल ने कहा कि इस दौर में भारत अंतरिक्ष विज्ञान, कृषि, सुरक्षा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर रहा है। हमें भी इसमें अपना योगदान देना है। आधुनिक विज्ञान और तकनीकी ज्ञान जरूरी: योगेंद्र उपाध्याय विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने उपाधि एवं स्वर्ण पदक प्राप्त शिक्षार्थियों से कहा कि वैश्वीकरण के इस युग में उन्हें आधुनिक विज्ञान और तकनीक का ज्ञान अर्जित करना होगा। ऑनलाइन शिक्षा, डिजिटल पुस्तकालय, वर्चुअल लैब्स और स्मार्ट क्लासरूम जैसी सुविधाएं शिक्षा के स्वरूप को बदल रही है। मुक्त विश्वविद्यालय का महत्व इसी कारण और भी बढ़ गया है क्योंकि यह उन विद्यार्थियों तक दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा पहुंचा रहा है। विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री, रजनी तिवारी ने कहा कि शिक्षा का वास्तविक अर्थ ज्ञान को जीवन से जोड़ना है। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि वह मूल्य और संस्कार को आत्मसात करते हुए अपने व्यक्तित्व को ऐसा बनाएं जो समाज और राष्ट्र के लिए उपयोगी हो। 28 मेधावियों को मिला स्वर्ण पदक समारोह में विभिन्न विद्याशाखाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों को 27 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये, जिनमें 15 स्वर्ण पदक छात्राओं तथा 12 स्वर्ण पदक छात्रों ने प्राप्त किए। 28421 शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी, जिसमें 17268 पुरूष, 1 ट्रांस्जेंडर तथा 11152 महिला शिक्षार्थी हैं। इस अवसर पर उपाधियों एवं अंकपत्रों को डिजीलॉकर में अपलोड कर प्रसारित किया गया। इसके साथ ही राज्यपाल एवं कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक इस बार स्नातकोत्तर वर्ग में विद्याशाखाओं के 07 टापर्स को दिए। जिसमें मानविकी विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से सम्बद्ध एमए (संस्कृत) की छात्रा सविता प्रजापति, समाज विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक प्रयागराज क्षेत्रीय केंद्र से संबद्ध एमए. (राजनीति विज्ञान) के छात्र आदित्य तिवारी, प्रबंध अध्ययन विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज से सम्बद्ध एमबीए की छात्रा सृष्टि यादव, कंप्यूटर एवं सूचना विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक प्रयागराज क्षेत्रीय केंद्र से संबद्ध एमसीए के छात्र सुश्रुत कुमार पाण्डेय, शिक्षा विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध एमए (शिक्षा शास्त्र) के छात्र गिरजा शंकर, विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, आगरा से संबद्ध एमएससी (जैव रसायन) के छात्र सोमेश भारद्वाज, स्वास्थ्य विज्ञान विद्याशाखा से विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ से संबद्ध एमएससी (फूड एंड न्यूट्रीशन) की छात्रा नेहा कनौजिया प्रमुख रहीं। इन 12 मेधावियों को दानदाता स्वर्ण पदक बाबू ओमप्रकाश गुप्त स्मृति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध बीएड की छात्रा श्वेता सिंह, जोहरा अहमद मिर्जा स्मृति स्वर्ण पदक प्रयागराज क्षेत्रीय केंद्र से संबद्ध एमसीए की छात्रा अंकिता कुमारी, कैलाशपत नेवेटिया स्मृति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज से संबद्ध एमबीए की छात्रा सृष्टि यादव, स्व. अनिल मीना चक्रवर्ती स्मृति स्वर्ण पदक स्नातक वर्ग में क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या़ से संबद्ध स्नातक कला के छात्र उत्कर्ष पाण्डेय, अनिल मीना चक्रवर्ती स्मृति स्वर्ण पदक स्नातकोत्तर वर्ग में क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज से संबद्ध एमए (राजनीति विज्ञान) के छात्र आदित्य तिवारी, प्रो. एम पी. दुबे पर्यावरण/गांधी चिचंत एवं शान्ति अध्ययन उत्कृष्टता स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध स्नातक कला के छात्र उत्कर्ष पाण्डेय, प्रो. एमपी दुबे दिव्यांग मेधा स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध बीएड की दामिनी सिंह, महान राष्ट्रकवि श्रद्धेय पं. सोहन लाल द्विवेदी स्मृति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध एमए (हिंदी) के छात्र रत्नेश द्विवेदी, स्वर्गीय प्रो. सुशील प्रकाश गुप्ता स्मृति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध बीएड की छात्रा श्वेता सिंह, श्री संतोष कुमार दीक्षित स्मृति स्वर्ण पदक महिला वर्ग में क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज से संबद्ध एमबीए की छात्रा सृष्टि यादव, स्व. चारूल पाण्डेय स्मृति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ से संबद्ध स्नातकोत्तर (फूड एण्ड न्यूट्रीशन) की छात्रा नेहा कनौजिया तथा स्व. डॉ. मुरली धर तिवारी स्मृति स्वर्णपदक क्षेत्रीय केंद्र, अयोध्या से संबद्ध बीएससी0 (स्नातक विज्ञान) की छात्रा उमा यादव प्रमुख रहीं।

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर