IIT कानपुर और BOB ने हैकाथॉन 2025 का किया आयोजन:डिजिटल बैंकिंग और साइबर सुरक्षा को मिली नई दिशा, नए समाधान निकालने को किया प्रेरित

IIT कानपुर और बैंक ऑफ बड़ौदा के सहयोग से आयोजित बैंक ऑफ बड़ौदा हैकाथॉन 2025 का भव्य समापन मंगलवार को आईआईटी कानपुर में हुआ। हैकाथॉन का मुख्य उद्देश्य “डिजिटल बैंकिंग में जीरो ट्रस्ट सिक्योरिटी” के क्षेत्र में नए और व्यावहारिक समाधान तैयार करना था। 420 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए
प्रतियोगिता में कुल 420 से अधिक प्रतिभागी, 200 टीमें और 50 से अधिक नवाचारी समाधान इस प्रतियोगिता में शामिल हुए। कई चरणों में मूल्यांकन के बाद शीर्ष 10 टीमों का चयन किया गया, जिन्होंने ग्रैंड फिनाले में अपने अभिनव विचार प्रस्तुत किए। इन टीमों ने बैंकिंग सुरक्षा को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न तकनीकी समाधान पेश किए, जिनमें यूजर और एंटिटी बिहेवियर एनालिटिक्स (UEBA) आधारित फ्रॉड प्रिवेंशन, एआई संचालित धोखाधड़ी रोकथाम प्लेटफॉर्म, वॉइस और पहचान सुरक्षा समाधान, उन्नत रियल-टाइम थ्रेट डिटेक्शन मॉडल और बैंकों के लिए विशेष साइबर सुरक्षा जैसी चीजें शामिल थी। अनुसंधान और उद्योग जगत के बीच दूरी कम करेगा प्रो. अंकुश शर्मा ने कहा कि ऐसे हैकाथॉन अकादमिक अनुसंधान और उद्योग जगत के बीच की दूरी को कम करने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि यहां प्रस्तुत विचार भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाते हैं, जो डिजिटल सुरक्षा, फिनटेक और स्मार्ट बैंकिंग में देश को अग्रणी बना रहे हैं। एसआईआईसी के प्रोफेसर-इन-चार्ज प्रो. दीपू फिलिप ने कहा कि एसआईआईसी का उद्देश्य सदैव नए विचारों को व्यावहारिक समाधान में बदलना रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी सौरभ शुक्ला ने कहा कि बैंक हमेशा तकनीक को अपनाने में आगे रहा है। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद 3 सर्वश्रेष्ठ टीमों का चयन
प्रथम पुरस्कार टीम 200_OK (टीम 200_ओके) को मिला। द्वितीय पुरस्कार टीम बॉब द बिल्डर को दिया गया। तृतीय पुरस्कार टीम प्वन्ड कैपिबारा को प्रदान किया गया। इसके अलावा टीम टेक सैवी को प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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