CDO के नाम पर घूस मांगने वाले पर एक्शन नहीं:मुरादाबाद में जिला कृषि अधिकारी ने पगड़ी पहनाकर सुलटा लिए खुद पर लगे घूसखोरी के आरोप
बेशक करप्शन को लेकर योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति हो, लेकिन मुरादाबाद जिले में तस्वीर इससे थोड़ी जुदा है। मुरादाबाद में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के नाम पर घूस मांगने वाले जिला कृषि अधिकारी पर एक महीना बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वो भी तब जबकि पीड़ित किसान ने कलेक्ट्रेट में आयोजित भरे किसान दिवस में सुबूतों के साथ घूसखोरी की शिकायत की थी। किसान ने घूस मांगे जाने का ऑडियो भी मुख्य विकास अधिकारी मृणाली अविनाश जोशी को सौंपा था। लेकिन इसके बावजूद आरोपी जिला कृषि अधिकारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मामले को निपटाने के लिए शिकायत करने वाले किसान को आरोपी जिला कृषि अधिकारी ने पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया है। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम के बाद शिकायत करने वाले किसान का लहजा भी नरम पड़ गया है। ऐसे में जाहिर है कि रिश्वत मांगने वाले जिला कृषि अधिकारी को मामले को मैनेज करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिए गए। इस मामले में विकास विभाग के अफसरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल ये भी है कि आखिर अपने नाम का दुरुपयोग कर किसान से रकम की डिमांड करने वाले एक जिला स्तरीय अधिकारी के खिलाफ सीडीओ ने अभी तक कोई कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की। सीडीओ मृणाली अविनाश जोशी एक आईएएस अधिकारी हैं। सवाल ये भी है कि एक आईएएस अधिकारी की नाक के नीचे कैसे विकास भवन में तैयार हुए गौरव गलियारा में किसी अधिकारी ने भ्रष्टाचार करने का दुस्साहस कर लिया। किसान ने किसान दिवस में सीडीओ को सुनाया था ऑडियो बिलारी के गांव सरकड़ा निवासी आरेन्द्र बडगोती पुत्र ऊदल सिंह गौ आधारित खेती करते हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में काफी काम किया है। जिसकी वजह से कृषि विभाग ने उनकी तस्वीर विकास भवन में बने गौरव गलियारा में लगवाई है। विकास भवन में तैयार किए गए गौरव गलियारा में विभिन्न् क्षेत्रों में उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले 12 लोगों की तस्वीरें लगी हैं। करीब एक महीना पहले कलेक्ट्रेट में सीडीओ मृणाली अविनाश जोशी की अध्यक्षता में आयोजित किसान दिवस में किसान आरेंद्र बड़गोती ने आरोप लगाया था कि विकास भवन में गौरव गलियारा में फोटो लगवाने की एवज में जिला कृषि अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिंह उनसे 5 हजार रुपए की घूस मांग रहे थे। बार-बार कह रहे थे कि पैसा सीडीओ को पहुंचाना है। सीडीओ के अधीनस्थ इसके लिए बार-बार फोन कर रहे हैं। किसान ने जिला कृषि अधिकारी की सारी बातें रिकॉर्ड कर लीं। इसी ऑडियो काे उन्होंने किसान दिवस में प्ले कर दिया। जिससे खलबली मच गई। जिला कृृषि अधिकारी ने माफी मांगी थी ऑडियो में घूसखोरी के आरोपों की पुष्टि होने के बाद जिला कृषि अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिंह ने किसान दिवस में माफी मांग ली थी। बहरहाल सीडीओ ने पूरे मामले की जांच करने के लिए एक कमेटी गठित की थी। लेकिन इस कमेटी की जांच पूरी हुई या नहीं, क्या कार्रवाई हुई? ये अभी तक पता नहीं चला। बहरहाल इतना साफ है कि सारे सुबूत होने के बावजूद जिला कृषि अधिकारी के खिलाफ अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। खास तौर पर ऐसे में और भी इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए थी,जबकि रिश्वत एक आईएएस अधिकारी के नाम का दुरुपयोग करके मांगी जा रही हो। लेकिन इस सबके बावजूद अधिकारियों का रवैय्या इस मामले में लीपापोती करने वाला ही है। एक्शन से बचने के लिए अफसर का पगड़ी मैनेजमेंट शनिवार को प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि विकास योजना के लाइव स्ट्रीमिंग कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी मुरादाबाद डॉक्टर राजेंद्र पाल सिंह ने उनके ऊपर घूसखोरी के आरोप लगाने वाले किसान आरेन्द्र बडगोती को आमंत्रित किया। विकास भवन मुरादाबाद में आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों के सामने जिला कृषि अधिकारी ने किसान आरेंद्र बड़गोती को पगड़ी और शॉल पहनाकर सम्मानित किया। किसान ने मीडिया को ये भी बताया कि अधिकारियों ने इस मामले में समझौते की पहल की है। लेकिन फिलहाल उन्होंने अपनी शिकायत वापस नहीं ली है।
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