BHU में भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों की नाराजगी:केन्द्रीय राज्य शिक्षा मंत्री को दिया ज्ञापन, बोले – लंबे समय एक पद पर बने अधिकारियों को हटाया जाये

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर दर्जनों छात्रों ने लक्ष्मण दास अतिथि गृह बीएचयू में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार से मुलाकात कर एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की। छात्र बोले- लंबे समय से कार्यरत पदाधिकारियों को हटाया जाए छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में कई अधिकारी व कर्मचारी वर्षों से एक ही पद पर जमे हुए हैं, जिससे प्रशासनिक पारदर्शिता प्रभावित हुई है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है। छात्र प्रतिनिधि डॉ. कुंवर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा बीएचयू में लम्बे समय से अनियमितताएँ चल रही हैं, और यदि समय रहते इन पर रोक नहीं लगाई गई, तो विश्वविद्यालय की साख खतरे में पड़ जाएगी। घोटालों की लिस्ट मंत्री को‌ दी छात्रों ने विशेष रूप से कंप्यूटर सेंटर में करोड़ों रुपये के कथित घोटाले की ओर ध्यान दिलाया। डॉ. मृत्युंजय तिवारी ने इस मामले को गंभीर वित्तीय अपराध बताते हुए उच्चस्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग की। छात्र नेता अश्विनी राय ने कहा कि वर्षों तक एक ही पद पर अधिकारियों का जमे रहना भ्रष्टाचार की जड़ है और यह विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को कमजोर करता है। छात्रों ने ठोस कार्रवाई की उठाई मांग छात्र नेता सुजीत पासवान ने प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा दिल्ली की नजर होने के बावजूद बीएचयू प्रशासन अपनी मर्जी से काम कर रहा है, जिससे विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। छात्र नेता शुभम तिवारी ने कहा कि जब तक भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। अभय सिंह ने ट्रामा सेंटर में व्याप्त अनियमितताओं और प्रभारी के खिलाफ कोई ठोस कदम न उठाए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कई बार शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई, जिससे यह प्रतीत होता है कि भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया जा रहा है। ये स्टूडेंट्स हुए शामिल ज्ञापन सौंपने वाले छात्रों में हर्ष तिवारी, अभिषेक कुमार सिंह, हिमांशु राय, शाश्वत चतुर्वेदी, विशाल पासवान, सत्यम राय, आशुतोष शुक्ला, आदित्य तोमर सहित दर्जनों छात्र शामिल थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यह आंदोलन केवल बीएचयू नहीं, बल्कि समूचे शिक्षा तंत्र को शुद्ध करने की दिशा में एक प्रयास है।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर