AAP ने सीजेआई पर जूता फेंकने का विरोध किया:राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की, कहा- ये शर्मनाक

जौनपुर के कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) पर जूता फेंकने के प्रयास की कड़ी निंदा की। कार्यकर्ताओं ने इस घटना को संवैधानिक पद का अपमान बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह को राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। AAP के कांशी प्रांत प्रभारी अनुराग मिश्रा ने इस घटना को ‘शर्मनाक और निंदनीय’ बताया। उन्होंने कहा कि यह स्वतंत्र न्यायपालिका और बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा स्थापित संविधान पर सीधा हमला है। मिश्रा ने इसे एक ‘षड्यंत्र का हिस्सा’ करार दिया। पार्टी ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे समाज में विभाजन पैदा करने वाली शक्तियां, सरकार और उसकी ‘मातृ संस्था’ शामिल हैं। AAP के अनुसार, न्यायाधीश पर जूता फेंकने का प्रयास कानून के शासन का खुला उल्लंघन है। इसके बाद गले में हांडी बांधने जैसे पुराने, अपमानजनक चलन की याद दिलाने वाले वीडियो फैलाए गए, जिनका उद्देश्य दलितों और पिछड़ों के सम्मान को ठेस पहुंचाना था। अनुराग मिश्रा ने आगे कहा कि यह देश के सर्वोच्च न्यायिक पद पर बैठे एक दलित के बेटे का ‘जानबूझकर किया गया अपमान’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके ‘संरक्षण प्राप्त अराजक तत्वों’ द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। मिश्रा ने इस ‘गंभीर संवैधानिक अपमान’ पर भाजपा सरकार और उसके प्रमुख नेताओं की चुप्पी को ‘अत्यंत चिंताजनक’ बताया।AAP ने यह भी आरोप लगाया कि मीडिया में टिप्पणी के बाद आरोपी ने ‘सरकार भी हमारी, सिस्टम भी हमारा’ जैसे बयान दिए। पार्टी का दावा है कि बाद में उसे थाने से छुड़ाकर भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय ले जाया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस ‘नफरती कार्रवाई’ को मोदी सरकार का संरक्षण प्राप्त है। AAP ने कहा कि भाजपा सरकार की यह निष्क्रियता देश में जातिगत भेदभाव और संवैधानिक पदों के अपमान को बढ़ावा दे रही है।

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/biSOhAN