80 हजार की ठगी करने वाला हाथरस का सिपाही गिरफ्तार:फिरोजाबाद में दो जनसेवा केंद्र संचालकों को बनाया निशाना, एक माह से थी तलाश

फिरोजाबाद पुलिस ने एक महीने पहले शहर के दो जनसेवा केंद्र संचालकों से 80 हजार रुपए की ठगी करने वाले हाथरस के निलंबित सिपाही गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। उसे रात में चनौरा पुल के पास से पकड़ा गया। आठ सितंबर को सिपाही गजेंद्र सिंह ने पहली घटना सुबह 11 बजे थाना उत्तर से करीब सौ मीटर दूर स्थित जनसेवा केंद्र संचालक दीपक गुप्ता के साथ की थी। उसने अपने मोबाइल पर 20 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए थे। गजेंद्र ने दीपक से कहा था कि उसका एक साथी आ रहा है जो पैसे लाकर देगा। उसकी वर्दी पर ‘गजेंद्र सिंह’ नेमप्लेट लगी थी और उसने खुद को थाना दक्षिण की एसओजी टीम का सिपाही बताया था। पुलिस कर रही थी तलाश एक घंटे बाद दोपहर 12 बजे उसने रामगढ़ के रैपुरा रोड पर जनसेवा केंद्र संचालक राकेश कुमार को भी निशाना बनाया। वहां भी उसने खुद को एसओजी का सिपाही बताकर तीन बार में कुल 60 हजार रुपए अपने ऑनलाइन खाते में डलवा लिए थे। मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जांच शुरू हुई। सीसीटीवी फुटेज की मदद से सिपाही की पहचान गजेंद्र सिंह के रूप में हुई, जो इटावा जनपद के जसवंत नगर थाना क्षेत्र के नगला नरिया गांव का निवासी है। जांच में पता चला कि गजेंद्र की तैनाती हाथरस पुलिस लाइन में थी और उसे पहले ही निलंबित किया जा चुका था। पुलिस ने नगदी बरामद किए इंस्पेक्टर संजीव दुबे ने बताया कि गजेंद्र को चनौरा पुल के पास से गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान उसके पास से 30 हजार रुपए बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपी सिपाही गजेंद्र सिंह पर हाथरस में भी ठगी के तीन अन्य मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हाथरस गेट थाने में एक और मुरसान थाने में दो मामले शामिल हैं। उसने जनसेवा केंद्र संचालक योगेश कुमार से 30 हजार रुपये, डीएम की सुरक्षा में तैनात सिपाही ओमवीर से पिता की बीमारी का बहाना कर 70 हजार रुपए और दुकानदार प्रदीप कुमार से 10 हजार रुपए की ठगी की थी। योगेश की शिकायत के बाद ही जांच हुई थी, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया था।

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