51 दिन बाद भी पहेली बनी तीन बच्चों की मौत:3 अगस्त को सिवालखास से हुए लापता, अगले दिन प्लॉट में तैरते मिले थे शव

जानी के सिवालखास में 3 अगस्त को हुई तीन बच्चों की मौत 51 दिन बीतने के बाद भी पहेली बनी है। तमाम बिंदुओं पर जांच पूरी करने के बाद पुलिस थक चुकी है। फिलहाल मामला एफएसएल के पाले में हैं, जिसकी रिपोर्ट का सभी को इंतजार है। अफसर दावा तो नहीं कर रहे लेकिन उनका मानना है कि जिन संभावनाओं को ध्यान में रखकर यह जांच कराई गई थी, उसके कोई ना कोई सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। अब एक नजर डालते हैं पूरी घटना पर
सिवालखास में रहने वाले हिम्मत सिंह का आठ वर्षीय बेटा ऋतिक, पड़ोसी जितेंद्र की नो वर्षीय बेटी मानवी और आठ वर्षीय बेटा शिवांश उर्फ शिबू 3 अगस्त को घर से चॉकलेट खरीदने निकले और संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गये। पूरे दिन और रातभर परिवारों ने तीनों को ढूंढा लेकिन अगली सुबह करीब साढ़े छह बजे तीनों के शव एक प्लॉट में भरे बारिश के पानी में तैरते मिले। परिवारों में कोहराम मच गया। रिपोर्ट से उलझा तीनों की मौत का मामला
शुरुआत में माना जा रहा था कि तीनों बच्चों की मौत प्लॉट में भरे पानी में डूबने से हुई है लेकिन जब उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो पूरा मामला उलझ गया। मानवी की गला दबाकर हत्या किये जाने का अंदेशा जताया गया था, जिसमें उसकी गले की हड्डी तक टूटी थी। बाद में मुकदमा अपहरण व हत्या में दर्ज कर दिया गया। एडीजी, डीआईजी, एसएसपी पहुंचे सिवालखास
तीन बच्चों की एक साथ हुई मौत के बाद गांव में कोहराम मचा था। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया, जिसके बाद एडीजी जोन भानु भास्कर, डीआईजी रेंज कलानिधि नैथानी, एसएसपी डा. विपिन ताडा, एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह आदि मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। क्राइम सीन दोहराया, नहीं मिली सफलता
हर वारदात की तरह इसमें भी पुलिस की छानबीन सीसीटीवी कैमरे से शुरु हुई। दो दिन खूब प्रयास किए लेकिन कोई मजबूत साक्ष्य पुलिस नहीं ढूंढ सकी। हालांकि एक सीसीटीवी कैमरे में तीनों बच्चे सुबह 10 बजकर 48 मिनट पर कालोनी में प्रवेश करते दिखाई दे रहे थे। सवाल यह था कि वह किस तरह दोबारा प्लॉट तक पहुंच गए। एफएसएल रिपोर्ट पर टिकी पुलिस की तफ्तीश
नवागंतुक एसपी देहात अभिजीत कुमार ने बताया कि उन्होंने इस मामले से जुड़ी पुलिस की अभी तक की कार्रवाई का विवरण मांगा है। जल्द ही वह सिवालखास पहुंचकर ना केवल घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे बल्कि तीनों परिवारों से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया कि एक जांच रिपोर्ट एफएसएल की आनी है। उस रिपोर्ट से पुलिस को काफी उम्मीद है।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर