123 साल पुराने रायफल क्लब मैदान पर मंडराया खतरा:बांदा में व्यावसायिक इमारत बनाने का विरोध, खिलाड़ियों ने मंडलायुक्त को सौंपा ज्ञापन
बांदा के ऐतिहासिक राइफल क्लब मैदान को बचाने के लिए युवा और बुजुर्ग खिलाड़ी संघर्षरत हैं। विकास प्राधिकरण ने 123 वर्ष पुराने इस मैदान में व्यवसायिक इमारत बनाने का प्रस्ताव रखा है। खिलाड़ियों ने मंडलायुक्त कार्यालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। मंडलायुक्त ने मैदान को बचाने का आश्वासन दिया। यह मैदान जनपद के खिलाड़ियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। कई खिलाड़ियों ने यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। राइफल क्लब मैदान स्थानीय निवासियों के लिए सुबह से शाम तक उपलब्ध रहता है। यहां बच्चे और बुजुर्ग नियमित रूप से खेल अभ्यास और सैर के लिए आते हैं। मैदान के महत्व को देखते हुए जनपद के सभी खिलाड़ी इसे बचाने के लिए एकजुट हो गए हैं। बांदा रायफल क्लब मैदान का एक समृद्ध इतिहास है, यह बांदा का एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण खेल मैदान है जहाँ कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने खेल खेला है। इस मैदान का उपयोग हॉकी, क्रिकेट, कबड्डी और वॉलीबॉल जैसे विभिन्न खेलों के लिए होता रहा है और आज भी युवा इसमें खेल खेलते हैं। यह मैदान शहर के बीचों-बीच स्थित है और बांदा की जनता के लिए इसका एक विशेष महत्व है, जहाँ हर साल कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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