स्वामी रामभद्राचार्य बोले- राम-सीता दोनों ब्रह्म:सीता में राम और राम में सीता हैं, विजेथुआ महोत्सव में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन

विजेथुआ महोत्सव के दूसरे दिन जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने सत्यपथ फाउंडेशन द्वारा आयोजित नौ दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने वाल्मीकि रामायण कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान राम और माता सीता दोनों ब्रह्म हैं। स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने प्रवचन में कहा कि भगवान राम विशिष्टाद्वैत हैं। हमारे दर्शन में सीताराम अद्वैत हैं, सीता भी राम हैं और राम भी सीता हैं। उन्होंने समझाया कि एक ही भगवान दो रूपों में प्रकट हुए, राम बनकर अयोध्या में और सीता बनकर मिथिला में। वाल्मीकि रामायण के सुंदर कांड में सीता कहती हैं कि भगवान राम परमात्मा हैं, जिन्होंने प्रेमवश उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार किया है। स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा ‘तल्फत मेरे प्रान राम कब दर्शन देहिहो…’ भजन गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। ग्रामीण क्षेत्र में चल रही चोरियों की अफवाहों पर उन्होंने कहा कि हनुमान को साक्षी रखकर मैं यह कह रहा हूं कि जब तक मेरी कथा चलेगी, कथा सुनने वालों के घर कोई चोरी नहीं होगी। उन्होंने वाल्मीकि प्रसंग सुनाते हुए ‘उल्टा नाम जपत जग जाना, वाल्मीकि भये ब्रह्म समाना’ का उल्लेख किया और बताया कि यह उनकी श्रीराम कथा श्रृंखला की 1408वीं कथा है। जगतगुरू ने निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया जो नौ दिनों तक चलेगा। इसमें आंख, शुगर, बीपी आदि की जांच कर दवा और चश्मा निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। आयोजक समाजसेवी विवेक तिवारी ने बताया कि शिविर के पहले दिन 425 मरीजों ने जांच कराकर दवा प्राप्त की। आयोजक विवेक तिवारी ने सपत्नीक व्यासपीठ का पूजन किया। उपस्थित कथा श्रोताओं को उत्तराधिकारी रामचंद्र दास ने संबोधित करते हुए सनातन संस्कृति व धर्म की रक्षा के लिए संकीर्णता से ऊपर उठकर समाज व राष्ट्र की एकता के लिए कार्य करने का आह्वान किया। रामभद्राचार्य ने सुबह विजेथुआ महोत्सव के आयोजक विवेक तिवारी के घर से पैदल ही दो किमी दूरी तय कर विजेथुआ महावीर धाम में हनुमानजी का दर्शन करने पहुंचे। दर्शन के पश्चात उन्होंने कहा सनातनियों को जागृत करने के लिए पदयात्रा जरूरी है। उन्होंने कहा कि हनुमानजी पूजा हम सबके लिए प्राणवायु के समान है।

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/Fl9Xodv