स्थगित हो सकती है UP-TGT की परीक्षा:2 दिन पहले ही कैंसिल हुआ था PGT एग्जाम, प्रयागराज में शिक्षा सेवा चयन आयोग का फैसला

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय के जाने के 3 दिन बाद ही PGT की परीक्षा स्थगित कर दी गई। आयोग की ओर से अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित किए जाने की बात कही है। इससे सीधे-सीधे 4.64 लाख अभ्यर्थी प्रभावित हुए। दरअसल, यह परीक्षा 15 और 16 अक्टूबर को होनी थी। अब UP-TGT-2022 परीक्षा को लेकर भी अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति दिखने लगी है। दरअसल, यह परीक्षा 18 और 19 दिसंबर 2025 को है। इसमें से 8.69 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। 13 लाख प्रतियोगी छात्रों के साथ आयोग कर रहा मजाक
संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंच के संयोजक पंकज पांडे ने कहा है कि शिक्षा सेवा चयन आयोग छात्रों के साथ अच्छा मजाक बना रखा है। पहले अध्यक्ष का इस्तीफा फिर पीजीटी परीक्षा का अपरिहार्य कारणों से रद्द कर देना दिखाता है कि आयोग अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने पर उतारू है। ऐसे में यही प्रक्रिया आगामी टीजीटी संवर्ग में भी होना तय है। इस तरह छात्रों के मानसिक और आर्थिक नुकसान की भरपाई कौन करेगा ? आखिर यह रवैया कब तक ? तारीख पर तारीख का खेल अब छात्र बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सभी अभ्यर्थी आयोग को ज्ञापन देकर इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण की मांग करेंगे। आयोग टीजीटी पीजीटी भर्ती के लिए आवेदन करने वाले करीब 13 लाख युवाओं के साथ मजाक कर रहा है। पीजीटी में एक पद के लिए 745 अभ्यर्थी
युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा, प्रवक्ता संवर्ग की इस भर्ती के लिए 624 पदों पर 2022 में ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। उस समय कुल 4.64 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे. जिसमें एक पद के लिए 745 अभ्यर्थी दावेदार हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अब तक 4 बार परीक्षा तिथि घोषित करने के बाद परीक्षा टाल चुका है जिससे 13 लाख से अधिक नौजवान मानसिक तनाव झेल रहा है। अनिल सिंह कहते हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाषण में कहा था कि भारी भरकम आयोग का गठन किया हूं, अब भर्तियों में तेजी आएगी और सभी रिक्त पदों को यथा शीघ्र भरने की कवायद शुरू हो जाएगी लेकिन बड़ा दुर्भाग्य रहा कि ऐसा नहीं हो सका। 17 को आंदोलन करेंगे प्रतियोगी छात्र उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने पीजीटी की परीक्षा चार बार स्थगित कर दी। इसके साथ ही परीक्षा की तिथि भी घोषित नहीं की गई है। इससे नाराज प्रतियोगी छात्रों ने अब आंदोलन की तैयार कर दी है। युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा, 6 अक्टूबर को आयोग के खिलाफ महा आंदोलन करने की घोषणा कर दी गई है। इस संबंध में मंगलवार को युवा मंच का प्रतिनिधिमंडल आयोग के सचिव व परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात की।

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