सांसद चंद्रशेखर की गर्लफ्रेंड बोलीं- जहर खा लूंगी:अय्याश-बेवड़े ने मुझे बदनाम किया, खुद खुशियां मना रहा, इसे BJP बचा रही
यूपी की नगीना सीट से सांसद और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने सुसाइड की धमकी दी है। रोहिणी इंदौर की रहने वाली हैं, वर्तमान में स्विट्जरलैंड में रहती हैं। बुधवार दोपहर 2 बजे रोहिणी ने X पर सुसाइड की धमकी दी थी। उन्होंने X अकाउंट पर 4 घंटे के अंतराल पर तीन पोस्ट किए। एक पोस्ट में रोहिणी ने चंद्रशेखर, उनकी पत्नी और बच्चे की तस्वीर पोस्ट की। जिसमें चंद्रशेखर को गाली देते हुए लिखा, मेरा जीवन बर्बाद कर के खुशियां मना रहा है। आज ही तेरे नाम पर जहर खाऊंगी। तूने मुझे खत्म कर दिया। रोहिणी ने पीएम मोदी और पीएमओ को टैग करते हुए लिखा- मेरी लाश भी भारत वापस मत लाना। किसी ने नहीं सुनी मेरी। सब अपराधी का साथ देते रहे। भाजपा इसे बचा रही है। तुम सब को मेरा अंतिम अलविदा… सबसे पहले रोहिणी के तीनों X पोस्ट पढ़िए… रोहिणी बोलीं- दिल्ली के CP ने बताया कि ऊपर से ऑर्डर नहीं
सुसाइड की धमकी पर रोहिणी से दैनिक भास्कर ने बात की। उन्होंने बताया, मैंने दिल्ली के कमिश्नर से कई बार मुलाकात की, सभी सबूत दिए। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एयरपोर्ट थाने ने पूरे मामले की जांच भी की है। लेकिन, चंद्रशेखर के प्रभाव में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। सोशल मीडिया पर जहर खाने की बात लिखे जाने के बारे में बताया, मैं बहुत परेशान हो चुकी हूं। मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मेरे पास जान देने के अलावा और क्या चारा बचता है? मुझे किसी पर भरोसा नहीं है। हमारे देश में पीड़िता को न्याय के लिए मरना पड़ता है। जब तक आत्महत्या का प्रयास नहीं करती हैं, तब तक कोई सुनता नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भी मैं दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात करती हूं तो वे कहते हैं कि ऊपर से कार्रवाई का कोई ऑर्डर नहीं आया है। यह कहते-कहते रोहिणी रोने लगती हैं। दैनिक भास्कर ने रोहिणी से कोई आत्मघाती कदम न उठाने की अपील की है। अब जानिए क्या है पूरा विवाद? पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने तीन महीने पहले सोशल मीडिया का सहारा लिया और चंद्रशेखर पर यौन उत्पीड़न और कई गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने मामला दर्ज किया था। इसके बाद रोहिणी ने कहा, कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है। सच सामने आकर रहेगा। स्वाभिमान और सम्मान के लिए लड़ूंगी। पीछे नहीं हटूंगी। डॉ. रोहिणी घावरी इंदौर के बीमा अस्पताल में काम करने वाली सफाईकर्मी की बेटी हैं। वह 2019 में हायर एजुकेशन के लिए स्विट्जरलैंड गई थीं। पढ़ाई के दौरान ही वह और चंद्रशेखर एक दूसरे के संपर्क में आए थे। तीन साल तक रिलेशनशिप में रहे। बाद में रोहिणी ने चंद्रशेखर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। डॉ. रोहिणी घावरी स्विट्जरलैंड में जॉब कर रही हैं और एनजीओ भी चला रही हैं। रोहिणी ने आयोग को शिकायत में क्या लिखा था, हूबहू पढ़िए… ‘मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और अनुसूचित जाति (सफाईकर्मी समुदाय) की महिला, आपके समक्ष यह शिकायत अत्यंत पीड़ा और न्याय की आस के साथ प्रस्तुत कर रही हूं। 2020 में मध्य प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति पर स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में पीएचडी के लिए एडमिशन लिया। इसी दौरान मेरी जान-पहचान चंद्रशेखर आजाद, सांसद नगीना (बिजनौर, उत्तर प्रदेश) से हुई। जून 2021 से दोनों के बीच निरंतर संवाद शुरू हुआ। चंद्रशेखर ने मुझे यह विश्वास दिलाया कि वे अविवाहित हैं और मेरी जैसी जीवनसाथी की तलाश में हैं। उन्होंने विवाह का झांसा देकर भावनात्मक रूप से मेरे साथ संबंध बनाए। उनके आश्वासन पर मैंने न केवल व्यक्तिगत रूप से उन्हें अपनाया, बल्कि उनके राजनैतिक अभियानों में भी सक्रिय रूप से सहयोग दिया। चंद्रशेखर ने मेरे भारत आने पर विशेषकर दिल्ली में, कई बार मुझे होटल और अपने द्वारिका स्थित निवास पर बुलाकर यह कहकर शारीरिक संबंध बनाए कि वे मुझसे जल्द ही शादी करेंगे। 2022 के उत्तर प्रदेश चुनाव में मुझे इनकी पार्टी के कुछ लोगों ने शादी के बारे में बताया, जब मैंने पूछा तो इन्होंने साफ मना कर दिया, और बोले कि मेरी शादी नहीं हुई है। शादी तो तुमसे ही करूंगा, जब मैंने इस संबंध को समाप्त करने की बात की, तो उन्होंने आत्महत्या करने की धमकी दी और “बहुजन आंदोलन छोड़ने” जैसी बातें कहकर मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। इन्होंने मुझे हमेशा धोखे में रखा और शुरू से खुद को अविवाहित बताकर, शादी का झांसा देकर कई बार मेरी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाए। उन्होंने मेरे प्रेम, विश्वास, निष्ठा और समर्पण का दुरुपयोग किया। विदेश में रहते हुए भी मैंने उनके सामाजिक अभियानों में साथ दिया। लेकिन, उन्होंने न सिर्फ मेरे भावनात्मक विश्वास को तोड़ा, बल्कि मुझे सामाजिक रूप से बदनाम भी किया। स्थिति यह है कि लोग मुझे “रखैल” जैसे अपमानजनक शब्दों से संबोधित कर रहे हैं, जिससे मैं गहरे अवसाद में चली गई और दो बार आत्महत्या करने का प्रयास किया। मैं मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से पूरी तरह से टूट चुकी हूं। अतः आपसे निवेदन है कि तथ्यों को ध्यान में रखते हुए चंद्रशेखर आजाद के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाए, ताकि मुझे न्याय मिल सके और कोई भी अन्य बहन-बेटी इस प्रकार की धोखाधड़ी व उत्पीड़न का शिकार न हो सके। ———— यह खबर भी पढ़िए:- हर घर जल पहुंचाने का अफसरों का दावा झूठा:यूपी में जहां कागजों पर 100% काम, वहां एक बूंद पानी नहीं विधायक मोहम्मद फहीम इरफान अपनी पत्नी की कसम खाकर बताएं कि गांवों में पानी नहीं आ रहा।’ विधायक मो.फहीम इरफान ने जल जीवन मिशन के अधूरे कामों पर सवाल उठाया, तो 12 अगस्त को यूपी विधानसभा में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने ये जवाब दिया। विधायक इरफान ये कसम खा सकते हैं या नहीं? दैनिक भास्कर ने जब इसका इन्वेस्टिगेशन किया, तो जवाब मिला- हां। क्योंकि, जल जीवन मिशन में अफसरों ने अधूरे कामों को 100% बता दिया। इधर, गांवों में टोटियों से पानी नहीं आ रहा, ये बात गांव के लोग कसम खाकर कह रहे हैं। पढ़िए, पूरा इन्वेस्टिगेशन…
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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