सहारा सिटी में BMW जैसी 30 लग्जरी गाड़ियां:जिस लंब्रेटा स्कूटर से सुब्रत चलते थे, वह लखनऊ में ही रहेगा

लखनऊ में 170 एकड़ में फैले सहारा शहर को 6 अक्टूबर को सील कर दिया गया। अब सुब्रत कोठी और दूसरी इमारतों में रखे बेशकीमती सामान निकलवाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इनमें सुब्रत रॉय की लग्जरी कारों का बेड़ा भी शामिल है। हालांकि, सुब्रत के ऑफिस के म्यूजियम में रखे उनके लंब्रेटा स्कूटर को नहीं छुआ गया। यानी यह अब लखनऊ में ही रहेगा। यह वही स्कूटर है, जिससे उन्होंने अपनी कारोबारी जर्नी की शुरुआत की थी। शुरुआती दिनों में सुब्रत रॉय इसी स्कूटर से चला करते थे। कामयाबी के शिखर पर पहुंचने के बाद उन्होंने स्कूटर को दुनिया को दिखाने के लिए म्यूजियम में रखवा दिया। कंपनी से जुड़े लोग बताते हैं- सहाराश्री खुद VVIP विजिटर्स को बड़ी शान से स्कूटर दिखाते थे। सुब्रत के इस शहर से उनकी मस्टैंग, लैंड क्रूजर, मर्सिडीज और BMW जैसी 30 लग्जरी कारें यहां से चली जाएंगी। शहर में बंधी गाय-भैंसों को लावारिस छोड़ दिया गया है। पढ़िए रिपोर्ट सुब्रत अर्श से फर्श तक पहुंचे, लेकिन लंब्रेटा नहीं छोड़ा
1 फरवरी, 1978 को सहारा इंडिया परिवार की स्थापना से लेकर 6 अक्टूबर 2025 तक सहारा समूह ने अर्श से फर्श तक का सफर देखा। इसमें जो चीज हमेशा बरकरार रही, वह है- सहाराश्री का लंब्रेटा स्कूटर। सहाराश्री अपनी बुकलेट तक में स्कूटर की फोटो पब्लिश कराते थे। स्कूटर आज भी सहारा शहर के अंदर रिसेप्शन गैलरी के पास कांच के अंदर खड़ा है। साथ में मेज और कुर्सियां भी हैं। यहां पर धूल जमी है। स्कूटर के पास में ही सहारा शहर और समूह की गैलरी बनी हुई है। इसमें बॉलीवुड की हस्तियों से लेकर खेल जगत के स्टार की तस्वीरें सहाराश्री और उनके परिवार के साथ लगी हैं। यहां पर अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी आ चुके हैं। गोरखपुर में लंब्रेटा से बेचते थे बिस्किट-नमकीन सुब्रत का जन्म बिहार के अररिया जिले में हुआ था। कोलकाता में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद उन्होंने गोरखपुर के एक सरकारी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। गोरखपुर में सहारा की शुरुआत 1978 में की। उस समय भी वह इसी स्कूटर से चलते थे। गोरखपुर में बिस्किट और नमकीन बेचा करते थे। फिर उन्होंने एजेंट्स के जरिए लोगों से पैसा इकट्ठा करना शुरू किया। फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। जीवन में ऊंचाइयां छूने के बाद गोरखपुर पहुंचे तो स्कूटर का जिक्र किया। कहा था- मैं जब भी गोरखपुर आता हूं, मुझे बहुत अच्छा लगता है। ये मेरा घर है। पूरी दुनिया में तमाम शहर हैं, लेकिन गोरखपुर मेरे लिए खास है। लग्जरी गाड़ियों का मालिकाना हक साबित करना होगा
सहारा शहर में VVIP और लग्जरी सेगमेंट की गाड़ियों की संख्या 30 है। कई सुब्रत रॉय के रेजिडेंस और उनकी पत्नी स्वप्ना की कोठी स्वप्ना कुटी में पार्क हैं। इन्हें सीलिंग के समय सहारा शहर के कर्मचारी और मैनेजमेंट के लोग बाहर नहीं निकाल पाए। सहारा मैनेजमेंट और प्रबंधन से जुड़े लोगों ने नगर आयुक्त गौरव कुमार को लेटर लिखकर इसकी परमिशन मांगी है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि सही डॉक्यूमेंट दिखाने के बाद लोग गाड़ियों को ले जा सकते हैं। इनकी वीडियोग्राफी भी जाएगी। गाय-भैंस के लिए नहीं आया वारिस सीलिंग के बाद 40 गाय-भैंसों को सहारा शहर से कान्हा उपवन भेजा गया। इनमें से 5 भैंसें हैं। इसके अलावा गाय, बछड़े, सांड और पड़ियें भी हैं। बत्तखों को भी शेल्टर होम भेजा गया। फिलहाल उन्हें छुड़वाने के लिए चार दिनों में किसी ने दावेदारी नहीं की। जर्मन मुर्गे हो गए गायब, मछलियों का ठेका भी अटका शहर के फार्म में अमेरिकी और जर्मन मुर्गे व मुर्गियां थीं। देसी ब्रीड की मुर्गियां भी थीं। नगर निगम की तरफ से इन्हें शेल्टर होम नहीं भेजा गया था। अब यहां मुर्गे और मुर्गियां नहीं बचे हैं। इसके अलावा झील में मछलियों को पकड़ने का ठेका अभी नहीं हो पाया है। अंदर रहने वाले परिवारों ने भी सामान निकालने की लगाई गुहार सहारा परिसर के अंदर रहने वाले कर्मचारियों के परिवारों ने नगर निगम में गुहार लगाई कि उनके सामान को अंदर से निकालने की अनुमति दी जाए। नगर आयुक्त गौरव कुमार के पास 200 से अधिक परिवार के लोग पहुंचे। नगर निगम की तरफ से इन्हें सामान निकालने की परमिशन दी गई है। नगर आयुक्त का कहना है, ‘नगर निगम की जमीन पर सीलिंग की कार्रवाई की गई है। ऐसे में जो सामान लोगों के अंदर हैं, वह उसे ले जा सकते हैं, लेकिन उसके लिए जरूरी डॉक्यूमेंट दिखाना होगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जो व्यक्ति सामान लेकर जा रहा है, वह उसकी संपत्ति है।’ कर्मचारियों ने कहा- नहीं आई सैलरी सहारा समूह के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों का कहना है, ‘उनकी सैलरी आज तक नहीं दी गई, जबकि कई कर्मचारियों की सैलरी दी गई। कर्मचारी फिलहाल मैनेजमेंट के लोगों से बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद निर्णय लेंगे कि उन्हें क्या करना है। ———————— ये खबर भी पढ़िए… लखनऊ नगर निगम ने सील किया सहारा शहर : सुब्रतो कोठी और स्वप्ना कुटी पर जड़ा ताला, सहारा प्रबंधन ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा लखनऊ नगर निगम ने अल्टीमेटम खत्म होने के बाद आज सुबह 11:30 बजे सहारा शहर की सीलिंग की कार्रवाई शुरू की। 5 घंटे से अधिक समय तक चली सीलिंग में 170 एकड़ में फैले सहारा शहर और सुब्रत रॉय की कोठी सील कर दिया। अंदर रहने वाले कर्मचारियों और सिक्योरिटी टीम के लोगों को बाहर निकाला। (पूरी खबर पढ़िए)

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