शादी में डीजे बजाने पर मस्जिद कमेटी ने लगाया प्रतिबंध:उल्लंघन करने पर लगेगा 50 हजार का जुर्माना, निकाह भी नहीं पढ़ा जाएगा
संभल के हजरत नगर गढ़ी थाना क्षेत्र के धिमर खेड़ी गांव की मस्जिद कमेटी ने इस्लामी परंपराओं के पालन को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कमेटी ने घोषणा की है कि गांव में होने वाली शादियों में डीजे, ढोल या ताशे का उपयोग करने पर मस्जिद कमेटी के सदस्य और हाफिज इदरीस उन शादियों में शामिल नहीं होंगे। साथ ही, ऐसे आयोजनों में निकाह भी नहीं पढ़ाया जाएगा। हाफिज इदरीस के अनुसार, इस्लामी शरीयत में शादियों को सादगी से संपन्न करने का प्रावधान है। उनका कहना है कि वर्तमान में डीजे और ढोल-ताशे का उपयोग शादियों को दिखावे का रूप दे रहा है, जो इस्लामी सिद्धांतों के विरुद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीजे बजने वाली किसी भी शादी में वे निकाह नहीं पढ़ाएंगे और मस्जिद कमेटी के अन्य सदस्य भी उसमें शामिल नहीं होंगे। कमेटी ने यह भी निर्णय लिया है कि यदि कोई परिवार इस नियम का उल्लंघन करता है और शादी में डीजे या ताशे का उपयोग करता है, तो उस पर 50,000 का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा यदि कोई अन्य हाफिज ऐसी शादी में निकाह पढ़ाता है, तो उससे इस्लामी कानून के तहत जवाब मांगा जाएगा। जानकारी के अनुसार, पिछले छह महीनों से गांव में इस निर्णय के बारे में सूचित किया जा रहा था और अब तक ग्रामीणों ने इसका पालन भी किया है। कमेटी अब आगे भी इस नियम के अनुपालन पर नजर रखेगी। इस बैठक में मस्जिद कमेटी के प्रमुख सदस्य, भारतीय किसान यूनियन (मुलायम) के राष्ट्रीय प्रभारी चौधरी इरशाद, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद उमर, अरमान अली, नूर हसन, नईम मुंशी, फाजिल आरिफ, कलीम, मोहम्मद शफी, शाने आलम, आसिफ, हबीब, कल्लू शेखजी, नसीर अहमद, कदीर प्रधान सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
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