‘विकसित भारत’ थीम पर चित्रकला कार्यशाला आयोजित:लखनऊ में ललित कला अकादेमी द्वारा 1000 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया

लखनऊ ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केंद्र, अलीगंज द्वारा ‘विकसित भारत के रंग, कला के संग’ विषय पर एक दिवसीय चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के वास्तुकला एवं योजना संकाय में संपन्न हुआ। कार्यशाला में 1000 से अधिक कलाकारों व छात्र-छात्राओं ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई। कार्यशाला का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर पद्मश्री विद्या बिंदु, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पूर्णिमा पांडेय, प्रो. जयंत खोत, गिरीश चन्द्र, प्रो. कुमकुम धर, डॉ. देवेंद्र त्रिपाठी, सुदेश शर्मा और डॉ. रितु गुलाटी सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। बड़े संस्थानों और विद्यालयों की भागीदारी रही इस कार्यशाला में स्वतंत्र चित्रकारों के साथ-साथ बीएचयू, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय, कला एवं शिल्प महाविद्यालय, टेक्नो इंस्टीट्यूट और नवयुग कन्या महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया। वहीं सीएमएस अलीगंज, राजकुमार एकेडमी, चेतना संस्थान और केंद्रीय विद्यालय अलीगंज जैसे स्कूलों के बच्चों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। रंगों में उकेरा विकसित भारत का सपना प्रतिभागियों ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से डिजिटल क्रांति, यूपीआई, चंद्रयान-3, आदित्य-एल1 मिशन, आत्मनिर्भर भारत और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे विषयों को कैनवस पर उतारा। सभी कलाकारों को आवश्यक सामग्री ललित कला अकादेमी की ओर से उपलब्ध कराई गई। कार्यशाला में तीन श्रेणियों – स्वतंत्र कलाकार, कॉलेज और विद्यालय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कलाकारों को लाखों रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे। कला का प्रदर्शन समाज परिवर्तन का माध्यम वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कला केवल भावनाओं का प्रदर्शन नहीं, बल्कि समाज परिवर्तन का माध्यम भी है। कलाकारों ने अपने चित्रों से ‘विकसित भारत’ की दिशा में प्रेरणा दी है।मालिनी अवस्थी ने इसे नवभारत की ऊर्जा से जोड़ते हुए युवा प्रतिभाओं की सराहना की। वहीं विद्या बिंदु ने कहा कि कला मनुष्य को संवेदनशील बनाती है और समाज को जोड़ती है। कार्यक्रम के अंत में क्षेत्रीय सचिव डॉ. देवेंद्र त्रिपाठी ने सभी का आभार जताया। प्रतिभागियों ने अपनी कलाकृतियों को ‘सेवा पर्व पोर्टल’ पर अपलोड कर #SevaParv हैशटैग के साथ साझा किया।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर