लखीमपुर में कॉलेज सेकंड टॉपर का नाम लिस्ट से गायब:पिता ने लगाया भेदभाव का आरोप, जांच रिपोर्ट में सब सही
लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ क्षेत्र में एक पिता पिछले 4 माह से अपनी बेटी के सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है। उसकी बेटी ने 76 प्रतिशत अंक पाकर कक्षा में दूसरे स्थान पर रही। उसने इसी वर्ष इण्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वह बहुत खुश थी लेकिन, जब कॉलेज प्रबंधन ने टाप 10 की सूची तैयार कर जगह-जगह होल्डिंग व बैनर लगवाये तब उस सूची में न ही उसका कहीं नाम था और न ही फोटो लगी थी । जिससे वह काफी मानसिक आहत हुई और तब से उदास रहने लगी । पिता ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से लेकर शिक्षा विभाग में भी की लेकिन, जांच अधिकारियों और कॉलेज प्रबंधन की मिलीभगत से झूठी आख्या प्रस्तुत कर दी गयी। जिसके बाद पिता लगातार अधिकारियों के आफिस के चक्कर लगा रहे है। यह पूरा मामला कुम्भी ब्लॉक क्षेत्र के मड़िया गाँव का है। जहां की रहने वाली सरोज कुमारी ने रामपाल सिंह यादव स्मारक इंटर कॉलेज ककरहा मितौली इंटरमीडिएट की संस्थागत छात्रा रही और वही से उसने इण्टरमीडिएट की परीक्षा 76 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण कर कक्षा में दूसरे स्थान पर रही । पिता लाल बहादुर सिंह अपनी बेटी को मजदूरी कर पढ़ा रहे हैं । सरोजनी कुमारी ने बताया कि अप्रेल 2025 में रिजल्ट आया । परिवार में सभी लोग खुश थे। मोहल्ले के लोग भी बधाई देने आ रहे थे। इधर जब होल्डिंग और बैनर लगे तो उसमें मेरा नाम दूसरे नम्बर पर होना था किन्तु बैनर में कहीं नाम ही न था। नाम उन छात्र-छात्राओं का था, जो कॉलेज के थे ही नहीं । मैंने जब कॉलेज में कारण पूछा तो मुझे कोई जवाब ही नहीं दिया गया। अब आसपास गाँव के लोग मेरा उपहास उड़ाने लगे कि मैंने कक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त करने की अफवाह फैलायी। इस कारण मैंने घर से निकलना बंद कर दिया । पिता लालबहादुर ने बताया कि बैनर व होल्डिंग में कुछ छात्र विज्ञान वर्ग के हैं जबकि, स्कूल में बायो वर्ग की मान्यता नहीं है। जो विज्ञान वर्ग के छात्र प्रदर्शन में लगाये गए है, वह छात्र नन्द लाल मेमोरियल धर्म चक्र इंटर कॉलेज भवानीपुर मोहम्मदी के संथागत छात्र है । इसके अलावा विनय कुमार पुत्र लल्लू निवासी दौलतपुर, पारस कुमार पुत्र रामरतन निवासी भगवतीपुर है भी शामिल हैं । पिता ने बताया कि उन्होनें इसकी शिकायत जिला अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक और शिक्षा विभाग के सभी कार्यालय में किया लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई । जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेशानुसार नरेन्द्र कुमार वर्मा नोडल अधिकारी राजकीय विद्यालय भीखमपुर को जांच हेतु भेजा गया। आरोप है कि इस दौरान नरेन्द्र कुमार ने झूठी आख्या अधिकारियों को प्रस्तुत की । उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि छात्रा का नाम होल्डिंग में अंकित है जबकि, कई स्थानों पर अभी भी होल्डिंग दीवार पर चस्पा हैं । मैंने उन स्थानों को भी अपनी शिकायत में दर्शाया लेकिन, नोडल अधिकारी ने स्कूल प्रबंधन से सांठ-गांठ कर ली । वही कॉलेज के प्रधानाचार्य मनीष कुमार सिंह ने बताया कि त्रुटिवश छात्रा का नाम होल्डिंग में अंकित नहीं पाया था। जिस समय होल्डिंग और बैनर छपवाये गये वह बाहर थे। नयी होल्डिंग्स बनवायी हैं , जिनमें नाम अंकित है । बाकी जो अन्य जगह होल्डिंग और बैनर लगे दे हटवा दिया गया है । उन्होंने कहा कि बायो वर्ग के बच्चों का नाम गलती से पड़ गया होगा।
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