‘लखनऊ में बुखार के रोगियों को आ रहा हाई-ग्रेड फीवर’:अस्पतालों में वायरल इंफेक्शन के मरीज कई गुना बढ़े, एक्सपर्ट बोले- बारिश में भीगना खतरनाक

लखनऊ में बारिश के बीच बुखार के रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रोगियों को वायरल फीवर के साथ खांसी और गले का संक्रमण भी बहुत परेशान कर रहा है। आमतौर पर 3 से 5 दिन तक चलने वाला बुखार इस बार इंफेक्शन के कारण 10 से 15 दिन दिन तक असर छोड़ रहा है। इसके अलावा खांसी और गले में खराश की समस्या भी बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम के लगातार उतार चढ़ाव से शरीर के तापमान में बदलाव और कमजोर इम्यूनिटी क्षमता वाले ज्यादा परेशान हो रहे है। इससे भारी संख्या में लोग बुखार, जुकाम, खांसी, गले में संक्रमण और पेट दर्द, उल्टी दस्त के साथ अस्पतालों की ओपीडी और इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं। बलरामपुर, सिविल और लोकबंधु अस्पताल, BRD अस्पताल की OPD और इमरजेंसी में रोजाना 100 से अधिक रोगी पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के कमरे के बाहर रोगियों की लम्बी-लम्बी कतारें लग रही हैं। जांच में इन्हें मलेरिया और टायफाइड निकल रहा है। अस्पतालों की इमरजेंसी में रोजाना वायरल फीवर और डायरिया, पेट दर्द और उल्टी-दस्त के 15 से 20 रोगी भर्ती किये जा रहे हैं। सिविल में सबसे ज्यादा वायरल के मरीज सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ.राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि बुखार और गले में संक्रमण वाले रोगी अस्पताल में आ रहे हैं। मौसम में हो रहे बदलाव से संक्रमण पहले गले को जकड़ रहा है। इसके बाद बच्चों और बड़ों में खांसी जुकाम और बुखार हो रहा है। रोज करीब 15-20 मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा हैं। टायफाइड और मलेरिया निगेटिव होने के बावजूद खांसी और गले का संक्रमण ठीक होने में समय लग रहा है। इंफेक्शन से बुखार का बढ़ रहा असर लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी का कहना है कि 15 रोज से बुखार के रोगियों में इजाफा हुआ है। हर OPD बुखार के 200 तक रोगी आ रहे हैं। इमरजेंसी से रोज 20 से अधिक रोगी भर्ती किये जा रहे हैं।लगातार बारिश, दिन में धूप और उमस की वजह से लोगों के शरीर के तापमान में बदलाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने की वजह से वायरल फीवर ज्यादा हमलावर हो गया है। मौसम में तब्दली की वजह से लोगों में बुखार के साथ सर्दी, खांसी और गले में संक्रमण हो रहा है। इसे ठीक होने में समय भी लग रहा है। लोग खुद से उपचार लेने से बचें। डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक समेत दूसरी दवाएं खाएं। बारिश के भीगने से बढ़ रहा इंफेक्शन बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.देबाशीष शुक्ला ने बताया कि OPD में सबसे ज्यादा बुखार के रोगी आ रहे हैं। पर राहत की बात ये है कि इन मरीजों को दवा से आराम मिल रहा है। बारिश में भीगने के कारण इंफेक्शन बढ़ जा रहा है। ऐसे में सामान्य सावधानी रखकर किसी भी तरह की समस्या से बचा जा सकता है। हाई-ग्रेड फीवर कर रहा परेशान मेदांता अस्पताल के चिकित्सक डॉ. शोभित शाक्य ने बताया कि फीवर के दौरान इंफेक्शन बढ़ाने पर कंडीशन क्रिटिकल हो सकती। कई बार वायरस के साथ बैक्टीरियल इंफेक्शन दोनों हो सकता है। ऐसे में लापरवाही करना ठीक नहीं है। बारिश में भीगने से बड़ी संख्या में लोग बीमार हो रहे हैं। इसलिए बारिश में न भीगे। कमजोर इम्यूनिटी के लोगों को ज्यादा अलर्ट रहना होगा। इस मौसम में इनफेक्शियस डिजीज सबसे ज्यादा फैलते हैं। कई बार बुखार हाई ग्रेड फीवर भी आ सकता है। जो कई दिनों तक रह सकता है। ऐसे में सेल्फ मेडिकेशन करना ठीक नहीं है। एक्सपर्ट डॉक्टर की निगरानी में ही इलाज करें। तबीयत में सुधार न होने पर बिना देर किए एडमिट हो जाए। बाहर के खान-पान से परहेज करें।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर