रुपए के लालच में नौकरों ने की हत्या:छाती पर ताबड़तोड़ चाकू मारे, गुमराह करने को पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार में भी गए
आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र में 4 दिन पहले घर के अंदर दुकानदार का खून से सना हुआ शव मिला था। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। व्यापारी के साथ घर पर काम करने आए दो युवको ने रुपयों के लालच में हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद दोनों घर से नहाकर नए कपडे़ पहनकर फरार हुए थे। एडीसीपी आदित्य कुमार ने बताया कि सिकंदरा के दहतोरा में एक बंद मकान से बदबू आने की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी थी। पुलिस ने जब घर को खोला तो अंदर एक व्यक्ति का खून से लथपथ शव बेड पर पड़ा था। फर्श पर भी खून बिखरा हुआ था, जो सूख गया था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा थ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर चोट के निशान व धारदार हथियार से गला रेतने की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज जांच शुरू की। मृतक के घर काम करते थे दोनों
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि मृतक राजकुमार ने कुछ दिन पहले ही फिरोजाबाद में अपना पुराना मकान बेचा था। हत्या से 15 दिन पहले वो शास्त्रीपुरम कल्पना कुंज दहतोरा में किराए पर रहने आए थे। मकान के पास ही उन्होंने दुकान भी ली थी। पिछले करीब 5 साल से उनके फिरोजाबाद नई आबादी के रहने वाले प्रशांत और संकेत रहते थे। पुलिस ने दोनों से पूछताछ कि तो वो गुमराह करते रहे। कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया। संकेत ने बताया कि वो मृतक से पहले से परिचित था। उनकी पत्नी की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। ऐसे में अकेले होने के चलते घर बेचकर आगरा आ गए थे। घर बेचने पर उन्हें 25 लाख रुपए मिले थे। मृतक शराब पीने का भी आदी थे। ऐसे मे उन्होंने हत्याकर रुपए लूटने की साजिश रची।
शराब पिलाई, छाती में मारे चाकू
आरोपियों ने बताया कि हत्या वाले दिन 17 सितंबर की शाम को वो मृतक के घर पहुंचे। उन्हें खूब शराब पिलाई। जब वो नशे में हो गए तो उन्हें बेड पर लिटा दिया। एक आरोपी रसोई से सब्जी काटने वाला चाकू ले आया। दूसरे ने उनके हाथ पकड़े और उनकी छाती पर एक के बाद एक चाकू से 6 वार किए। जब उनको लगा कि राजकुमार की मौत हो गई है तो खून के छींटे मिटाने के लिए बाथरूम जाकर दोनों नहाए। इसके बाद वो घर से भाग गए। पुलिस को देते रहे चकमा, पोस्टमार्टम कराने तक गए
दोनों आरोपी बहुत शातिर थे। उन्होंने हत्या को हादसा बनाने की प्लानिंग की थी। मृतक को जमीन पर लिटा दिया था, जिससे लगे कि वो शराब के नशे में जमीन पर गिर गए हैं। पुलिस भी पहले इसे हादसा मान रही थी। मगर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में धारदार हथियार से मौत सामने आई। एडीसीपी ने बताया कि दोनों आरोपी शव मिलने से लेकर पोस्टमार्टम होने तक साथ में थे। अंतिम संस्कार में भी साथ गए, जिससे पुलिस को उन पर शक न हो। यूपीआई से रुपए निकालने की कोशिश की
आरोपियों को उम्मीद थी कि घर से उन्हें अच्छा खासा कैश मिलेगा, लेकिन घर से केवल 40 हजार रुपए नगद और सोने-चांदी के आभूषण ही मिले। उन्होंने मृतक के मोबाइल फोन से सिम निकालकर उनका यूपीआई एक्टिवेट कर लिया। इसके बाद उनके यूपीआई से रुपए निकालने की कोशिश की, लेकिन रुपए नहीं निकाल सके। पुलिस ने आरोपियों के पास से रुपए व जेवरात बरादम कर लिए हैं।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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