रामपुर में एक लाख का इनामी पशु तस्कर मारा गया:STF ने एनकाउंटर किया; दरोगा-सिपाही घायल, गोरखपुर में NEET स्टूडेंट की हत्या की थी
यूपी STF ने रामपुर में 25 साल के पशु तस्कर जुबैर उर्फ कालिया को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। ADG गोरखपुर ने उस पर एक लाख का इनाम रखा था। जुबैर गोरखपुर में NEET छात्र की हत्या में मुख्य आरोपी था। वह रामपुर में थाना गंज के घेर मर्दान खां का रहने वाला था। STF को जुबैर के यहां छिपे होने की जानकारी मिली थी। शुक्रवार की रात STF ने उसकी चाकू चौक से मंडी जाने वाले रास्ते पर घेराबंदी की। खुद को घिरता देख तस्कर ने फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ में दरोगा राहुल जादौन और सिपाही संदीप कुमार घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने पीछा करते हुए जुबैर पर फायरिंग की। गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 4 तस्वीर देखें… मुरादाबाद के DIG मुनिराज जी और गोरखपुर जोन के DIG शिवसिंपी चनप्पा ने जुबैर के मारे जाने की पुष्टि की है। तस्कर जुबैर के खिलाफ 18 मामले दर्ज थे। इनमें रामपुर में 14, गोरखपुर में 2, गोंडा और बलरामपुर में एक-एक केस शामिल हैं। 15 सितंबर को NEET छात्र की हत्या करने के बाद वह फरार चल रहा था। उसकी तलाश में STF और पुलिस की कई टीमें लगी थीं। जुबेर के एनकाउंटर के साथ ही यूपी पुलिस ने अब तक कुल 249 दुर्दांत अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया है। यह आंकड़ा 20 मार्च 2017 से 26 सितंबर 2025 तक का है। DIG ने बताया कैसे हुई मुठभेड़…
डीआईजी मुरादाबाद जोन मुनिराज ने बताया कि रामपुर में पुलिस चाकू चौक पर चेकिंग अभियान चला रही थी। सीओ सिटी जितेंद्र के नेतृत्व में एक टीम वहां मौजूद थी। इसी दौरान 2 संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार बहुत तेजी से आ रहा थे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। उन्होंने गाड़ी न रोक कर सीधे पुलिस पर चढ़ाने की कोशिश की और फायरिंग करने लगा। उसके बाद वह गाड़ी घुमाकर कच्चे रास्ते पर भगाने लगे। उसने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। दोनों तरफ से लगातार फायरिंग हुई। पुलिस ने थोड़ा आगे जाकर देखा, तो युवक वहां गिरा हुआ मिला। उसके बगल में एक कट्टा और एक पिस्टल भी पड़ा था। जबकि उसका साथी वहां से फरार हो गया। युवक को पुलिस उठाकर अस्पताल लेकर आई। यहां पर डॉक्टर ने इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया। उसकी पहचान वांटेड अपराधी जुबैर के रूप में हुई है। इसके ऊपर गोरखपुर में एक लाख का नाम घोषित था। हमारे पास उसकी फोटो पहले से थी। उसी के आधार पर उसकी पहचान हुई है। बाकी उनके परिवार से हम बात करेंगे। इसके ऊपर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं। इसके ऊपर 307 और 302 सहित गोकशी के भी कई मुकदमे हैं। अब जानिए गोरखपुर में 15 सितंबर की रात क्या हुआ था? गोरखपुर में 15 सितंबर की रात 11.30 बजे 10-12 पशु तस्कर दो गाड़ियों (पिकअप) से पिपराइच के मऊआचापी गांव पहुंचे। गांव के एंट्री पॉइंट पर ही दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान है। तस्करों ने जब सुनसान जगह देखी, तो लूट के इरादे से दुकान का ताला तोड़ने लगे। दुकान की ऊपरी मंजिल में ट्रैवल का ऑफिस है। यहां दुर्गेश का भांजा सो रहा था। शटर खड़खड़ाने की आवाज हुई, तो वह उठ गया। उसने देखा तो नीचे 10-12 लोग खड़े थे। उसने तुरंत मामा दुर्गेश के बेटे दीपक को कॉल किया। दीपक ने शोर मचाया और तुरंत स्कूटी से दुकान की तरफ भागा। उसके पीछे 10-15 गांववाले भी वहां पहुंच गए। शोर-शराबा सुनकर तस्कर भागने लगे। तभी उनका गांववालों से आमना-सामना हो गया। इसी बीच तस्करों ने फायरिंग कर दी। दीपक सबसे आगे था। ऐसे में तस्करों ने उसको अपनी गाड़ी में खींच लिया। उधर, गांववालों ने भी एक तस्कर को पकड़ लिया। उसकी गाड़ी फूंक दी और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसी दौरान पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने तस्कर को अपनी गिरफ्त में लेने की कोशिश की, तो गांववाले एसपी से उलझ गए। इसके बाद पुलिस और गांववालों में झड़प हो गई। इसमें एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच थाना प्रभारी घायल हो गए। जैसे-तैसे पुलिस ने तस्कर को भीड़ से छुड़ाया और हॉस्पिटल में एडमिट कराया। एसपी और दरोगा को गंभीर चोटें आईं। उधर, जिस तरफ तस्कर भागे थे, पुलिस ने उसी दिशा में तलाश शुरू की। वहां करीब 4 किमी दूर दीपक का खून से लथपथ शव पड़ा था। 16 सितंबर की सुबह 7 बजे छात्र की हत्या की खबर फैलते ही गुस्साए लोगों ने गोरखपुर–पिपराइच रोड पर जाम लगा दिया। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, तो पुलिस पर पथराव कर दिया था योगी ने कहा था- दोषियों को बख्शेंगे नहीं
मामला सीएम योगी तक पहुंचा था। उन्होंने अफसरों को जल्द से जल्द मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए थे। साथ ही कहा था- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद DIG शिवसिंपी चनप्पा और SSP राजकरण नय्यर घटनास्थल पर पहुंचे थे। दोनों अफसरों ने छात्र के घरवालों से बात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद घरवाले धरना खत्म करने के लिए राजी हुए। इस दौरान करीब 5 घंटे तक जाम लगा रहा। 23 घंटे बाद SSP ने 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया
घटना के करीब 23 घंटे के बाद 16 सितंबर की रात SSP राज करन नय्यर ने जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत 4 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया। पूरी चौकी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई। रात में 9 बजे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश भी गोरखपुर पहुंचे। पशु तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को लगाया गया। 17 सितंबर की दोपहर आरोपी का एनकाउंटर, दोनों पैर में गोली मारी
दीपक गुप्ता की हत्या के एक आरोपी पशु तस्कर को पुलिस ने 17 सितंबर को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया था। कुशीनगर में तस्कर के दोनों पैर पर दो गोली मारी। पुलिसवाले कंधे पर टांगकर उसे अस्पताल ले गए। इसके अलावा 2 और तस्करों को गिरफ्तार किया गया। तीनों एक ही बाइक से जा रहे थे। एक अन्य आरोपी अजब हुसैन को 15 सितंबर की रात ही ग्रामीणों ने पकड़ लिया था। वह अस्पताल में भर्ती है। इस तरह अब तक कुल 4 तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपी जुबैर एनकाउंटर में मारा गया। अभी एक तस्कर की तलाश की जा रही है। 22 सितंबर को सीएम योगी ने परिजनों से की थी मुलाकात
गोरखपुर में सीएम योगी ने NEET छात्र दीपक गुप्ता के माता-पिता से 22 सितंबर को मुलाकात की थी। सीएम ने दीपक की मां को 5 लाख रुपए का चेक दिया। पिता के कंधे पर हाथ रखकर हर संभव मदद का भरोसा दिया। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि परिवार की हर समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए। इस दौरान सांसद रवि किशन भी साथ थे। दीपक के पिता दुर्गेश गुप्ता ने CM से कहा था- जो भी दोषी हो, उस पर सख्त कार्रवाई हो। उसके घर बुलडोजर चलाएं। इस पर सीएम ने जिले के सभी अधिकारियों को बुलाया। दुर्गेश के सामने ही सख्त कार्रवाई का निर्देश देते हुए संपत्ति जब्त करने के लिए भी कहा। ———————- ये खबर भी पढ़िए- एनकाउंटर के बाद शव घर पहुंचा तो नारे लगे: बुलंदशहर में काफिला निकाला, बोले- हमारा ठाकुर कैसा हो, बलराम जैसा हो गाजियाबाद में एनकाउंटर में अनिल दुजाना गैंग के लीडर बलराम ठाकुर को शनिवार को क्राइम ब्रांच ने ढेर कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद सोमवार को बदमाश का शव बुलंदशहर के जहांगीराबाद में घर पहंचा। यहां पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। आगे पुलिस की गाड़ी, फिर एंबुलेंस में शव और पीछे 4-5 गाड़ियों में समर्थक हुड़दंग-नारेबाजी करते हुए पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर…
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