योगी ने दंगाइयों को सबक सिखाया…हमें डर नहीं:बरेली के लोगों ने पुलिस वालों पर बरसाए फूल; जानिए कैसे पटरी पर आया शहर

बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के बाद शनिवार को सबकुछ सामान्य रहा। रोजाना की तरह सुबह से ही दुकानें खुलने लगीं। स्कूल कॅालेज, दफ्तर सबकुछ रोजाना की तरह खुले। ऐसा लग रहा था कि बरेली में कुछ हुआ ही न हो। एक दिन पहले जो कुछ भी हुआ था, अगले दिन वैसा कुछ नहीं दिखा। जगह-जगह पुलिस के जवान मुस्तैद दिखाई दिए। पुलिस की कार्रवाई से खुश होकर आलमगिरी गंज में व्यापारियों ने फूलों की वर्षा करके फ्लैग मार्च का स्वागत किया। व्यापारियों ने कहा- आप लोगों ने जो कार्रवाई की है, उसके बाद अब हम लोगों में कोई भी भय नहीं है। कल जो घटना हुई, उसके बाद हम लोग डरे-सहमे थे। आज मार्केट नहीं खोल रहे थे, लेकिन हमें जैसे ही पता चला कि दंगे का आरोपी तौकीर रजा गिरफ्तार कर लिया गया है, तो हम लोगों ने जश्न मनाया, मिठाई बांटी। हम सबने मार्केट खोल लिया। योगी ने दंगाइयों को अच्छे से सबक सिखाया। पुलिस ने सही समय पर सही एक्शन लिया। व्यापारी नेता राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि कल जो हिंसा हुई उसके बाद हम लोगों को लगा था कि त्योहारी सीजन में कहीं कर्फ्यू न लग जाए। लेकिन आज सबकुछ सामान्य है। लोग खरीददारी करने आ रहे हैं। बवाल के बाद बरेली में दिन की शुरुआत कैसे हुई, आम जनजीवन कैसा रहा। पुलिस ने क्या-क्या एक्शन लिया। अमन-चैन की पटरी पर कैसे आया शहर। पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट… उपद्रवियों को पुलिस ने अच्छे से सबक सिखाया
शनिवार सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर की टीम बरेली के उन सभी इलाकों में पहुंची, जहां शुक्रवार 26 सितंबर को हिंसा हुई थी। सुबह-सुबह हम सबसे पहले खलिल तिराहे पर आला हजरत मस्जिद के पास पहुंचे। जहां पर पथराव और लाठीचार्ज हुआ था। वहां पर हमने कुछ लोगों को मॉर्निंग वॉक पर जाते देखा। हमने रमेश से बात की कि कल यहां पर हिंसा हुई थी, बवाल हुआ था, आपको डर नहीं लग रहा। उन्होंने कहा कि किस बात का डर, जो दंगाई थे उनको पुलिस ने बहुत अच्छे से सबक सिखाया। बाकी हमारी सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात है। थोड़ा आगे बढ़े तो एक चाय की दुकान खुली हुई थी। वहां कुछ लोग चाय की चुस्की के साथ आपस में चर्चा कर रहे थे कि तौकीर रजा हर बार बरेली में बवाल करवाते हैं। पुलिस को इस बार उनको जरूर गिरफ्तार करना चाहिए। बवाल की 2 तस्वीरें बच्चे स्कूल गए, परिजन बोले- हमें कोई डर नहीं
रोज की तरह बच्चे स्कूल जाने लगे। जगह-जगह स्कूल वैन और स्कूल बस बच्चों को ले जाती दिखी। सभी स्कूल समय पर खुले। हमने कुछ पेरेंट्स से बात की कि कल इतना विवाद हो गया था, आज आप अपने बच्चे को स्कूल भेज रहे हैं। पेरेंट्स ने कहा- कल हमने न्यूज़ देखी, उसमें पुलिस ने दंगाइयों को अच्छे से सबक सिखाया, इसलिए हमें कोई डर नहीं है। 10 बजे तक धीरे-धीरे दुकानें खुलने लगी। अजंता पटियाला रेस्टोरेंट संचालक से पूछा- हालात कैसे हैं, तो उन्होंने कहा- हालात बहुत बढ़िया है। कोई दिक्कत नहीं है। कल कुछ लोगों ने बरेली का माहौल खराब करने की कोशिश की थी, लेकिन अब स्थिति सामान्य है। CM योगी के बयान के बाद 5 थानों में 10 मुकदमे
सुबह करीब 10 बजे सीएम योगी का बयान आया, जिसमें उन्होंने कहा- बरेली का मौलाना दंगा कराना चाहता है। वो नहीं जानता यूपी में किसकी सरकार है। मौलाना को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि उसकी पीढ़ियां याद रखेगी। जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई। जिसके बाद 5 थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए गए। जिसमें ढाई से 3 हजार लोगों को आरोपी बनाया गया। वहीं, 7 मुकदमों में तौकीर रजा को भी नामजद किया गया है। पुलिस ने मौलाना समेत 39 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने तौकीर समेत 8 लोगों को जेल भेज दिया। SSP अनुराग आर्य ने बताया कि घटनाओं को लेकर थाना कोतवाली में 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। थाना बारादरी में दो एफआईआर हुई है। इसके अलावा किला, प्रेम नगर और कैंट पुलिस थानों में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई है। रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है। तौकीर रजा नहीं माने, बवाल करवाया
शुक्रवार दोपहर 1.45 बजे एसपी सिटी के ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। डीएम अविनाश सिंह ने बताया कि तौकीर रजा को कई बार बताया गया कि जिले में धारा 163 लागू है। इसमें बिना परमिशन के कोई भी धरना, प्रदर्शन, जुलूस नहीं हो सकता है। लेकिन तौकीर रजा फिर भी नहीं माने और उन्होंने बरेली में बवाल करवाया। SSP अनुराग आर्य ने बताया कि अब तक 5 थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिसमें तौकीर रजा समेत 39 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जहां-जहां हिंसा, वहां पुलिस फोर्स का फ्लैग मार्च
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद डीएम और एसएसपी ने जहां-जहां हिंसा हुई थी, वहां पर पुलिस फोर्स के साथ फ्लैग मार्च किया। दोनों अधिकारियों ने दरगाह आला हजरत के पास भी फ्लैग मार्च करके हालात का जायजा लिया। उनके साथ में पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री के जवान मौजूद रहे। डीएम और एसएसपी के बाद DIG अजय कुमार साहनी और कमिश्नर भूपेंद्र एस चौधरी ने पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ फ्लैग मार्च किया। उनके साथ में एसपी सिटी मानुष पारीक और एएसपी शिवम् आशुतोष भी मौजूद रहे। कोतवाली से शुरू हुआ फ्लैग मार्च कुतुबखाना होते हुए हिंसा ग्रस्त तक सभी क्षेत्रों में हुआ। सभी अधिकारी पैदल ही सड़कों पर रूट मार्च करते हुए जनता को ये आश्वस्त करवा रहे थे कि डरने की कोई जरूरत नहीं है। बरेली में सबकुछ सामान्य है। मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार, फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेजे गए
शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद शनिवार को मुकदमा दर्ज किया। उसके बाद गिरफ्तारी शुरू हुई। शनिवार को कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 39 आरेापियों को हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार लोगों में इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा भी शामिल है। मौलाना को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। पहले उसे बरेली जेल में रखा गया था। बाद में शनिवार की शाम को ही फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ जेल भेज दिया गया। जो 10 एफआईआर हुई है, उसमें से 7 में मौलाना तौकीर रजा का नाम शामिल है। इंटरनेट सेवा बंद, जांच के लिए टीम बनी
माहौल को पूरी तरह से शांत करने के लिए पुलिस ने एहतियातन कदम उठाए हैं। उसी कड़ी में शनिवार शाम को साढ़े 4 बजे से शहर की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। DIG अजय कुमार साहनी ने बताया कि माहौल शांत होने पर इंटरनेट सेवा बहाल की जाएगी। साथ ही हिंसा को लेकर जांच टीम भी बनाई गई है। जांच टीम को 10 दिन के भीतर रिपोर्ट देनी होगी। जांच टीम ने अपना काम शुरू कर दिया है। इस तरह शुरू हुआ 4 जगहों पर विवाद पहला विवाद: शुक्रवार को सबसे पहले आला हजरत मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ी गई। इसके बाद नौमहला मस्जिद में नमाज शुरू हुई, जो 3 बजे तक चली। कुछ लोग नमाज पढ़ने के बाद घर चले गए। कुछ शरारती लोग जैसे ही नमाज खत्म हुई, हाथों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लेकर बाहर निकले। भीड़ ने नारेबाजी करते हुए इस्लामिया ग्राउंड की ओर जाने की कोशिश की। पुलिस ने रोका तो पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर दिया। दूसरा विवाद: इस्लामिया ग्राउंड के पास में ही आला हजरत मस्जिद और नौमहला मस्जिद है। आला हजरत मस्जिद की दूरी महज 200 मीटर है। जबकि नौमहला मस्जिद करीब 500 मीटर की दूरी पर है। इसी वजह से भीड़ इकट्ठी होती चली गई। आला हजरत मस्जिद से शुरू हुआ विवाद नौमहला मस्जिद तक पहुंचा। तीसरा विवाद: इसके बाद बारादरी थाना क्षेत्र के श्यामगंज मार्केट में भी भीड़ हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी करती हुई पुलिस पर पथराव करने लगी। बाजार में पथराव से भगदड़ मच गई। इसके बाद मौके पर मौजूद SSP अनुराग आर्य ने बवालियों पर लाठीचार्ज करने का आदेश किया। फिर पूरा बाजार बंद हो गया। चौथा विवाद: इसके बाद कोतवाली के सामने नॉवेल्टी चौराहे पर भी पोस्टर लेकर लोग पहुंचे और पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसी बीच महादेव सेतु और जिला अस्पताल रोड से सैकड़ों की संख्या में लोग हाथों में पत्थर लेकर आए और पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने पत्थरबाजों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस छोड़ी। इसके बाद लोग दुकानों और घरों से छिप-छिपकर पुलिस पर पथराव करने लगे। पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान पूरी सड़क चप्पलों और ईंट-पत्थरों से बिछ गई। 4 जगहों पर 4 घंटे जूझी पुलिस, बंद करनी पड़ी थी मार्केट
शुक्रवार को यह पूरा बवाल 4 घंटे तक चला। दोपहर दो बजे शुरू हुआ हंगामा देखते ही देखते तेज होता गया। शाम छह बजे तक पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच पुलिस एक तरफ स्थिति संभालती, तो दूसरी तरफ पथराव की खबर आ जाती थी। आला हजरत मस्जिद के पास से शुरू हुआ विवाद नौमहला मस्जिद, शहर कोतवाली, नॉवेल्टी चौराहे, आजमनगर, जिला अस्पताल रोड, श्यामगंज मार्केट, बिहारीपुर तक हुआ। इसके बाद पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात हो गए। पूरा मार्केट बंद करा दिया गया। DIG अजय कुमार साहनी कहते हैं- 90 से 95 प्रतिशत लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से नमाज पढ़ी और वापस चले गए। लेकिन, कुछ शरारती तत्व आए और उन्होंने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। ये घटनाएं शहर में 3-4 जगहों पर हुईं। I Love Muhammad विवाद कानपुर से शुरू हुआ था
यह पूरा विवाद इसी महीने 4 सितंबर को कानपुर से शुरू हुआ। बारावफात (ईद मिलाद-उन्नबी) के जुलूस के दौरान एक समूह ने ‘I Love Muhammad’ लिखा एक बैनर/लाइटबोर्ड जुलूस मार्ग पर लगाया। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया। पुलिस ने बैनर हटाए और 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। बाद में विवाद बढ़ गया और कई अन्य शहरों व राज्यों में ‘I Love Muhammad’ के समर्थन में रैलियां, बैनर और पोस्टर लगे। हिंदू समुदाय ने इसके जवाब में “I Love Mahadev/Mahakaal” जैसे बैनर लगाए। ——————— बरेली बवाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए- बरेली बवाल पर योगी बोले-मौलाना भूल गया किसका शासन है: ऐसा सबक सिखाएंगे, तुम्हारी पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी UP के बरेली में जुमे पर ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर बवाल हुआ। शनिवार को CM योगी ने लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा- मौलाना भूल गया कि शासन किसका है। वो मानता था कि धमकी देंगे और जबरदस्ती जाम कर देंगे। हमने कहा कि जाम नहीं होगा। कर्फ्यू भी नहीं लगने देंगे। ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां दंगा करना भूल जाएंगी। पढ़ें पूरी खबर…

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