यूट़्यूब के जरिए अकमल रजा से मिला था तौसीफ:मुजाहिद आर्मी में लोगों को शामिल करना था तौसीफ का जिम्मा, एप से करते थे बात

सुजातगंज नई बस्ती का मो. तौसीफ पिछले एक साल से कानपुर शहर का माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहा था। कुछ माह पहले ही वह सुल्तानपुर के अकमल रजा के संपर्क में आया था, अकमल ही इस पूरे नेटवर्क का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। तौसीफ का अकमल से संपर्क यूट्यूब पर वीडियो देख हुआ था। अकमल के संपर्क में आने के बाद तौसीफ उसके मिशन मुजाहिद आर्मी बनाने में शामिल हुआ था। जिसके बाद से ही उसने लोगों को कट्‌टरपंथी बनाकर मुजाहिद आर्मी में शामिल करने का काम शरू कर दिया था। एटीएस की जांच में सामने आया कि अकमल ने ही अपने अन्य साथियों से तौसीफ का संपर्क कराया। मुजाहिद आर्मी के जरिए शातिर देश में हिंसा फैलाने का प्लान तैयार कर रहे थे। खुफिया जांच एजेंसियों की गिरफ्त में आने से बचने के लिए यह लोग एक एप का विशेष प्रकार के एप का इस्तेमाल करते थे। एटीएस इस बात की आशंका जता रही है कि शहर में तौसीफ से जुड़े और भी लोग हो सकते हैं। रविवार को ATS ने मो. तौसीफ को किया था गिरफ्तार एटीएस ने रविवार को मुजाहिदीन आर्मी बनाकर हिंसा फैलाने की साजिश में सुजातगंज के मो. तौसीफ, सुल्तानपुर के अकमल रजा, सोनभद्र का सफील सलमानी उर्फ अली रिजवी और रामपुर के कासिम अली को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। एटीएस को इंटरनेट मीडिया पर ही अहम जानकारियां मिली थीं, जिसके बाद एटीएस लखनऊ की टीम ने रविवार को तौसीफ को सुजातगंज से उठाया था। एटीएस सूत्रों के मुताबिक हिंसा के लिए फंड जुटाने, मुजाहिद आर्मी के लिए लोगों को तैयार करने, साहित्य और ऑडियो समेत अन्य योजनाएं अकमल रजा बनाता था। एक साल से अकमल के संपर्क में था तौसीफ तौसीफ पिछले एक साल से अकमल के संपर्क में था। यह सभी रात में एक विशेष प्रकार के एप के जरिए बात करते थे। शातिरों ने देश में सनसनी फैलाने और मुजाहिद आर्मी को स्थापित करने के लिए इस्लाम को लेकर बयानबाजी करने वाले हिंदू धर्म गुरुओं और धार्मिक नेताओं को निशाने पर लिया था। एटीएस सूत्रों के मुताबिक मास्टर माइंड अकमल ऐसे युवकों को निशाना बनाता था जो पढ़े लिखे होने के साथ आर्थिक रूप से कमजोर हों। तौसीफ की हालत भी कुछ ऐसी ही है, वह बीकॉम पास है और चमनगंज की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में एकाउंटेंट काम काम करता है। उसके पिता इसरार अहमद ई रिक्शा चलाते हैं,परिवार में मां कौशर जहां, दो बहन संजीदा, कहकशां और एक छोटा भाई शान के साथ तंग गलियों में स्थित 33 वर्ग गज के मकान में रहता था, जबकि उसकी तीन बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक इनके बैंक खातों की जांच की जा रही है। फंडिंग का सोर्स, पर्दे के पीछे मौजूद लोगों की जानकारी के लिए जल्द ही इन लोगों को एटीएस कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी। पड़ोसी बोले-किसी से बात नहीं करता था तौसीफ तौसीफ के पड़ोसियों ने बताया कि वह किसी से ज्यादा बात नहीं करता था। अक्सर वह अपने एक जिगरी दोस्त के साथ ही दुकान के बाहर दिन भर फोन में लगा रहता था, क्या करता था किसी को भी नहीं मालूम था। मोहल्ले के लोगों से भी वह ज्यादा बातचीत नहीं करता था। तौसीफ की छोटी बहन कहकशां ने बताया कि रविवार शाम 5:30 बजे वह अजमेरी मस्जिद से नमाज पढ़ कर घर आया था। वह अपने दोस्त से घर के बाहर खड़ा होकर बात कर रहा था। तभी लखनऊ से आई एटीएस उसे जबरन उठा कर ले गई।

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