युवती को फोन कर डराया, पोर्न वीडियो देखती हो:रुपये दो वरना कर दूंगा डाटा वायरल, धमकी देकर 57 हजार वसूले

प्रयागराज शहर की एक 19 वर्षीय युवती को डरा-धमकाकर साइबर अपराधी ने 57 हजार रुपये वसूल लिए। अंजान नंबर से फोन करने वाले साइबर अपराधी ने उसे पहले डराया। कहा कि तुम्हारी जीमेल आईडी का एक्सेस मैंने पा लिया है। तुम पोर्न वीडियो देखती हो और अगर रुपये नहीं दिए तो मैं पूरा डाटा वायरल कर दूंगा। घबराकर युवती ने रुपये दे दिए। इसके बाद उसे ठगे जाने का अहसास हुआ और फिर उसने पुलिस से शिकायत की। बोला- पा लिया है ईमेल आईडी का एक्सेस
मामला करेली इलाके का है। शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करेली क्षेत्र की रहने वाली युवती ने पुलिस को बताया कि 18 सितंबर को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले शख्स ने दावा किया कि उसके पास उसकी जीमेल आईडी और मोबाइल ब्राउजिंग हिस्ट्री मौजूद है। धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वह डेटा वायरल कर देगा। लगातार फोन करता रहा
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह घबरा गई। उसने फोन डिसकनेक्ट कर दिया लेकिन साइबर अपराधी ने दोबारा फोन किया। फोन नहीं उठाने पर लगातार कॉल करता रहा। घबराकर एक बार उसने कॉल उठाया तो उसने कहा कि वह आखिरी बार फोन कर रहा है। रुपये नहीं मिले तो वह डाटा वायरल कर देगा। बकौल पीड़िता, इसके बाद वह डर गई। जैसे ही रुपये देने को राजी हुई, कॉल करने वाले ने अपना QR कोड व्हाट्सएप पर भेजा। दहशत में होने के चलते उसने चार बार में कुल 57,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। पीड़िता की जुबानी, जो उसने पुलिस को बताया
“जब मुझे फोन आया और उसने कहा कि उसके पास मेरी जीमेल आईडी और डेटा है तो मैं घबरा गई। उसने कहा कि अगर पैसे नहीं दूंगी तो वह सबकुछ वायरल कर देगा। डर की वजह से मैंने चार बार में 57 हजार रुपये उसके दिए QR कोड पर भेज दिए। बाद में समझ में आया कि मैं ठगी का शिकार हो गई हूं। इसके बाद मैंने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। अब शिकायत लेकर थाने आई हूं। ” पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
युवती की तहरीर के आधार पर करेली थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में करेली थानाध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि साइबर सेल की मदद से कॉलर के बारे में पता लगाया जा रहा है। जिस खाते में रुपये ट्रांसफर कराए गए, उसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
कैसे बचें साइबर ठगी से किसी भी अंजान कॉल पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें। किसी धमकी भरे कॉल या मैसेज पर घबराकर पैसे न भेजें। साइबर अपराधियों द्वारा भेजे गए QR कोड या लिंक को स्कैन न करें। ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने में सूचना दें। अपने सभी डिजिटल अकाउंट्स में मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/xSzDcUC