युवक की ढाबे पर पिटाई से मौत के बाद तनाव:फौजी भी घायल; चक्काजाम के बाद SP ने 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया

बिजनौर के हल्दौर थाना क्षेत्र में एक ढाबे पर हुए विवाद में एक युवक की मौत हो गई, जबकि उसका चचेरा भाई, जो एक फौजी है, गंभीर रूप से घायल हो गया। इस मामले में लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी निरीक्षक और 112 के दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। घटना के विरोध में ग्रामीणों ने गुरुवार सुबह मुरादाबाद-बिजनौर स्टेट हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया था। मारपीट बुधवार देर रात करीब 10:30 बजे हल्दौर थाना क्षेत्र के मुरादाबाद रोड पर स्थित एक ढाबे पर हुई। वाजिदपुर निवासी अभिषेक उर्फ सन्नी (20 वर्ष) और उसके चचेरे भाई हिमांशु (फौजी) व शिवम का खतापुर गांव के विक्की और उसके साथियों से खाना खाने को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि विक्की पक्ष के लोगों ने अभिषेक और हिमांशु पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में अभिषेक उर्फ सन्नी पुत्र सुखबीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हिमांशु गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों और पुलिस ने घायल हिमांशु को अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गुरुवार सुबह 8 बजे, गुस्साए परिजन और सैकड़ों ग्रामीण अभिषेक के शव को लेकर बाल किशनपुर चौराहे पर पहुंचे। उन्होंने मुरादाबाद-बिजनौर रोड पर शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर जाम लगा दिया, पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलने पर भारी संख्या में पुलिस बल और अधिकारी मौके पर पहुंचे। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। पुलिस अधीक्षक ने मामले में लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी निरीक्षक और 112 के दो सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। दोनों पक्षों के अलग-अलग जाति के होने के कारण क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। पुलिस स्थिति पर नजर रख रही है। मृतक अभिषेक तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। उसका चचेरा भाई फौजी है, जो इस समय मध्यप्रदेश के बबीना में आर्मी जवान के पद पर तैनात है। मृतक के भाई का कहना है कि उसका छोटा भाई अपने दो चचेरे भाइयों के साथ दुकान से लौट रहा था और रास्ते में खाना खाने के लिए एक ढाबे पर रुक गया। खाना खाकर जब वे वापस आ रहे थे, तभी वहां मौजूद खातापुर निवासी एक व्यक्ति ने कहा कि “इन्होंने पैसे दिए या नहीं?” इस बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। इसी दौरान 112 पुलिस मौके पर पहुंच गई। दोनों भाई पुलिस से बात कर रहे थे, तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने पुलिस के सामने ही बल्ले से दोनों के सिर पर वार कर दिया। इस हमले में अभिषेक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका फौजी चचेरा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके ही एक व्यक्ति को पकड़कर सुबह छोड़ दिया और अब तक आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर, इस मामले में एसपी सिटी डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया कि देर रात खाना खाने को लेकर एक ढाबे पर दो पक्षों में विवाद हो गया था। इसमें घायल एक व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने शव रखकर जाम लगाने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने समझा-बुझाकर खुलवा दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है। वहीं, देर रात एसपी बिजनौर अभिषेक ने एएसपी सिटी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने पर हल्दौर थाना प्रभारी महेंद्र पाल सिंह और पीआरवी पर तैनात मुख्य आरक्षी मोहब्बत खां व आरक्षी प्रशांत तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले भी एक किशोरी को ले जाने के मामले में किसान यूनियन का धरना-प्रदर्शन हल्दौर थाने पर चल रहा था। किसान नेताओं ने पुलिस पर ₹35,000 लेने का आरोप लगाया था। अब हल्दौर थाने की कमान एसपी के द्वितीय पीआरओ निरीक्षक संजय कुमार को सौंपी गई है। संजय कुमार को प्रभारी निरीक्षक थाना हल्दौर बनाया गया है।

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