मेरठ सीसीएसयू हॉस्टल में बम कांड:बमबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद जांच को पहुंची थाना पुलिस ने 2 छात्रों को हिरासत में लिया
मेरठ सीसीएसयू के पं. दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास में रविवार को पूछताछ के लिए मेडिकल थाना पुलिस पहुंची। पुलिस ने जिस हॉस्टल में बम फोड़ा गया वहां जाकर मौके पर मुआयना किया है। साथ ही हॉस्टल वार्डन और हॉस्टल में रहने वाले छात्रों से पूछताछ की है।
छात्रों से पूछा कि घटना वाली रात क्या हुआ था। पुलिस अब हॉस्टल और आसपास जो सीसीटीवी लगे हैं उनके फुटेज भी चैक करेगी। वहीं हॉस्टल से सुमित सहित एक अन्य छात्र को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उसे लेकर मेडिकल थाने गई है। जहां छात्रो ंसे पूछताछ की जा रही है। हॉस्टल में पहुंचकर छात्रों ने लगाए तमाम आरोप बता दें कि यूनिवर्सिटी के पं. दीनदयाल उपाध्याय बॉयज हॉस्टल में शुक्रवार यानि करवाचौथ की देर रात 12 बजे के बाद छात्रों ने पॉलिथीन बम फोड़े हैं। हॉस्टल के अंदर ये बम फोड़े गए। इतना ही नहीं छात्रो ंने बम फोड़ते हुए और धमाकों के वक्त पूरा वीडियो भी बनाया। इसका लाइव वीडियो वायरल भी किया है। पुलिस ने मौके से दो छात्रों को हिरासत में लिया वीडियो में छात्र साफ तौर पर पेट्रोल और पॉलिथीन बम चलाते दिख रहे हैं। धमाका और तेज हो इसके लिए छात्रो ंने लोहे के ड्रम का भी इस्तेमाल किया। ड्रम के अंदर बम रखकर फोड़ा। धमाकों की गूंज के साथ छात्रों ने वंदे मातरम और पार्वती पतये का नारा भी लगाया। काफी देर तक हॉस्टल कैम्पस में अंदर ये बमबाजी चलती रही। छात्र बोले कोई भी अप्रिय घटना हो सकती थी रविवार को विवि के कुछ अन्य छात्र अक्षय बैंसला के साथ दूसरे छात्र पं. दीनदयाल उपाध्याय बॉयज हॉस्टल में हॉस्टल वार्डन से मिलने पहुंचे। छात्रों ने यहां पहुंचकर हंगामा कर दिया। काफी देर तक छात्रों और वार्डन के बीच बहस हुई है। जिसमें छात्रों ने विवि प्रशासन और वार्डन पर लापरवाही का आरोप लगाया। पिछले दिनों भी हॉस्टल में हुआ था झगड़ा छात्रों ने कहा कि विवि प्रशासन, हॉस्टल प्रबंधन क्या कर रहा था जो इस तरह हॉस्टल में बमबारी हो गई। ये पेट्रोल बम कितने घातक हो सकते थे। इससे कोई अप्रिय घटना भी हो सकती थी। कहा कि बाहरी छात्र आए दिन हॉस्टलों में जाकर रहते हैं। वो वहां खाना खाते हैं पूरा आराम फरमाते हैं। लेकिन हॉस्टल प्रशासन बाहरी लड़कों पर कोई एक्शन ही नहीं लेता। कैसे बाहरी युवकों को हॉस्टल में एंट्री दी जाती है। उन पर कोई निगरानी नहीं होती। कहा कि हॉस्टल प्रबंधन भी इस तरह की घटनाओं में बराबर का जिम्मेदार है। वहीं हॉस्टल वार्डन काफी देर तक छात्रों को समझाने का प्रयास करते रहे। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच हो रही है। 200 छात्रों को नोटिस भी दिया गया है। जो लड़के इसमें शामिल हैं उन पर एक्शन भी होगा।
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