मेरठ का सबसे ऊंचा 120 फुट का रावण, VIDEO:जानिए कैसे तैयार होता है रावण, मुस्लिम परिवार बना रहा रावण का विशालकाय पुतला

आपने रावण को जलते हुए तो कई बार देखा होगा, लेकिन क्या कभी सोचा है कि यह विशाल रावण आखिर बनता कैसे है? मेरठ के भैसांली मैदान में इस बार 120 फुट का रावण तैयार हो रहा है। खास बात यह है कि इसे बनाने का काम एक मुस्लिम परिवार कर रहा है, जो पीढ़ियों से इस परंपरा को निभाता आ रहा है। बांस और रस्सी से बनता ढांचा रावण बनाने वाले असलम बताते हैं कि सबसे पहले बांस की लंबी-लंबी डंडियां काटी जाती हैं। फिर उन्हें रस्सियों से जोड़कर पुतले का ढांचा तैयार किया जाता है। ढांचे को जोड़ते समय अलग-अलग हिस्से जैसे—पैर, हाथ, सिर, लहंगा और शरीर का फ्रेम बनाया जाता है। आटे और कागज से ढकते हैं शरीर जब पूरा ढांचा तैयार हो जाता है तो उस पर आटे की लोई से तैयार लेप लगाया जाता है। इसे कागज पर चिपकाकर लकड़ी और बांस के फ्रेम पर चढ़ाया जाता है। पूरा ढांचा इस तरह कागज की परत से ढक दिया जाता है ताकि वह मजबूत हो सके। कपड़े और रंगीन कागज से सजता है रावण इसके बाद पूरे पुतले पर कपड़ा चढ़ाया जाता है। फिर उस पर चमकीले और रंग-बिरंगे कागज लगाए जाते हैं। चेहरे पर मूंछ, मुकुट और गहनों जैसी सजावट की जाती है। इस सजावट में सबसे ज्यादा मेहनत लगती है क्योंकि यही पुतले को असली रावण जैसा रूप देती है। दो महीने की मेहनत से होता है तैयार असलम बताते हैं कि उनका पूरा परिवार पिछले दो महीनों से इस काम में जुटा हुआ है। दिन-रात मेहनत करके उन्होंने मेरठ का सबसे ऊंचा 120 फुट का रावण तैयार किया है। वे बताते हैं कि सालों से उनका परिवार दशहरे पर रावण बनाता आ रहा है और कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ भी तैयार करता है। परंपरा और गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल यह काम केवल एक पुतला बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें मेरठ की गंगा-जमुनी तहजीब की झलक मिलती है। एक मुस्लिम परिवार दशहरे पर रावण तैयार करता है, जिसे बाद में पूरा शहर मिलकर जलाता है। यही इस त्योहार की सबसे बड़ी खूबसूरती है।

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