मेडिकल कॉलेज की पानी टंकी से युवक का शव बरामद:छह घंटे चली मशक्कत, शव निकाला गया; पुलिस और फायर ब्रिगेड ने निकाला
देवरिया। जिला मुख्यालय स्थित महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में सोमवार को सनसनी फैल गई, जब अस्पताल परिसर की बड़ी पानी की टंकी से एक युवक का शव बरामद हुआ। शव निकालने में पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को करीब छह घंटे तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी। देर शाम तक चले इस रेस्क्यू अभियान ने पूरे मेडिकल कॉलेज और जिले को झकझोर कर रख दिया। घटना शाम करीब चार बजे शुरू हुई, जब टंकी से पानी नहीं आ रहा था। कर्मचारियों ने शौचालयों में पानी की कमी की जांच शुरू की। मोटर और पाइपलाइन चेक करने के बाद भी कोई लीक नहीं मिला। टंकी का ढक्कन हल्का खोलने पर अंदर संदिग्ध वस्तु और दुर्गंध आई। कर्मचारियों ने तुरंत प्राचार्य को सूचित किया। प्राचार्य ने सदर कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। पुलिस, फोरेंसिक टीम और फायर ब्रिगेड शाम करीब 7:30 बजे मौके पर पहुंची। टंकी का मुंह छोटा होने के कारण अंदर जाना मुश्किल था। फायरमैनों ने टंकी का ढक्कन तोड़कर लगभग छह घंटे की मेहनत के बाद शव बाहर निकाला। पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार, शव की हालत खराब थी और संभावना है कि युवक की मौत लगभग एक सप्ताह पहले हुई थी। फॉरेंसिक टीम ने नमूने और साक्ष्य एकत्र किए, जबकि टंकी के आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया गया। कैसे टंकी में पहुंचा युवक? मामले की जांच में यह सवाल उठ रहा है कि युवक टंकी में कैसे पहुंचा। टंकी का ढक्कन भारी लोहे का है, जिसे अकेले खोलना मुश्किल है। कुछ कर्मचारियों का कहना है कि संभवतः युवक को टंकी में डाला गया और ऊपर से ढक्कन बंद कर दिया गया। पुलिस इन सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी, होमगार्ड और पूर्व सैनिकों की मौजूदगी के बावजूद यह घटना हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि सुरक्षा कर्मी सतर्क रहते, तो कोई व्यक्ति टंकी क्षेत्र तक नहीं पहुंच पाता। प्राचार्य ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। शव मिलने की खबर फैलते ही परिसर के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया। प्रशासन ने मीडिया को सीमित जानकारी दी और अफवाहों को रोकने का प्रयास किया।
सीसीटीवी और पूछताछ पुलिस मेडिकल कॉलेज के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। सुरक्षा गार्ड, कर्मचारियों और विद्यार्थियों से पूछताछ की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया कि शव लगभग एक सप्ताह पुराना प्रतीत होता है। छत से बरामद बेडशीट और शर्ट जांच के दौरान पुलिस ने कॉलेज की छत से एक बेडशीट और शर्ट बरामद की, जिन पर मेडिकल कॉलेज की मोहर लगी हुई थी। ये वस्तुएं भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई हैं।
SDM-CMS मौके पर पहुंचे एडीएम जल राजन चौधरी, क्षेत्राधिकारी सदर संजय रेड्डी और मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. एच. के. मिश्रा, डॉ. अजीत पाल, डॉ. एस.एस. द्विवेदी, डॉ. प्रदीप गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। 5वीं मंजिल पर लाइट नहीं पुलिस को रेस्क्यू के दौरान पांचवी मंजिल पर टंकी तक रोशनी उपलब्ध नहीं हो सकी। दो घंटे बाद भी कॉलेज प्रशासन लाइट उपलब्ध नहीं करा सका। अंत में कोतवाली से सर्च टॉर्च मंगवाई गई, जिसके प्रकाश में रेस्क्यू कार्य पूरा किया गया।
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