मेडिकल कॉलेज की टंकी में शव मिलने का मामला:महाराष्ट्र के फैक्ट्री मालिक का निकला, हत्या या हादसे पर जांच जारी

देवरिया में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी से महाराष्ट्र के फैक्ट्री मालिक अशोक तांडया (60) का शव मिलने की घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है। मामला जितना रहस्यमयी है, उतना ही पेचीदा भी बनता जा रहा है। पुलिस के लिए इस गुत्थी को सुलझाना आसान नहीं दिख रहा है। सवाल यह उठ रहा है कि पैर में घाव होने के बावजूद अशोक मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर कैसे पहुंचे? क्या यह आत्महत्या थी या हत्या? इन सवालों के जवाब तलाशने में पुलिस की कई टीमें लगातार जुटी हुई हैं। जानकारी के अनुसार, अशोक तांडया का शव मेडिकल कॉलेज की ओपीडी बिल्डिंग की पानी की टंकी से मिला। घटना का खुलासा तब हुआ जब टंकी से तेज बदबू आने लगी। ढक्कन खोलने पर अंदर शव तैरता हुआ मिला। सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। बाद में शव की पहचान महाराष्ट्र निवासी फैक्ट्री मालिक अशोक तांडया के रूप में हुई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अशोक 22 सितंबर को अपने ससुराल से निकले थे और 25 सितंबर को देवरिया पहुंचे। 27 सितंबर को उन्हें 108 एंबुलेंस के माध्यम से मेडिकल कॉलेज लाया गया। अस्पताल के इमरजेंसी और वार्ड रजिस्टर में उनका नाम दर्ज है और पता महाराष्ट्र का लिखा गया है। इसी आधार पर पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही है। कपड़ों में बदलाव से बढ़ा शक अशोक के साले प्रफुल्ल ने बताया कि घर से निकले समय वे हाफ पैंट और शर्ट पहने थे और उनके पास केवल एक हजार रुपये थे। लेकिन जब शव मिला, तो उन्होंने लुंगी पहन रखी थी। इस बात ने रहस्य और बढ़ा दिया कि उनका हाफ पैंट और शर्ट कहां गए। पुलिस को यह भी पता चला कि अशोक के पैर में गंभीर घाव था। ऐसे में सवाल उठता है कि वह खुद पांचवीं मंजिल पर बनी टंकी तक कैसे पहुंचे होंगे। सूत्रों का मानना है कि इस घटना में दो या अधिक लोग शामिल हो सकते हैं। जो लोग इसमें शामिल रहे, वे टंकी के ढक्कन, सीढ़ियों और वहां के रास्ते से परिचित थे। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल से तलाशे जा रहे सुराग पुलिस उन सभी संदिग्धों की तलाश कर रही है जो उस समय मेडिकल कॉलेज परिसर में मौजूद थे या जिनका अशोक से संपर्क था। कई लोगों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकलवाए जा रहे हैं। साथ ही, कॉलेज परिसर के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है, जिससे अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, पुलिस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को पत्र भेजकर 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़ी पूरी जानकारी मांगी है। सीएमओ के निर्देश पर 108 सेवा के नोडल अफसर ने पुलिस को सूचना देने वाले व्यक्ति और एंबुलेंस कर्मियों के मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए हैं। बीएचटी (बेड हेड टिकट) पर दर्ज मोबाइल नंबर फिलहाल स्विच ऑफ हैं, जिससे जांच और पेचीदा हो गई है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल पूरा मामला अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा कर रहा है। अगर अशोक तांडया सर्जिकल वार्ड में भर्ती थे, तो वे वहां से गायब कैसे हो गए? यदि वे स्वयं चले गए, तो इसकी जानकारी पुलिस या परिजनों को क्यों नहीं दी गई? अस्पताल प्रबंधन ने उनके गायब होने या उनके साथ बेडशीट ले जाने की कोई शिकायत तक दर्ज नहीं कराई। सूत्रों के अनुसार, अस्पताल के रिकॉर्ड में कुछ विवरण अधूरे हैं और कुछ पन्नों में छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है।
कैंपस सुरक्षा और पुलिस चौकी की भूमिका पर सवाल इस घटना ने न केवल अस्पताल प्रशासन बल्कि मेडिकल कॉलेज परिसर में तैनात पुलिस चौकी की निष्क्रियता को भी उजागर किया है। कॉलेज परिसर में दरोगा और सिपाही दोनों की तैनाती है, इसके बावजूद विवाद और घटनाएं होती रही हैं। कुछ दिन पहले कॉलेज के छात्रों ने आधी रात को बालिका छात्रावास में घुसकर हंगामा किया था और रोकने पर सुरक्षाकर्मी की पिटाई कर दी थी। पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। अब पानी की टंकी से शव मिलने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस चौकी की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जल्द सुलझ सकता है रहस्य पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और जल्द ही इस रहस्यमयी मौत का पर्दाफाश किया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और एंबुलेंस कर्मियों के बयान से घटना की सच्चाई सामने आएगी। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। फिलहाल हत्या, आत्महत्या या दुर्घटना तीनों संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इस घटना का खुलासा काफी चौंकाने वाला हो सकता है।” पोस्टमार्टम के बाद पत्नी को सौंपा शव महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी से शव मिलने के बाद शनिवार को पोस्टमार्टम के उपरांत शव उनकी पत्नी अनीता को सौंपा गया। अनीता ने बताया कि उनके पति पिछले 13 वर्षों से परिवार से अलग पनवेल में अपनी बेटी अनुष्का के साथ रह रहे थे। उनका केमिकल की एक फैक्ट्री थी, जिसमें हाल ही में लगभग 13 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। इससे वे काफी परेशान थे। अनीता ने बताया कि अशोक ने एमएसी कैमेन्द्री से पढ़ाई की थी और वह केमिकल इंजीनियर थे। 22 सितंबर को गोरखपुर ससुराल से निकले और इसके बाद उनका संपर्क टूट गया। पुलिस के अनुसार, मामले की जांच जारी है और सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल डिटेल से सुराग जुटाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस रहस्यमयी मौत का खुलासा किया जाएगा।

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