मासूम की हत्या के बाद इलाके में पसरा सन्नाटा:दुकानें रहीं बंद; स्कूल नहीं गए बच्चे; पिता बोले- आरोपी के घर पर बुलडोजर कार्रवाई हो
आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र में एक दिन पहले 7 साल के मासूम साहेब आलम की निर्मम हत्या के बाद शुक्रवार को सिधारी थाना क्षेत्र के रामलीला मैदान वाले इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। रह रहकर परिवार के लोगों की सिसकियां ले रहे हैं। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। इसके साथ ही मासूम के परिजनों से मिलने बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं और परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं। इस घटना के बाद आसपास के लोग भी डरे हुए हैं। यही कारण है कि इलाके के बड़ी संख्या में लोगों ने अपने बच्चों को आज स्कूल पढ़ने भी नहीं भेजा है। इसके साथ ही पूरे इलाके में जहां प्रतिदिन रौनक हुआ करती थी वहां सारी दुकानें बंद है और सन्नाटा पसरा हुआ है। मासूम की हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को देर रात ही पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया था। गुरुवार की देर रात मासूम की डेड बॉडी को दफना भी दिया गया है। इसके बावजूद भी पीड़ित परिजन आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाई जाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर ने मासूम बच्चों के पिता साहिबे आलम से बात की…… आईए जानते हैं क्या बोले मासूम के पिता दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए मासूम के पिता साहिबे आलम ने बताया कि बेटे के लापता होने के बाद हम अपने चारों भाइयों के साथ मिलकर बेटे की तलाश में जुटे हुए थे। इसके बाद गुरुवार को सुबह 10 बजे बेटे की बोरे में भरी हुई डेड बॉडी मिली। घटना में शामिल दो आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। पर हमारी मांग है और सरकार से गुजारिश है कि हमें न्याय मिले और आरोपी के घर पर बुलडोजर कार्रवाई की जाए। इसके पीछे का तर्क देते हुए पिता ने बताया कि आरोपी का घर मेरे घर के ठीक सामने है। ऐसे में जब भी आरोपी जेल से बाहर आएगा और जब हमारा आमना सामना होगा। तो हम लोग उसे बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे। नहीं थी कोई पुरानी रंजिश दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए पिता ने बताया कि आरोपी शैलेंद्र कुमार निगम उर्फ मंटू के परिवार से हमारी कोई ना तो रंजिश रही ना ही कभी बात विवाद हुआ। हमारे ही नहीं मोहल्ले के बड़ी संख्या में बच्चों को आरोपी कभी ट्रॉफी कभी चॉकलेट दिल दिया करता था या चार-पांच साल से या सिलसिला चल रहा था। पर उसके मन में क्या चल रहा था। इसका किसी को आभास नहीं था। मोहल्ले के बच्चों को चॉकलेट टॉफी और कोल्ड ड्रिंक पिलाने की पुष्टि बड़ी संख्या में लोगों ने की है। नासिर को फंसाने के लिए उनके घर में फेंका था डेड बॉडी पिता साहबे आलम ने बताया कि मेरे बेटे की हत्या करने का आरोपी शैलेंद्र कुमार निगम उर्फ मंटू ने घर में ही मेरे बेटे की हत्या कर दी थी। शैलेंद्र कुमार निगम की छत पर ब्लड के निशान थे। शैलेंद्र कुमार निगम का पड़ोस के ही रहने वाले नासिर से विवाद चल रहा था। ऐसे में नासिर को फंसाने के लिए आरोपी ने अपने घर से बोरी में भरकर डेड बॉडी नासिर के घर में फेंकने का प्रयास किया था। डेड बॉडी को फेंकते समय घर में ना गिरकर वह घर के मुख्य गेट पर लगे बिजली के तार और पेड़ों में फंस गई। इन दोनों लोगों का आपस में काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था। दुकानें बंद नहीं गए स्कूल बच्चे वही इस बारे में मोहल्ले के रहने वाले अधिवक्ता अभिषेक दुबे ने बताया कि इस घटना से हम सभी लोग दुखी और चिंतित हैं हमारे मोहल्ले की दुकान बंद है मासूम बच्चों के साथ इस घटना से सभी बच्चे और परिवार डरे हुए हैं। बच्चों को निकालने नहीं दिया जा रहा है बड़ी संख्या में बच्चे स्कूल नहीं गए और परीक्षा छोड़ दी। इस मानसिक स्थिति से हम लोग कैसे बाहर निकले यह समझ में नहीं आ रहा है। इलाके में पसरा सन्नाटा दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए मोहल्ले के ही रहने वाले राब्दुल्लाह अहमद का कहना है कि इस घटना से पूरे इलाके का माहौल गड़बड़ हो गया है। पूरा परिवार डरा सहमा है। बच्चों को लोग स्कूल नहीं भेजना चाह रहे हैं। और बड़ी संख्या में बच्चे आज स्कूल भी नहीं गए हैं। रामलीला के इस मैदान में रौनक हुआ करती थी। पर आज यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। व्यापार मंडल ने किया बंदी का ऐलान सिधारी व्यापार मंडल के अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह ने मासूम की हुई हत्या के बाद सभी व्यापारियों से अपील करते हुए बंदी का ऐलान किया है। इस दौरान दुकानदारों ने अपनी दुकान बंद करके मासूम को श्रद्धांजलि भी दी। रात्रि 12 बजे तक चलती रही प्रक्रिया रात 11 से शुरू हुई मासूम की डेड बॉडी को दफनाने की प्रक्रिया रात्रि 12 बजे तक चलती रही। इस दौरान भी एक दर्जन से अधिक थाने की फोर्स मौके पर तैनात रही। इसके साथ ही लगातार ड्रोन से निगरानी की जाती रही।
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