माफिया के बेटे अली का नया ठिकाना ‘झांसी जेल’:मुख्तार अंसारी ने यहीं से चुनाव जीता था, इसी जेल में मुन्ना बजरंगी ने काटी रातें

माफिया अतीक अहमद के बेटे अली का अब नया ठिकाना झांसी जेल हो गया है। बुधवार को उसे प्रयागराज की नैनी जेल से यहां शिफ्ट कर दिया गया। झांसी जेल पहले भी पूर्वांचल के कई माफियाओं का ठिकाना बन चुकी है। इसमें मुख्तार अंसारी से लेकर मुन्ना बजरंगी तक शामिल हैं। मुख्तार ने झांसी जेल में रहते हुए विधानसभा चुनाव जीता था। जबकि, मुन्ना बजरंगी ने यहां करीब 8 महीने का समय गुजारा था। हालांकि दोनों अब इस दुनिया में नहीं है। अली का पिता माफिया अतीक अहमद झांसी से लगभग 100 किलोमीटर दूर ललितपुर जेल में रह चुका है। ऐसे में अतीक गैंग के गुर्गों को लेकर पुलिस अलर्ट हो चुकी है। 2007 में बंद रहा माफिया मुख्तार अंसारी 2007 में माफिया मुख्तार अंसारी गाजीपुर की मऊ विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरा था। तब मतदान प्रभावित करने की आशंका के चलते उसे 29 अप्रैल 2007 को गाजीपुर से झांसी जिला कारागार में भेजा गया। 9 मई 2007 तक बंद रहा। चुनाव परिणाम आए तो वह चुनाव जीत गया था। इसके बाद वह यहां से चला गया था। इसके बाद दोबारा वह झांसी नहीं लौटा। झांसी से गया, अगले दिन मर्डर पूर्वांचल में आतंक का पर्याय रहा मुन्ना बजरंगी बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित व उनके भाई नारायण दीक्षित से रंगदारी मांगने के मामले में झांसी जेल में करीब 8 माह बंद रहा। उसे बी-वारंट पर अदालत में पेश करने के लिए पुलिस 8 जुलाई 2018 को बागपत लेकर गई थी। 9 जुलाई की सुबह बागपत जेल में उसकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। अलर्ट पर जेल प्रशासन बड़े बदमाशों के यहां बंद रहने के दौरान कारागार प्रशासन को सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने पड़े थे। अब अली के यहां पहुंचने पर जेल प्रशासन को भी फिर से वही इंतजाम करने की कवायद करनी पड़ रही है। अली की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सांसत में है। बुधवार को अली के यहां पहुंचने से पहले जेल प्रशासन ने उसकी सेल खाली करा लिया। यहां पुराने कैदियों को भी जाने की इजाजत नहीं दी गई। झांसी में एनकाउंटर में मारा गया था भाई असद झांसी से अतीक अहमद परिवार का नाता रहा है। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक का बेटा असद और शूटर मोहम्मद गुलाम फरार चल रहे थे। 13 अप्रैल 2023 को यूपी एसटीएफ ने बड़ागांव के पारीछा में एनकाउंटर में दोनों को मार गिराया था। इसके बाद माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज ले जाया जा रहा था। उसके काफिले को झांसी की पुलिस लाइन में रोका गया था। प्रयागराज जाते समय अतीक अहमद ने अपनी हत्या कराए जाने की आशंका जाहिर की थी। झांसी के बाद वो प्रयागराज पहुंचा। 15 अप्रैल 2023 को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा अतीक ललितपुर जेल में भी बंद रहा। उस दौरान प्रयागराज से उसके गैंग के गुर्गों ने भी यहां ठिकाना बना लिया था।

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