मधुमक्खी पालन से 80 लाख कमा रहे किसान:राज्यपाल ने कृषि विश्वविद्यालय में पांच को किया सम्मानित
जिले के कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज में आयोजित दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के पांच प्रगतिशील किसानों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया। इन किसानों ने खेती, पशुपालन, मधुमक्खी पालन और महिला स्वावलंबन के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है। बाराबंकी के रजौली गांव के निमित कुमार सिंह को मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने वर्ष 2012 में महज 50 डिब्बों से यह कार्य शुरू किया था, जो आज बढ़कर 1800 से 2000 डिब्बों तक पहुंच चुका है। वे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और बंगाल में मौसमी आधार पर मधुमक्खियों को स्थानांतरित करते हैं। इस व्यवसाय से वे प्रतिवर्ष 70 से 80 लाख रुपए की आय अर्जित कर रहे हैं और 10 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। अम्बेडकर नगर रोशनगढ़ निवासी कांती देवी को प्राकृतिक खेती और सब्जी नर्सरी उत्पादन के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।वे पिछले दो वर्षों से जैविक तरीके से सब्जियों की खेती कर रही हैं। एक बीघा जमीन से वह प्रतिमाह लगभग 20,000 रुपए की आमदनी कर रही हैं। खेती में वह पूरी तरह से गाय के गोबर और मूत्र का उपयोग कर रासायनिक खादों से दूरी बनाए हुए हैं। वाराणसी मड़ाया गांव की सुमन देवी को पशुपालन, श्रीअन्न उत्पादन और स्वयं सहायता समूह के जरिए श्रीअन्न प्रसंस्करण में योगदान के लिए सम्मान मिला। सुमन 2019 से इस क्षेत्र में सक्रिय हैं और स्थानीय महिलाओं के साथ मिलकर प्रतिमाह 15,000 रुपए की आय अर्जित कर रही हैं। जौनपुर बक्शा की दुर्गा मौर्य को कृषक उत्पादक संगठन (FPO) के सफल संचालन के लिए सम्मानित किया गया। उनके संगठन के माध्यम से 370 किसानों को धान, गेहूं और मक्का की सीधी बुवाई की तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित किया गया है, जिससे लागत में कमी और मुनाफे में बढ़ोत्तरी हुई है। मऊ लाड़नपुर निवासी आशीष राय को दलहन, तिलहन और अनाज उत्पादन में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान मिला। वह 2011 से इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं और हर साल 2 से 3 लाख रुपए की शुद्ध बचत कर रहे हैं।
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/x9a5iqr
Leave a Reply