मथुरा मंडी में हजारों टन धान पानी में डूबा:किसानों का 10 करोड़ से अधिक का नुकसान, मंडी प्रशासन पर गुस्सा; हाईवे जान किया
मथुरा में मंगलवार की सुबह खुले आसमान के नीचे नीलामी का इंतजार कर रहे किसानों पर इंद्र का कहर टूट पड़ा। मंडी परिसर में बरसात और हाईवे नाले का ओवर फ्लो गंदे पानी में किसानों का हजारों टन धान डूब गया। मंडी परिसर में जहां धान के ढेर लगे थे वहां दो-दो फीट पानी भर गया है। किसानों और मंडी व्यापारियों का दर्द ये है कि वह लंबे समय से अधिकारियों से जलनिकासी प्रबंधन की गुहार लगा रहे है लेकिन आज तक समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है। आसमान से बरसी आफत मंगलवार को हुई बारिश किसानों पर आफत बन कर आई। सबसे बड़ी समस्या कड़ी हुई मथुरा मंडी में। जहां बारिश और नाले का ओवर फ्लो पानी भर जाने के कारण धान की फसल डूब गयी। धान को पानी में डूबा देख किसानों और व्यापारियों की आंखें नम हो गईं तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। आक्रोश का इजहार करते हुए लापरवाह जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और कुछ देर के लिए नेशनल हाईवे जाम कर दिया। धान की फसल की हो रही आमद इस समय धान का सीजन चल रहा है। हाईवे स्थित अनाज मंडी में ट्रैक्टरों में लादकर नीलामी के लिए एक लाख से अधिक बोरा धान पहुंचा। मंडी परिसर में भोर से पहले ही धान के बड़े-बड़े ढेर लग गए। नीलामी प्रातः आठ बजे होती है। इसी बीच मौसम बिगड़ा तो खरीदार भी ठिठक गए। इधर किसान और आढ़तियों की बेचैनी बढ़ने लगी। बादल गरजे और तेज बरसात शुरू हो गई। खेतों में लहलहा रही फसल को देख खुश किसान मंडी में खुले आसमान के नीचे बर्बाद होती फसल को देखकर रो पड़े। आढ़तिया और किसान इकट्ठे हुए मंडी और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया। 10 करोड़ से ज्यादा हुआ नुकसान मंडी समिति के अध्यक्ष दीनानाथ अग्रवाल ने बताया कि पानी भर जाने के कारण करीब 20 आढ़तियों के यहां आया 40 हजार बोरी धान बर्बाद हो गया। वहीं, किसानों की 60 से 70 हजार बोरी धान पानी में डूब गया। जिसकी बजह से 10 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। दीनानाथ अग्रवाल ने बताया कि यहां जल निकासी के इंतजाम नहीं हैं। कई बार इस समस्या को लेकर शिकायत की,प्रदर्शन किये लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। हाईवे किया जाम मंडी में धान की फसल डूबी तो पीड़ितों में आक्रोश फैल गया। पीड़ित व्यापारी और किसान मंडी परिसर से नारेबाजी करते हुए नेशनल हाई वे पर पहुंच गए और जाम लगा दिया। जाम लगने की सुचना पर बलदेव से भाजपा विधायक पूरण प्रकाश व सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार मौके पर पहुंच गए। जहां उन्होंने आक्रोशित लोगों को समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया। समस्या समाधान का नहीं निकला हल मंडी कारोबारी अजय खंडेलवाल की शिकायत पर आगरा निर्माण खंड शाखा ने एक साल पहले हाइवे नाले के समानांतर नाला बनाने की बात कही लेकिन उस पर कोई अमल नहीं किया। बीती बरसात में एक बार फिर ये मामला निदेशक कार्यालय पहुंचा। इस पर जलभराव के समय ही डिप्टी डायरेक्ट द्वय प्रशासन-निर्माण ने स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद मंडी परिसर में ही एक वाटर टैंक बनाकर संपवेल के माध्यम से पानी को सोंख रोड नाले में प्रवाहित किए जाने पर सैद्धांतिक सहमति बनी। लेकिन जटिल टेंडर प्रक्रिया के चलते अभी इस पर भी कार्य शुरू नहीं हो सका है। चोक पड़े है नाले-नालियां, गंदगी से अटी पड़ी है मंडी अनाज मंडी पुलियाओं के नीचे सिल्ट जमी है। परिसर में अनाज, सब्जी मंडी की आवक के चलते गंदगी अधिक होती है ऐसे में सफाई के लिए विशेष प्रयास की जरूरत है। लेकिन इसके उलट मंडी की पुलिया, नाले, नालियां चोक पड़े है। मंडी प्रशासन इनकी सफाई की सुध लेना जरूरी नहीं समझता है।
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