भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर बोले-आजम असुर प्रवृत्ति के:अखिलेश यादव उनको मरवाना चाहते हैं, सत्ता में आए तो साजिश रचेंगे

गाजियाबाद की लोनी से BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आजम खान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- आजम असुर प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। उन्होंने दंगे कराए। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को माफिया कहा था।कांशीराम जी के जिले का नाम बदलने का काम किया। अखिलेश यादव आजम के घर जाकर कह रहे हैं कि साया साध रहे। साया किसका होता है? भूत का या जिन्न का? इससे साफ है कि अखिलेश यादव आजम खान को मरवाना चाहते हैं। उनकी पार्टी अगर सत्ता में आई तो आजम खान के खिलाफ कोई गहरी साजिश रची जाएगी। सपा ने हमेशा दलितों के विरोध में काम किया
नंदकिशोर गुर्जर ने कहा- समाजवादी पार्टी ने हमेशा दलितों के विरोध में काम किया है। गेस्ट हाउस कांड में बहन कुमारी मायावती को मारने की कोशिश सपा ने ही की थी। अगर उस वक्त बीजेपी नहीं होती तो सब जानते हैं क्या होता। इस पार्टी ने आतंकवादियों को रिहा करने के आदेश दिए थे। इसलिए ऐसी पार्टी की मान्यता ही खत्म कर देनी चाहिए। आजम जहां भी जाएंगे, लोग उन्हें नफरत से देखेंगे
BJP विधायक ने कहा- अखिलेश यादव कभी भी संविधान के पक्षधर नहीं रहे। आजम खान ने जो हिंदुओं पर अत्याचार किए। उसका इलाज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। आजम खान दंगे कराने वाले व्यक्ति हैं, उनका कहीं भी कोई सम्मान नहीं होगा। जहां भी जाएंगे लोग उन्हें नफरत की नजर से देखेंगे। मायावती ने भाजपा के लिए वही बातें कही जो सच है
मायावती के भाजपा की तारीफ करने पर कहा- बहन जी ने भाजपा की तारीफ नहीं की, लेकिन वो हमेशा स्पष्ट बोलती हैं। उनके कई बयानों से कभी मुस्लिम नाराज हुए, कभी दलित और स्वर्ण नाराज हुए, फिर भी मायावती ने कभी सच बोलने से परहेज नहीं किया। उनका अपना एक अंदाज है। वो सच बोलने से घबराती नहीं हैं। उन्होंने वही बोला, जो सच है। आजम ने कहा था हम कोई बड़े नेता नहीं हैं, इसलिए कोई बड़ा नेता मिलने नहीं आया आजम खान 23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा हुए थे। वे 23 महीने जेल में बंद रहे। उस समय अखिलेश उन्हें रिसीव करने नहीं पहुंचे थे। तब आजम ने कहा था- हम कोई बड़े नेता नहीं हैं। अगर बड़े नेता होते, तो बड़ा नेता लेने आता। बड़ा, बड़े को लेने आता है। अखिलेश ने रामपुर में मुलाकात के बाद कहा था आजम का साया हमेशा हमारे साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खान के जेल से छूटने के बाद पहली बार रामपुर में मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में 2 घंटे तक बातचीत चली। इस दौरान आजम की पत्नी और बेटे भी मौजूद नहीं थे। बाहर निकलने पर अखिलेश ने कहा- आजम साहब बहुत पुराने नेता हैं। उनका गहरा साया हमेशा हमारे साथ रहा है। आजम खान हमारी पार्टी का दरख्त (पेड़) हैं। आजम परिवार पर भाजपा केस करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है। यह बड़ी लड़ाई है और उसमें हम सब मिलकर लड़ेंगे। पढ़िए अखिलेश से मुलाकात के बाद आजम ने जो कुछ कहा अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद आजम खान फिर से अपने पुराने अंदाज में दिखे। एक बातचीत में आजम ने कहा- खूबसूरते हाल तो आज भी वही है, चलिए किस गली में चलेंगे। अब तो हमारे लिए मोहब्बतों का जुनून समंदर बन चुका है। क्योंकि, हम हर कसौटी पर कसे जा चुके हैं। जब उनसे पूछा गया- इमरजेंसी और अब के वक्त में क्या अंतर हैं? तो उनका जवाब था- पहले आदमियत थी। अब हैवानियत भी नहीं है। शर्म आती है। आगे के प्लान के बारे में पूछने पर कहा- अभी यह तय करना है कि कौन अपना और कौन नहीं? मुझे उसके लिए कुछ वक्त चाहिए। यहां पढ़ें पूरी खबर ——————————— इसे भी पढ़िए… राहुल बोले-रायबरेली में इंसान नहीं, संविधान की हत्या:भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण; दलित युवक की पीटकर हत्या, मार खाते हुए राहुल का नाम लिया था रायबरेली में मॉब लिंचिंग को लेकर राहुल गांधी ने कहा- दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या केवल एक इंसान की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है। देश में नफरत, हिंसा और भीड़ तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। राहुल ने मंगलवार को X पर लिखा- संविधान की जगह बुलडोजर ने ले ली है, इंसाफ की जगह डर ने, लेकिन यह देश संविधान से चलेगा, भीड़ की सनक से नहीं। भारत का भविष्य समानता और मानवता पर टिका है। मैं परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। (पूरी खबर पढ़िए)

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