बैंक मैनेजर और पत्नी को एक ही चिता पर जलाया:बेटे से मिलकर मैनपुरी लौट रहे थे, डिवाइडर से टकराई थी कार

मुरैना-धौलपुर के बीच एनएच-44 पर एक सड़क हादसे में करहल के ग्राम अहलादपुर निवासी बैंक मैनेजर नरेंद्र यादव और उनकी पत्नी सपना यादव की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब दंपती ग्वालियर में अपने बेटे से मिलकर घर लौट रहे थे। हादसे के समय कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद कार सामने से आ रहे ट्रक से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार तेज रफ्तार में थी। नरेंद्र यादव शिकोहाबाद के पास ग्रामीण बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। सोमवार को जब दंपति के पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव अहलादपुर पहुंचे, तो पूरा गांव शोक में डूब गया। रीति-रिवाज के साथ दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में पहुंचे एमएलसी मुकुल यादव ने कहा कि यह घटना पूरे क्षेत्र के लिए गहरा आघात है। बरनाहल ब्लॉक प्रमुख नीरज यादव ने बताया कि नरेंद्र और सपना मिलनसार स्वभाव के थे। उनकी मृत्यु से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर