बुलंदशहर में डेंगू-मलेरिया के 50 मरीज मिले:मच्छरों का प्रकोप बढ़ा, फॉगिंग सिर्फ कागजों में हो रही

बुलंदशहर में मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे डेंगू और मलेरिया का खतरा मंडराने लगा है। अब तक करीब 50 मरीजों में इन दोनों बीमारियों की पुष्टि हो चुकी है। दिन और रात दोनों समय मच्छरों की बढ़ती संख्या से लोग परेशान हैं, जबकि नगर निकायों पर सिर्फ औपचारिक फॉगिंग करने का आरोप लग रहा है। जिले की नौ नगर पालिकाओं और आठ नगर पंचायतों में से ज्यादातर जगहों पर फॉगिंग केवल दिखावे के लिए की गई, जिससे हालात बिगड़ते जा रहे हैं। नियमित फॉगिंग न होने के साथ ही अब तक एंटी-लार्वा का छिड़काव भी नहीं किया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि खराब सफाई व्यवस्था और नालों की गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बेकाबू हो गया है। शास्त्री नगर निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि पहले मच्छरों से परेशानी केवल रात में होती थी, लेकिन अब दिन के समय भी मच्छर काटते नहीं, काट डालते हैं। उन्होंने नालों की सफाई और फॉगिंग न होने पर नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल उठाए। कैलाशपुरी निवासी नरेंद्र ने बताया कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से लोग बुखार और संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द कदम नहीं उठाए गए तो संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। नरेंद्र ने नियमित फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव की मांग की है। इस संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी डॉ. अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ने पर फॉगिंग कराई गई थी। उन्होंने कहा कि अब फॉगिंग नियमित रूप से कराई जाएगी और मच्छरों से राहत दिलाने के लिए जल्द ही एंटी-लार्वा छिड़काव शुरू किया जाएगा। लोगों का कहना है कि जब तक नगर निकाय सफाई और फॉगिंग को प्राथमिकता नहीं देंगे, तब तक डेंगू-मलेरिया का खतरा टलना मुश्किल है।

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