बाहर से कंप्यूटर सेंटर, लैपटॉप की तस्वीरें… अंदर जिस्मफरोशी:मेरठ में लोग बोले- छुट्टी के दिन ज्यादा भीड़ लगती, चेहरा ढंककर आती थी लड़कियां
मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले कंप्यूटर सेंटर की आड़ में जिस्मफरोशी का अड्डा चलता मिला। लोकल पुलिस, सीओ ने मिलकर कंप्यूटर सेंटर में रेड डाली तो अंदर कपल्स आपत्तिजनक हालत में बैठे थे। पुलिस को वहां लड़कियां और आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुए। दरअसल कंप्यूटर सेंटर का बोर्ड केवल दुनिया को बहकाने के लिए लगा था, अंदर स्पा सेंटर में पूरा सेक्स रैकेट चल रहा था। दैनिक भास्कर की टीम पूरी हकीकत जानने के लिए ग्राउंड पर पहुंची तो पता चला कि छुट्टी वाले दिन कंप्यूटर सेंटर पर ज्यादा भीड़ आती थी, जिसमें कुछ बड़ी गाड़ियां भी होती थी। सबसे पहले पूरा मामला पढ़िए नई सड़क पर सम्राट हैवेंस हाेटल के सामने त्यागी कांप्लेक्स में स्थित एफेबल डिजाइन्स कंपनीज नाम के कंप्यूटर सेंटर पर बाहर लैपटॉप की तस्वीरें लगाई गई थीं। साथ ही लिखा था कि यहां कंप्यूटर चलाना सिखाया जाता है। साथ ही ट्रेनिंग के बाद जॉब भी दी जाती है। कंप्यूटर सेंटर पर ही एक बैनर लगा था, जिसका नाम मैजिक टच स्पा था। उसका बैनर फाड़ दिया गया है। जांच में खुलासा हुआ कि सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों को लड़कियों की तस्वीरें भेजी जाती थीं और इसी आधार पर बुकिंग होती थी। जब पुलिस टीम अंदर पहुंची, तो वहां जिस्मफरोशी का धंधा चलता मिला। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी को हिरासत में ले लिया। सभी को दो गाड़ियों से थाने लाया गया। यहां उनसे पूछताछ की गई। पुलिस ने मौके से 9 लड़कियां, 3 लड़के जो कस्टमर थे और राजबीर नामक व्यक्ति जो इस सेंटर का संचालक है उनको हिरासत में लेकर नौचंदी थाने लाई। यहां से पुलिस ने 6 लोगों को जेल भेज दिया। अभी ये लोग जेल में हैं। इसमें विपुल सिंघल का नाम बाद में जोड़ा गया, वहीं विकास त्यागी नामक आरोपी फरार है। जो बायनाकूलर नामक विज्ञापन एजेंसी का संचालक है। उसी की देखरेख में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था। रेड के बाद पूरे मार्केट में खामोशी ये रेड शनिवार 13 सितंबर की दोपहर में हुई। लगभग 2 दिन बाद सोमवार को जब हम कांप्लेक्स में माहौल देखने पहुंचे तो सबकुछ खामोश था। कांप्लेक्स के आसपास चाय, पान की दुकान पर कुछ लोग खड़े थे। जो बार-बार इस कांप्लेक्स को देखकर चर्चाएं कर रहे थे। कांप्लेक्स के ग्राउंड फ्लोर पर कुछ ऑफिस हैं जो खुले थे। फर्स्ट फ्लोर पर एफेबल डिजायंस के ऑफिस में ताला पड़ा था, इसके सामने एक नेता का दफ्तर खुला हुआ था। सेकेंड फ्लोर पर बायनाकूलर विज्ञापन एजेंसी का ऑफिस है जो खुला था। लेकिन लोग कुछ बोलने को तैयार नहीं थे, बस आते जाते हमें देख रहे थे। शनिवार को पुलिस ने सेकेंड फ्लोर पर बने इस अकेले दफ्तर में भी रेड डाली थी। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विकास त्यागी इस बिल्डिंग के ऑनर हैं, उन्हीं के कहने पर हम ये धंधा कर रहे थे, उन्हें इस पूरे काम की जानकारी है। हर किसी पर उठ रही शक की निगाह रेड के बाद पूरे कांप्लेक्स नहीं बल्कि आसपास का माहौल भी बदला हुआ था। हर इंसान एक दूसरे को शक की निगाह से देख रहा है। ये आदमी आखिर यहां क्यों आया है? लोग एकदूसरे को ऐसे देख रहे हैं मानो इन लोगों का भी जिस्मफरोशी के अड्डे से कनेक्शन है। अब आसपास के लोगों ने जो बताया वो पढ़िए… पड़ोस का मामला है सच जानते हैं ऑनकैमरा बोल नहीं सकते यहां कंप्यूटर सेंटर की आड़ में कबसे रंगीनियत का ये खेल चल रहा था, ये हमने लोगों से पूछना चाहा। आसपास की दुकानों पर आए लोगों और दुकानदारों ने माइक, कैमरा देखकर पहले ही मुंह छिपा लिया। सभी ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। लोगों ने कहा कि पुलिस पूछताछ कर रही है, हम क्या बताएं? यहां लड़के-लड़कियां मिले उनकी वीडियो, फोटो है पुलिस सब जानती है अब हमारे कहने को क्या ही बचा है। हमसे मत पूछिए। वहीं कुछ लोगों ने ऑफ कैमरा काफी बातें बताईं, उन्होंने कहा कि पड़ोस का मामला है, पुलिस भी जांच कर रही है इसलिए हम सामने आकर कुछ नहीं कह सकते। बाकी उस स्पा सेंटर में क्या चल रहा था सब जानते हैं। बस पड़ोस के कारण बोलते नहीं। संडे को रोजाना से ज्यादा भीड़ रहती कांप्लेक्स के पास चाय की दुकान पर मिले एक युवक ने बताया कि देश में कहीं भी आपने संडे के दिन कोई कोचिंग, इंस्टीट्यूट या कंप्यूटर सेंटर खुला देखा है। लेकिन ये कंप्यूटर सेंटर रविवार को जरुर खुलता था। संडे को यहां रोजाना से ज्यादा भीड़ होती थी। नीचे बाइकें, कारें खूब आती थीं। सुबह 10 बजे से गाड़ियों का आना शुरू हो जाता। दिनभर यही चलता। नीचे से ऊपर लोग आते -जाते रहते। इससे शक तो होता है कि संडे को इतनी भीड़ क्यों रहती थी। हर तरह की गाड़ी और गाड़ीवाले आते थे कांप्लेक्स में हमें एक ऑफिस का स्टॉफ मिला। उसने बताया कि इस स्पा सेंटर में हर तरह का आदमी आता था। हमने अंदर झांककर तो कभी नहीं देखा, हम क्यों अपनी इज्जत खराब करें। लेकिन नीचे काफी गाड़ियां आती थीं। पुलिस आसपास के सीसीटीवी चैक करेगी तो सच मिल जाएगा। इसमें झंडा लगी गाड़ियां भी होती थी, कुछ बड़ी गाड़ियां भी आती मानिए बड़े लोगों का आनाजाना यहां रहता था। वो लोग कहां जाते थे समझ जाइए क्योंकि कांप्लेक्स में कोई खरीदारी की दुकान तो है नहीं जहां लोग शॉपिंग करने जाएंगे। 20-20 पैकेट सिगरेट, एनर्जी ड्रिंक बिकते थे बाहर चाय की दुकान करने वाले युवक ने बताया कि छापेमारी के बाद से दुकान की बिक्री पर असर पड़ा है। पहले एनर्जी ड्रिंक, कोल्डड्रिंक, सिगरेट बॉक्स सबसे ज्यादा बिकते थे। सिगरेट के 10 से ज्यादा पैकेट केवल इसी सेंटर में जाते थे। आते-जाते लोग भी खरीदते थे। ऊपर या सीढ़ियों पर भी मंगाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। अब बदनामी और डर के कारण लोग यहां चाय पीने भी नहीं आ रहे। अगर कोई चाय पीने भी आता है तो बाहर खड़ा होकर छापेमारी की ही बातें करता है। कस्टमर आते चुपचाप ऊपर चले जाते कुछ और लोगों ने बताया कि अक्सर नए चेहरे यहां आते थे। लोग आते गाड़ी रोकते सीधे ऊपर जाते थे। कोई किसी से बातचीत नहीं करता। घंटा, दो घंटा बाद वो व्यक्ति नीचे आता और वापस चला जाता। आसपास के दुकानदारों ने सभी ने यही माहौल यहां देखा है। कोई किसी से बातचीत तक नहीं करता था। चेहरा ढंककर आती थी लड़कियां पास के एक आदमी ने बताया कि बिल्डिंग में क्या हो रहा था अब सबको पता चल गया, अंदर की वीडियो भी सामने आई है। हम लोग तो यही देखते कि रोजाना लड़कियां आतीं। वो काफी टाइट कपड़े पहनकर आतीं, उनके चेहरे ढंके हुए होते थे। लड़कियां दुपट्टे से पूरे चेहरे को नकाब जैसे कवर करके आती थीं। वापस जाते वक्त भी उनके चेहरे ढंके होते। वो कौन थी? कहां से आतीं हमें कुछ नहीं पता? हम उनको पहचान भी नहीं सकते। कुछ वाहन भी है संदिग्ध आसपास के लोगों ने बताया कि जिस दिन से यह छापेमारी हुई है कुछ वाहन भी पार्किंग में ऐसे खड़े है जो उस दिन से कहीं नहीं गए हैं। ऐसे में उनको पूरा शक है कि यह वाहन या तो उनके हैं जो ग्राहक के रूप में मौजूद थे या जो अन्य गिरफ्तार हुए हैं उनमें से किसी के हैं। विकास त्यागी के नाम है बिल्डिंग CO सिविल लाइंस अभिषेक तिवारी ने बताया-सूचना मिली थी कि इलाके में कंप्यूटर सेंटर की आड़ में स्पा सेंटर चलता है। सूचना पर मेरे साथ नौचंदी थाना और सिविल लाइंस थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। यहां चेकिंग की गई तो स्पा सेंटर चलने की बात सच पाई गई। मौके से रिसेप्शनिस्ट समेत 9 लड़कियों, 3 अन्य लोग और सेंटर संचालक राजवीर को हिरासत में लिया है। ये बिल्डिंग विकास त्यागी नामक व्यक्ति की है जिनको मुकदमे में नामजद किया गया है। विकास त्यागी अभी फरार है, मामले में उनकी भूमिका संदिग्ध है, इसकी भी जांच हो रही है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगी हैं। कांप्लेक्स में दो जगहों की शिकायत मिली थी। यहां दोनों सेंटर्स पर छापेमारी की है। एक सेंटर पर लड़के, लड़कियां मिले हैं। जिनको हिरासत में लिया है। दूसरे सेंटर पर कुछ नहीं मिला। सभी से पूछताछ हो रही है। मुकदमे में नामजद 6 में से 5 ये लोग अरेस्ट 1. राजवीर पुत्र पियारथ निवासी म0नं0 284 टूंडी बाजार फिरोजपुर जनपद फिरोजपुर, (पंजाब)। 2. सलीम पुत्र सईद निवासी मीरापुर थाना मीरापुर जनपद मुजफ्फरनगर । 3. नवाजिश पुत्र शकील निवासी म0नं0 710/10 शास्त्रीनगर थाना नौचन्दी जनपद मेरठ । 4. माज पुत्र असलम निवासी गली नं0 22 जाकिर कॉलोनी थाना लोहियानगर जनपद मेरठ । 5. आसिमा सचदेवा उर्फ मनी पुत्री गुलशन कुमार निवासी फ्लैट नं0 412, ग्राउण्ड फ्लोर, बिजली बम्बा बाईपास थाना परतापुर जनपद मेरठ । मुकदमे में नामजद विकास त्यागी फरार
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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