बरेली बवाल में मौलाना तौकीर के करीबी डॉ. नफीस अरेस्ट:IMC नेता को बेटे के साथ पकड़ा, SSP बोले-प्लानिंग से बदलवाया था नमाज का समय
बरेली में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता डॉ. नफीस को गिरफ्तार कर लिया है। उनके बेटे फरहान रज़ा खान को भी कोतवाली पुलिस ने दबोच लिया। यह दोनों ही मौलाना तौकीर रजा के करीबी माने जाते हैं। इसके साथ ही कुल गिरफ्तार उपद्रवियों की संख्या बढ़कर 81 हो गई है। SSP का बड़ा खुलासा- नमाज का वक्त बदलकर इकट्ठा की गई भीड़ एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हिंसा वाले दिन साजिश के तहत मस्जिदों में नमाज का समय बदल दिया गया। आमतौर पर जुमे की नमाज अलग-अलग मस्जिदों में 12:30 से 3:30 के बीच होती है। उस दिन एक बजे नमाज पढ़वाई गई। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग नौमहला मस्जिद और फिर इस्लामिया ग्राउंड की ओर कूच करने लगे। CCTV और व्हाट्सएप ग्रुप से सामने आए सुराग एसएसपी ने बताया कि CCTV और आई-ट्रिपल-सी कंट्रोल रूम से मिले वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान की जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया कि शुक्रवार सुबह एक वीडियो अपील वायरल की गई थी। इसी अपील के बाद नमाज का वक्त बदलने की सूचना अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप्स पर फैलाई गई। पूछताछ में पता चला है कि डॉ. नफीस के बेटे फरहान ने IMC के आधिकारिक फेसबुक पेज को ऑपरेट किया। वहीं से यह अपील अपलोड की गई। बाद में प्रशासन को गुमराह करने के लिए उसका स्क्रीनशॉट शेयर किया गया और थोड़ी देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी गई। कोतवाली पुलिस ने डॉ. नफीस और उनके बेटे फरहान को गिरफ्तार किया। बारादरी पुलिस ने शान, मोहम्मद नदीम, रिजवान और अमान को दबोचा। एसएसपी के मुताबिक, बुधवार की सुबह दो बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान भी पकड़ा गया। बाहरी राज्यों के लोग भी थे शामिल एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि हिंसा में बाहरी लोगों की भूमिका भी सामने आई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कुछ शाहजहांपुर, पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं। शुरुआती जांच में तीन लोग अन्य राज्यों के भी मिले हैं। पुलिस सर्विलांस के जरिए उनकी पूरी पड़ताल कर रही है कि वे कितने समय से बरेली में सक्रिय थे। एसएसपी ने साफ कहा कि पुलिस का मुख्य फोकस उन लोगों पर है, जिन्होंने पूरी भीड़ को भड़काने और हिंसा कराने की योजना बनाई। जांच में यह भी सामने आया कि 19 सितंबर को वीडियो अपील जारी होने के बाद लगातार संवाद स्थापित किया गया और बाहर से लोगों को बुलाया गया। संपत्ति की जांच बाद में, अभी फोकस हिंसा की साजिश पर जब मीडिया ने सवाल किया कि क्या आरोपियों की संपत्ति जब्त होगी, तो एसएसपी ने कहा- फिलहाल पूरा फोकस हिंसा की साजिश और इसमें शामिल लोगों की पहचान पर है। जो भी मास्टरमाइंड और आयोजक सामने आएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/nsM129I
Leave a Reply