बरेली बबाल के आरोपी तौकीर रजा गिरफ्तार:DM और SSP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रेस कॉन्फ्रेंस, 3000 लोगों पर FIR
बरेली में शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद हुई हिंसक घटनाओं के बाद पुलिस ने इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा को गिरफ्तार कर लिया है। तौकीर रज़ा समेत 8 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। सीएम योगी के निर्देश के बाद बरेली पुलिस ने तौकीर को अरेस्ट कर लिया। वही अभी तक 5 थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए गए है, जिनमें 7 में तौकीर रज़ा नामजद आरोपी है। इतना ही नहीं करीब ढाई-तीन हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। अब पढ़िए विस्तार से प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने क्या जानकारी दी…. एसएसपी अनुराग आर्य का बयान, घटना का संक्षिप्त विवरण एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि कल जुम्मे की नमाज़ के बाद अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन हुआ। जहां पुलिस और प्रशासन की ड्यूटी लगी थी, वहां भीड़ ने बेरिकेड तोड़ने और पुलिस पर हमला करने का प्रयास किया। एफआइआर की स्थिति एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि हमने कुल दस एफआईआर दर्ज की हैं। थाना कोतवाली में पांच एफआईआर, थाना बारादरी में दो एफआईआर और थाना किला, प्रेमनगर व कैंट में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई हैं। गिरफ़्तारियां और न्यायिक हिरासत एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आज घटना में शामिल आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार करके रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार लोगों के नाम इस प्रकार हैं: मौलाना तौकीर रज़ा, सरफराज पुत्र सलीम, मनीफुद्धीन पुत्र जरीफुद्धीन, अजीम अहमद पुत्र नसीम अहमद, मोहम्मद शरीफ पुत्र मोहम्मद अहमद, मोहम्मद आमिर पुत्र मोहम्मद जाहिद, रिहान पुत्र राजू और मोहम्मद सरफराज पुत्र समीन। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि कोतवाली की मुख्य एफआईआर संख्या 489/25 में भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के साथ संगठित अपराध और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने के प्रावधान शामिल किए गए हैं। मौके से बरामद सामग्री घटनास्थल से भारी मात्रा में पत्थर के टुकड़े, टूटे बेरिकेड, चप्पल जूते, ब्लेड, 12 बोर व 315 बोर के खोके/कार्ट्रिज, जिंदा कार्ट्रिज, एक 12 बोर तमंचा, अवैध चाकू, लाठी, डंडे और पेट्रोल भरी हुई काँच की टूटी बोतलों के टुकड़े बरामद हुए हैं। साथ ही मौके पर दो वाहन क्षतिग्रस्त पाए गए हैं — एक चार पहिया (UP-32 AG 31 37) और एक मोटरसाइकिल। हिरासत में लिये गये लोग अब तक कुल 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिन लोगों को गिरफ़्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, उनके विरुद्ध प्रक्रियाएं जारी हैं। बाकी हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है और आवश्यक वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। हमने आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज, मैदानी इनपुट, टेक्निकल इंटेलिजेंस और सूचना इकाइयों की मदद से काम शुरू कर दिया है। बरामद मोबाइल फोन आदि से सबूत जुटाए जा रहे हैं और मामले में शामिल मुखबिरों व उकसाने वालों की पहचान कर सख्त कारवाई की जाएगी। बाहरी तत्वों की संलिप्तता जांच के दौरान यह तथ्य भी सामने आया है कि बाहरी असामाजिक तत्व और कुछ बाहरी अपराधी इस घटना में शामिल रहे। इनके खिलाफ भी सूचना संग्रह कर कठोर कार्रवाई की जायेगी। घटना में एक नदीम नामक व्यक्ति का भी नाम सामने आया है नदीम (IMC नेता) है, जो फरार है और जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीम काम कर रही है। पिछली घटनाओं का संबंध और आगे की कार्यवाही मौलाना तौकीर रज़ा के नाम से पहले भी कुछ FIR जुड़े हुए मिले हैं; यह सब जांच का हिस्सा बनाया जाएगा और जो भी कानूनी कार्रवाई संभव है, उन सभी के विरुद्ध लागू की जाएगी। किसी भी उस व्यक्ति के साथ जो इस घटना में शामिल नहीं था, अनुचित व्यवहार नहीं किया जाएगा। शांति-व्यवस्था और ज़िरो-टॉलरेंस नीति हमारी नीति साफ है — कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखना और जनजीवन प्रभावित न होने देना। शासन की मनसा के अनुरूप अपराध के विरुद्ध ज़िरो-टॉलरेंस रहेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। नीचे डीएम अविनाश सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस बयान को सुधारकर व्यवस्थित रूप में दिया गया है। प्रश्न हटा दिए गए हैं और हर हिस्से पर उपयुक्त सब-हेडिंग लगाई गई है। डीएम अविनाश सिंह का बयान पिछले 6–7 दिनों से समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि मौलाना तौकीर रज़ा कुछ मुद्दों को लेकर कार्रवाई की मांग के साथ इस्लामिया इंटर कॉलेज में एकत्र होकर कलेक्ट्रेट तक मार्च करेंगे और ज्ञापन देंगे। इस पर हम लोग लगातार उनके संपर्क में रहे और उन्हें स्पष्ट बताया गया कि जनपद में धारा 163 बीएनएस (पूर्व में धारा 144) लागू है। बिना लिखित अनुमति के कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता। प्रतिनिधियों से मुलाकात इस दौरान उनके प्रतिनिधि नदीम और नफ़ीस लगातार प्रशासन के संपर्क में रहे। तीन दिन पहले नदीम हमारे कैंप ऑफिस आए थे, जहां विस्तृत वार्ता हुई। उन्हें नियमों की जानकारी दी गई और बताया गया कि इतनी बड़ी भीड़ एकत्र करना उचित नहीं होगा। इसके अगले दिन मौलाना तौकीर रज़ा स्वयं नदीम के साथ कैंप ऑफिस आए, जहां मेरी और एसएसपी की मौजूदगी में फिर बैठक हुई। हमने उन्हें स्थिति से अवगत कराया और दोबारा समझाया कि बिना अनुमति कार्यक्रम नहीं किया जा सकता। भीड़ के कारण स्थिति बिगड़ने की आशंका है। मौलाना ने कहा कि वह घर जाकर विचार करके सकारात्मक जवाब देंगे। आश्वासन और फिर खंडन अगले दिन मौलाना की ओर से नफ़ीस और नदीम के हस्ताक्षर वाला पत्र मिला, जिसमें साफ लिखा था कि इस्लामिया इंटर कॉलेज में कोई भीड़ एकत्र नहीं होगी और न ही कोई मार्च निकाला जाएगा। प्रशासन ने इस पत्र को आधार मानकर स्थिति को शांत समझा। लेकिन कुछ ही देर बाद इस पत्र का खंडन सामने आया। जब प्रतिनिधियों से पूछा गया तो उन्होंने पहले पत्र को सही बताया। हालांकि अगले दिन सुबह करीब 10:30 बजे मौलाना की तरफ से वीडियो जारी कर दिया गया कि जारी किया गया पत्र फर्जी है और पूरा कार्यक्रम पहले की तरह होगा। लगातार संपर्क और अपील इसके बाद दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक हम लगातार मौलाना से संवाद में रहे और समझाते रहे कि बिना अनुमति कार्यक्रम न करें। फ्लैग मार्च और मीडिया बाइट्स के जरिए भी जनता को सूचित किया गया कि धारा 163 बीएनएस लागू है और सभी लोग शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें। जुमे की नमाज़ और घटना कल जुमे की नमाज़ के बाद लगभग 80–90 प्रतिशत लोग शांति से अपने घर लौट गए। लेकिन कुछ लोग वहीं रुके और अन्य बाहरी लोग भी उनसे जुड़ गए। इन लोगों ने इस्लामिया इंटर कॉलेज की ओर बढ़ने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर तैनात पुलिस बल और मजिस्ट्रेट से धक्का-मुक्की की और माहौल खराब करने की कोशिश की। पुलिस की कार्रवाई स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो, इसके लिए पुलिस ने बल प्रयोग करके भीड़ को वापस भेजा। इसके बाद से लगातार ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है और उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
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