बरेली जाने से पहले लखनऊ में नेता प्रतिपक्ष हाउस अरेस्ट:बोले- दरोगा ने चिट्ठी लिखी, कलेक्टर लिखते तो मान भी लेते; भाजपा बोली- माहौल बिगाड़ रहे

समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को पुलिस ने बरेली रवाना होने से पहले ही लखनऊ में हाउस अरेस्ट कर लिया। इस पर माता प्रसाद ने कहा है कि उन्हें दरोगा ने रोकने के लिए चिट्ठी लिखी। इसी को अगर कलेक्टर लिखते तो हम मान भी लेते। शनिवार को सपा का 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बरेली जाकर पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करने वाला था। इस बीच भाजपा ने आरोप लगाया कि सपा का डेलीगेशन संवेदनशील माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहा था। ‘बरेली में बेगुनाहों को जेल भेजा गया’ : माता प्रसाद हाउस अरेस्ट के बाद मीडिया से बातचीत में माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि बरेली में बेगुनाह लोगों को जेल भेजे जाने की सूचना मिली थी। इसी जानकारी की पड़ताल के लिए डेलिगेशन का गठन किया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि रोकने की नोटिस डीएम को देनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने अचानक क्यों रोक दिया। पांडेय ने कहा कि प्रशासन हमें इसलिए रोकता है क्योंकि हम उनके अवैधानिक कामों को उजागर करते हैं। ‘सपा अशांति फैलाना चाहती है’ : भाजपा सपा डेलिगेशन को रोके जाने पर भाजपा ने कड़ा रुख अपनाया। पार्टी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, “बरेली का संवेदनशील माहौल भड़काने की कोशिश सपा कर रही थी। यह डेलीगेशन भेजना महज एक स्वांग है। योगी सरकार में किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन ने धैर्य और संयम के साथ प्रदेश को अशांत करने की इस कोशिश को ध्वस्त किया है। बरेली जाने से पहले ही सपा नेताओं को रोक देने के फैसले से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। एक ओर सपा इसे जनता की आवाज दबाने और अवैधानिक कार्यों को छुपाने का आरोप बता रही है, वहीं भाजपा इसे प्रदेश को अशांत करने की साजिश करार दे रही है। आने वाले दिनों में इस विवाद के और तूल पकड़ने के आसार हैं। 14 सदस्यीय डेलिगेशन को रोक दिया गया समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को बरेली जाने वाला था। इसमें पांच सांसद इकरा हसन, जियाउर्रहमान, नीरज मौर्य, हरेंद्र मलिक और मोहिबुल्लाह नदवी समेत कुल 14 नेता शामिल थे। इस टीम को बरेली जाकर हालात की रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपनी थी। लेकिन नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय के वृंदावन आवास पर पुलिस ने पहरा बिठा दिया और उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी। माता प्रसाद ने बरेली दौरा स्थगित किया माता प्रसाद पांडेय के आवास के बाहर पुलिस का पहरा है। वह घर से नहीं निकल सके। उन्हें पीजीआई थाना और बरेली के संबंधित थाने से नोटिस मिला था। पुलिस के अधिकारियों ने दोपहर में माता प्रसाद पांडे से बातचीत की। इस बातचीत के बाद माता प्रसाद पांडेय ने बरेली का दौरा स्थगित कर दिया। उन्होंने डेलिगेशन के सदस्यों से कहा कि जो जहां है वहीं से अपनी बात रखे। जब जाने का अनुमति होगी तब हम बरेली जरूर जाएंगे। जेपीएस राठौर ने कहा- अशांति फैलाने की कोशिश क्यों
मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उनके प्रतिनिधि मंडल से पूछना चाहता हूं कि आखिर बरेली में ऐसा क्या हुआ है, जिसके लिए वे वहां “आंसू बहाने” जा रहे हैं? क्या वे उन उपद्रवियों के लिए सहानुभूति जताने जा रहे हैं जिन्होंने पुलिस और आम जनता पर पत्थरबाजी की, पेट्रोल पंप पर फायरिंग की और बरेली में बड़ा उपद्रव फैलाया? आज जब प्रशासन ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई की है, तो समाजवादी पार्टी उन्हीं के लिए चिंता जता रही है। क्या वे उन्हीं लोगों के लिए रोने जा रहे हैं जिन्होंने कई बार बरेली को दंगों की आग में झोंकने का काम किया? मैं समाजवादी पार्टी से यह भी पूछना चाहता हूं – जो लोग 2024 के चुनाव में संविधान की दुहाई देते थे, वही आज उसी संविधान की आड़ में कानून व्यवस्था को तोड़ने और प्रदेश में अशांति फैलाने की कोशिश क्यों कर रहे हैं?

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