फतेहपुर में दुर्गा मूर्तियों का भू-विसर्जन:डीएम-एसपी की निगरानी में गंगा-यमुना घाटों पर पुलिस-पीएसी तैनात
फतेहपुर जिले में नवरात्रि के बाद मां दुर्गा की मूर्तियों का भू विसर्जन शुक्रवार को गंगा-यमुना घाटों पर संपन्न हुआ। जिला प्रशासन ने इसके लिए पहले से ही व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी कर ली थी। सुबह से ही शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से भक्तगण रंग-गुलाल उड़ाते और नाचते-गाते हुए मूर्तियों को विसर्जन स्थलों तक ले गए। पूरे जिले में कुल 2023 दुर्गा पंडाल सजाए गए थे, जहां देर शाम तक सभी मूर्तियों का सकुशल भू विसर्जन हो गया। जिला प्रशासन ने भिटौरा गंगा नदी के श्मशान घाट से आगे मूर्तियों के विसर्जन के लिए विशेष स्थान तैयार किया था। विसर्जन स्थल से 500 मीटर पहले वाहनों को रोक दिया गया था। पहले देखिए भू-विसर्जन की 14 तस्वीरें… केवल मां दुर्गा की मूर्ति ले जा रहे वाहनों को ही आगे जाने की अनुमति दी गई। जिलाधिकारी रविंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने पुलिस बल के साथ विसर्जन स्थलों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को सकुशल विसर्जन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एसडीएम सदर, डीएसपी सदर, पुलिस और पीएसी बल भिटौरा घाट पर मुस्तैद रहे।इसी तरह, मालवा थाना क्षेत्र के आदमपुर गंगा घाट और कल्याणपुर थाना क्षेत्र के शिवराजपुर घाट पर भी मूर्तियों का भू विसर्जन हुआ। इसके अतिरिक्त, धाता, किशनपुर, विजयपुर, असोथर, दतौली, चांदपुर और जहानाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत यमुना घाटों पर भी भक्तों ने उत्साहपूर्वक मूर्तियों का विसर्जन किया।
साल 2006 में स्वामी विज्ञानंद महाराज ने गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी, जिसमें भू विसर्जन का सुझाव दिया गया था। इसके बाद पूरे देश में भू विसर्जन का आदेश जारी किया गया था।
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