फतेहपुर में आरएसएस का विजयादशमी उत्सव:सह प्रांत प्रचारक ने स्वयंसेवकों को पंच परिवर्तन का आह्वान किया
फतेहपुर नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शनिवार को नेशनल इंटर कॉलेज के खेल मैदान पर विजयादशमी उत्सव मनाया। इस अवसर पर आरएसएस अवध क्षेत्र के सह प्रांत प्रचारक संजय ने मुख्य वक्ता के रूप में स्वयंसेवकों को संबोधित किया और समाज सुधार की दिशा में ‘पंच परिवर्तन’ अपनाने का आह्वान किया। संजय ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदू त्योहार केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं हैं, बल्कि समाज में उच्च नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को स्थापित करने का जरिया हैं। उन्होंने रामलीला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके मंचन से जीवन मूल्यों की स्थापना होती है। सह प्रांत प्रचारक ने बताया कि आरएसएस की स्थापना डॉ. हेडगेवार ने सनातन परंपराओं और संस्कृति की रक्षा तथा राष्ट्र पुनर्निर्माण के उद्देश्य से की थी। उन्होंने कहा कि 100 वर्षों की यात्रा के बाद स्वयंसेवकों के लिए शताब्दी वर्ष समारोह मनाना गर्व की बात है। संजय ने ‘पंच परिवर्तन’ के पांच प्रमुख आयामों स्वदेशी बोध, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और कुटुम्ब प्रबोधन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यदि इन आयामों को समाज में सशक्त रूप से लागू किया जाए, तो भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में तेजी से बढ़ सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वदेशी केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं बल्कि हमारी संस्कृति और जीवनशैली से जुड़ा है। नागरिक कर्तव्यों के प्रति सजगता, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और कुटुम्ब प्रबोधन समाज के समग्र विकास और सांस्कृतिक मजबूती के लिए अनिवार्य हैं। संजय ने अंत में कहा कि भारतीय संस्कृति की रक्षा करना आज सबसे बड़ा दायित्व है और समाज अब जागरूक हो चुका है।
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