पूर्व विधायक इरफान सोलंकी पिता की कब्र पर पहुंचे:कानपुर में बोले- एक दिन यहीं आना है, इसी बहाने हम भी अपनी कब्र देख लेते हैं

कानपुर में सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी अपने पिता की कब्र पर पहुंचे। यहां उन्होंने फूल चढ़ाए। चादर चढ़ाकर दुआ पढ़ी। उन्होंने कहा- हमारे दादा, नानी ,दादा सभी लोग यहीं पर दफन हैं। एक दिन हम सबको भी यहीं आना है तो इसी बहाने हम भी अपनी कब्र देख लेते हैं। इरफान मंगलवार को महाराजगंज जेल से छूटे थे। देर रात जाजमऊ स्थित अपने घर पहुंचे। इरफान बोले-सच कभी पराजित नहीं होता
बुधवार को इरफान अपने पिता पूर्व विधायक हाजी मुश्ताक सोलंकी कब्र पर पहुंचे। इरफान ने अपने पिता हाजी मुस्ताक को याद किया। उनकी बातों को याद किया। दैनिक भास्कर से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज पिता की फातिया पढ़ने यहां आए हैं। क्योंकि 3 साल से मौका नहीं मिला। कहा- सच्चाई कभी पराजित नहीं हो सकती। पिताजी कहते हैं थे कि जब तक आप सच के ऊपर हैं। सच के साथ हैं तो आदमी आपके साथ खड़ा रहेगा। दो-चार कदम को चलना कोई चलना नहीं कहते, जो रास्ते मंजिलों को न पहुंचे वह रास्ता, रास्ता नहीं। डर के बैठ जाएंगे तो लोग हमें भूल जाएंगे। गांधी जी भी लड़ते रहे, तब अंग्रेजों से हम आजाद हुए। हम भी आजाद होंगे। इरफान का बुजुर्गों ने किया स्वागत वहीं कब्रिस्तान के अंदर बुजुर्ग बच्चों और महिलाएं हाथों में इरफान सोलंकी और सीसामऊ से विधायक नसीम सोलंकी की तस्वीरों की तख्तियां लेकर स्वागत कर रहे थे । जब कब्र से फातिया पढ़ कर इरफान सोलंकी वापस निकले, तो बुजुर्गों ने फूलों की माला पहनाकर इरफान सोलंकी का स्वागत किया। इरफान सोलंकी ने भी वहां के लोगों से हाल-चाल लिया।

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