पूजा शकुन की जमानत याचिका वापस हुई:अलीगढ़ में हत्या के आरोप में चल रही है फरार, तलाश में जुटी पुलिस के हाथ अभी खाली

अलीगढ़ में बीते दिनों हुए अभिषेक हत्याकांड के मामले में मुख्य आरोपी पूजा शकुन पांडेय अभी फरार हैं। उनकी अग्रिम जमानत के लिए अलीगढ़ की कोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जिस पर मंगलवार को सुनवाई होनी थी। लेकिन इस याचिका को वापस ले लिया गया है। पूजा शकुन पांडेय के एडवोकेट की ओर से यह याचिका लगाई गई थी। जिस पर 7 अक्टूबर को सुनवाई होनी थी। लेकिन पूजा शकुन या उनके परिवार की ओर से किसी भी व्यक्ति ने एडवोकेट से संपर्क नहीं किया। जिसके बाद उन्होंने याचिका को नोट प्रेस (याचिका वापस) कर दिया है। जिला कोर्ट में दिया गया था प्रार्थनापत्र बाइक शोरूम संचालक की हत्या के मामले में फरार चल रही पूर्व महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय की अग्रिम जमानत के लिए जिला एवं सेशन कोर्ट में याचिका लगाई गई थी। लेकिन इस मामले में जब एडवोकेट पैनल को पूजा या उनके परिवार की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली तो इस याचिका को वापस किया गया है। एडवोकेट ने बताया कि अभी इस मामले को फिलहाल विराम दे दिया गया है। अगर उनके क्लाइंट की ओर से उनसे संपर्क किया जाएगा, या परिवार का कोई व्यक्ति उनसे मिलता है। तो फिर इस मामले को आगे बढ़ाया जाएगा। पहले दिन पूजा के पति अशोक पांडेय ने एडवोकेट से मिलकर याचिका लगाने को कहा था। लेकिन उन्हें भी जेल भेजा जा चुका है। 25 हजार की ईनामिया है पूजा हत्या के आरोप में वांछित चल रही पूजा शकुन पांडेय की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अलीगढ़ ने 3 अक्टूबर को 25 हजार का ईनाम घोषित किया था। जिसके बाद 4 अक्टूबर को उसके खिलाफ कोर्ट से NBW वारंट जारी हो गए हैं। NBW के बाद धारा 82 की कार्रवाई की जाती है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर पूजा की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। पहले धारा 82 के तहत फरार चल रहे आरोपी को निर्धारित समय में सरेंडर करने का आदेश दिया जाएगा। सूचना प्रकाशित होने के बाद भी आरोपी अगर सरेंडर नहीं करता है तो कोर्ट के आदेश के बाद आरोपी की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाती है। महामंडलेश्वर का पद हो चुका है समाप्त बाइक शोरूम मालिक की हत्या में मुख्य आरोपी पूजा शकुन पांडेय साध्वी थी और उनके पास महामंडलेश्वर का पद था। वह निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर थी और विभिन्न धार्मिक आयोजनों में आगे रहती थी। लेकिन हाई प्रोफाइल मामला होने के बाद संत समाज में भी उनके प्रति निराशा है। जिसके बाद पूजा शकुन पांडेय का पद भी समाप्त किया जा चुका है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज की ओर से उनका पद समाप्त किया जा चुका है और आजीवन अब उन्हें कभी अखाड़े में शामिल नहीं किया जाएगा। इसके बाद से संत समाज में लगातार इस मामले की भी चर्चा गरमायी हुई है। मृतक के साथ अवैध संबंध के आरोप अभिषेक की हत्या के बाद उसके पिता और भाई ने रुपए के लेनदेन का आरोप लगाते हुए हत्या का आरोप लगाया था। लेकिन बाद में मृतक के पिता नीरज गुप्ता ने सारी घटना का खुलासा करते हुए कहा कि आरोपी महामंडलेश्वर के उनके बेटे के साथ अवैध संबंध थे। आरोपी ने पहले प्रेम संबंध बनाए और फिर बाद में शादी का दबाव बनाने लगी। जब उनके बेटे ने आरोपी से दूरी बनाई तो वह बौखला उठी और बार-बार बाइक एजेंसी में पार्टनरशिप का दबाव बना रही थी। जिससे दोनों का मेलजोल बना रहे। जब अभिषेक ने उनकी बात नहीं सुनी तो आरोपी ने हत्या करा दी। तीन आरोपी जा चुके हैं जेल अभिषेक हत्याकांड में नामजद रहे पूजा शकुन के पति और हत्या की साजिश रचने के आरोपी अशोक पांडेय को पुलिस ने सबसे पहले गिरफ्तार करके 28 सितंबर को ही जेल भेज दिया था। इसके बाद 1 अक्टूबर को पुलिस ने हत्या की डील कराने वाले आरोपी फजल को गिरफ्तार किया था। वहीं 3 अक्टूबर को गोली मारने वाले आरोपी आसिफ को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। अब पूजा की तलाश जारी है। गैर राज्यों में भी संपर्क कर रही पुलिस पूजा शकुन पांडेय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस गैर राज्यों में भी संपर्क कर रही है। राजस्थान, उत्तराखंड समेत अन्य कई राज्यों में अलीगढ़ पुलिस ने संपर्क किया, जिससे कि अगर पूजा वहां छिपी हो तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। वहीं अब पूजा के नेपाल भागने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि पुलिस टीमें लगातार आरोपी की तलाश कर रही है। जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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