पारले-जी फैक्ट्री में लिफ्ट में दबकर कर्मचारी की मौत:कानपुर देहात में 2 घंटे तक लिफ्ट काटी; पिता बोले- मेरा इकलौता बेटा चला गया

कानपुर देहात में पारले-जी बिस्किट फैक्ट्री में हादसा हो गया। फैक्ट्री की लिफ्ट के नीचे दबकर एक कर्मचारी की मौत हो गई। परिवारवालों ने फैक्ट्री मैनेजमेंट पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने गैस कटर से लिफ्ट काटी। उसके बाद शव को बाहर निकाला गया। परिजनों ने हंगामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से रोक दिया। 20 लाख रुपए मुआवजे की मांग करने लगे। हंगामे की सूचना पर एसडीएम और सीओ भी मौके पर पहुंचे। पुलिस अफसरों ने फैक्ट्री प्रशासन के साथ घरवालों को समझाने का प्रयास किया। करीब 2 घंटे बाद परिवारवाले 17 लाख रुपए मुआवजा लेने के लिए तैयार हुए। इसके बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। हादसा रानियां थाना क्षेत्र के रायपुर में स्थित फैक्ट्री में हुआ। फैक्ट्री में हादसे की 3 तस्वीरें देखिए 3 महीने पहले काम करने औरैया से आया था
औरैया के आटा गांव के गिरीश मिश्रा रहते हैं। उनका बेटा निखिल (26) रायपुर स्थित पारले-जी बिस्किट फैक्ट्री में 3 महीने पहले काम करने आया था। उसके साथ गांव के कई और लड़के भी काम करने आए थे। पिता गिरीश मिश्रा ने बताया- मेरा बेटा निखिल फैक्ट्री में काम करने आया था। वो 3 महीने से घर भी नहीं गया था। परिवार में 2 बेटियों के बीच ये इकलौता बेटा था। हम लोगों को बताया गया कि फैक्ट्री में हादसा हो गया है। आपके बेटे को भी चोट लगी है। आ जाइए। सिर और दीवार के बीच फंसा था निखिल
पिता ने बताया- हम लोग आनन-फानन में फैक्ट्री पहुंचे। यहां आकर देखा तो मेरा बेटा लिफ्ट में फंसा था। उसका सिर दीवार और लिफ्ट के बीच में फंसा था। उसकी मौत हो चुकी थी। गैस कटर से लिफ्ट को काटा जा रहा था। शव देखते ही घरवालों ने फैक्ट्री में किया हंगामा
शव देखते ही फैक्ट्री में घरवालों ने हंगामा शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोग फैक्ट्री प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। 20 लाख रुपए मुआवजे की मांग कर फैक्ट्री में ही धरने पर बैठ गए। हंगामे की सूचना पर अकबरपुर क्षेत्राधिकारी संदीप वर्मा, एसडीएम नीलिमा यादव और रानियां थाने का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। 2 घंटे बाद निकाली जा सकी लाश
करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने गैस कटर की मदद से लिफ्ट में फंसे शव को बाहर निकाला। लेकिन, घरवालों ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से रोक दिया। इस दौरान एसडीएम, सीओ और फैक्ट्री प्रशासन परिजनों को समझाने लगे। करीब घंटे भर बातचीत के बाद फैक्ट्री के अफसरों ने 17 लाख रुपए का मुआवजा देने की बात कही। इसके बाद एसडीएम के समझाने पर परिवार के लोग मान गए। फिर दोपहर करीब 2 बजे शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। अकबरपुर क्षेत्राधिकारी संदीप वर्मा ने बताया- फैक्ट्री में हादसा हुआ है। निखिल नाम के युवक की मौत हुई है। इस मामले में परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं। लंबी बातचीत के बाद परिवार के लोगों को समझाकर शांत कराया गया। वो लोग मुआवजे की बात पर मान गए। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। ———————— ये खबर भी पढ़ें मालिक को बचाने के लिए कोबरा से लड़ा डॉगी…VIDEO, मिर्जापुर में जबड़े में दबाकर बाहर ले गया यूपी के मिर्जापुर में मालिक और उनके परिवार को बचाने के लिए जर्मन शेफर्ड डॉग ‘बादल’ कोबरा से भिड़ गया। कोबरा को जबड़े में जकड़ कर घसीटते हुए घर के बाहर ले गया। कई बार जमीन पर पटका। 15 मिनट तक दोनों के बीच घमासान चलता रहा। इस दौरान कोबरा ने तीन बार उसे डसा। इस लड़ाई में पहले सांप और फिर बादल की भी मौत हो गई। दोनों की लड़ाई का वीडियो भी सामने आया है। मालिक राणा सिंह ने बताया, ‘मैं सोमवार को परिवार के साथ घर के अंदर था। पूरी खबर पढ़ें

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