नोएडा में यूनीपोल पर लगे विज्ञापन हटाने शुरू:ई साइकिल डॉक स्टेशन के बाहर लगे थे यूनीपोल, 3 सदस्यों की समिति कर रही जांच

नोएडा में ई साइकिल के लिए बने डॉक स्टेशनों के बाहर लगे यूनीपोल पर एक्शन शुरू हो गया है। नोएडा ट्रैफिक सेल के जीएम एसपी सिंह ने बताया कि डॉक स्टेशन के बाहर जितने भी यूनीपोल पर अवैध विज्ञापन लगे है सभी हटाया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण की टीम काम कर रही है। अब तक सेक्टर-128 और 62 में डॉक स्टेशन के बाहर लगे यूनीपोल से विज्ञापन हटाया गया। इस दौरान ई साइकिल चलाने वाली कंपनी के प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्राधिकरण कर्मियों से बिना नोटिस दिए एक्शन करने का विरोध किया। साथ ही कोर्ट जाने की बात की। उन्होंने कहा कि विज्ञापन प्राधिकरण की अनुमति से लगाए गए है। जीएम एसपी सिंह ने बताया कि कोर्ट जाने का अधिकार उनके पास है। लेकिन डॉक स्टेशन के बाहर यूनीपोल लगाकर जो भी अवैध विज्ञापन किया गया है उसे हटाया जाएगा। बता दे शहर में 62 डॉक स्टेशन है। सीईओ संज्ञान में आने के बाद इस पूरे मामले की जांच तीन सदस्य समिति कर रही है। नोएडा प्राधिकरण के स्थापना दिवस के मौके पर 17 अप्रैल 2023 को शहर में ई-साइकिल योजना की शुरुआत की गई। इस परियोजना में अब सामने आया कि प्राधिकरण के ट्रैफिक सेल के अधिकारियों ने एजेंसी को फायदा पहुंचाने के लिए नियम बदल डाले। रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) के मुताबिक हुए एग्रीमेंट के बाद एक और एग्रीमेंट बनाया गया। इसके जरिए अधिकारियों ने एजेंसी को दोगुने बड़े प्रचार होर्डिंग्स लगवाने की मंजूरी दे दी। हालांकि अब यूनीपोल पर लगे विज्ञापन को हटाया जा रहा है। दूसरे एग्रीमेंट पर होगी कार्रवाई
ट्रैफिक सेल का यह कारनामा सामने आने के बाद नोएडा प्राधिकरण के आला अधिकारी भी अचंभित हैं। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। इसके साथ ही ई-साइकिल स्टैंडों के पास एजेंसी की तरफ से लगवाई गई प्रचार से संबंधित होर्डिंग्स को हटवाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ट्रैफिक सेल के अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। अधिकारियों का कहना है कि दूसरा एग्रीमेंट बनाए जाने को लेकर जांच की जा रही है। इस गड़बड़ी में जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 2 करोड़ में बनाए गए थे डॉक स्टेशन
प्राधिकरण ने शहर में दो करोड़ रुपए की लागत से 62 साइकिल स्टैंड बनवाए थे। इन स्टैंड के जरिए 10-10 ई-साइकिल चलवाई जाएंगी। किराये के अलावा स्टैंड पर विज्ञापन का अधिकार भी दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक 91 पेज की आरएफपी के पेज नंबर-15 पर मानक निर्धारित करते हुए कहा गया था कि ई-साइकिल स्टैंड का 25 प्रतिशत क्षेत्र अधिकतम 50 वर्ग फीट की जगह पर प्रचार का अधिकार दिया जाएगा। दूसरे एग्रीमेंट में बढ़ा दिया स्पेस
आरएफपी के हिसाब से पहला एग्रीमेंट 30 सितंबर 2022 को नोएडा प्राधिकरण के ट्रैफिक सेल के डीजीएम एस पी सिंह और एजेंसी टर्बन मोबिलिटी के बीच हुआ। अधिकारियों के मुताबिक एक दूसरा एग्रीमेंट भी तैयार किया गया। इसमें विज्ञापन अधिकार की जगह के मानक बदल कर दोगुने या इससे ज्यादा कर दिए गए। इसके बाद एजेंसी ने बड़े-बड़े होर्डिंग लगवा दिए। हालांकि अब इन पर एक्शन लिया जा रहा है। जिस कंपनी कोर्ट जाने की बात कह रही है।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर