नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय का 27वां दीक्षांत संपन्न:राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा- “जब महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी, तभी हम आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकेंगे

अयोध्या के आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय का 27वां दीक्षांत समारोह आज रविवार को स्वर्ण जयंती मैदान में धूमधाम से आयोजित किया जा रहा है। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल कर रही है। वहीं, मुख्य अतिथि के तौर पर इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर, लीमा (पेरू) के वैज्ञानिक और डायरेक्टर जनरल साइमन हैक मौजूद है। कृषि मंत्री बलदेव सिंह औलख समारोह के वरिष्ठ अतिथि है। विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के 28 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक और 735 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इसके अलावा, बाराबंकी, मऊ, जौनपुर, वाराणसी और अंबेडकर नगर के पांच प्रगतिशील किसानों को भी राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। ये किसान प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। साथ शिक्षकों को भी राज्यपाल पुरस्कृत कर रही है। एमडी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि “जब महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी, तभी हम आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकेंगे।” राज्यपाल ने महिलाओं की कृषि में बढ़ती भूमिका और सरकारी योजनाओं के लाभ उठाकर रोजगार सृजन में योगदान देने की सराहना की। उन्होंने कहा कि देशभर में कई महिलाएं नवाचार को अपनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। राज्यपाल ने अपने संबोधन में छात्रों को माता-पिता के योगदान को याद करते हुए कहा कि अपनी डिग्री उन्हें समर्पित करें और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लें। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा जीवन का सबसे बड़ा धर्म है, जो अंतिम क्षण तक जारी रहनी चाहिए। इसके अलावा राज्यपाल ने आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने देशभर के वेटरनरी विश्वविद्यालयों में A++ ग्रेड प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के लिए गौरव बताते हुए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी। समारोह में 28 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक और 735 छात्र-छात्राओं को विभिन्न उपाधियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया गया, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट वितरित किए गए और कहानी लेखन, पेंटिंग तथा भाषण प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार से नवाजा गया। 27वें दीक्षांत समारोह के मुख्यअतिथि अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) के महानिदेशक साइमन हैक ने कृषि परिवर्तन पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि कृषि न केवल भोजन उपलब्ध कराती है, बल्कि गरीबी दूर करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का सबसे प्रभावी साधन है। जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए कृषि में नवाचार, विविधता और संसाधन दक्षता की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2050 तक वैश्विक खाद्य उत्पादन में 50% वृद्धि जरूरी होगी, जिसके लिए कृषि में तकनीक और विज्ञान का समावेश अहम होगा। उन्होंने आलू, शकरकंद और अन्य जड़ व कंद फसलों की उपयोगिता पर विशेष बल दिया और कहा कि इनसे पोषण सुरक्षा व किसानों की आय दोनों में बढ़ोतरी संभव है। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज के कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह ने दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भावी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि संस्थान राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में शामिल होने वाला राज्य का एकमात्र कृषि विश्वविद्यालय है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष बी.एससी. (ऑनर्स) वानिकी और कृषि व्यवसाय प्रबंधन, कटाई-पश्चात प्रबंधन तथा पुष्प एवं भूदृश्य में पीएच.डी. कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। इसके साथ ही 17 डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स जैसे मशरूम उत्पादन, जैव उर्वरक, मधुमक्खी पालन, बागवानी, मत्स्य विज्ञान, कृषि पर्यटन प्रबंधन और परिधान निर्माण शुरू किए गए हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि सत्र 2025-26 में स्नातक, परास्नातक और पीएच.डी. की सीटें बढ़कर क्रमशः 832, 528 और 179 हो गई हैं। विदेशी छात्रों में नेपाल, केन्या, घाना, जिम्बाब्वे और वियतनाम से छात्र अध्ययनरत हैं। विश्वविद्यालय ने पिछले एक वर्ष में 30 पेटेंट हासिल किए, 424 शोध लेख और 49 पुस्तकें प्रकाशित कीं तथा 23 अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों से एमओयू किए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की 13 नई किस्में अधिसूचित की गई हैं, जिनमें आंवला, बेल, हल्दी, बेर और सरसों की किस्में शामिल हैं। बीज उत्पादन में भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की गई है। वर्तमान में 71 शोध परियोजनाएं संचालित हो रही हैं और हाल ही में 15 नई परियोजनाएं भी स्वीकृत हुई हैं। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ग्रामीण विकास, शिक्षा और नवाचार को जोड़ते हुए किसानों व विद्यार्थियों के लिए नए अवसर तैयार कर रहा है। उत्तर प्रदेश की कृषि उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य देश के खाद्य उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देता है और यहां के किसान तेजी से डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ रहे हैं। उन्होंने यूपी सरकार की योजनाओं की सराहना की और बताया कि आगरा में सीआईपी का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र स्थापित हो रहा है, जो आलू व शकरकंद अनुसंधान का प्रमुख केंद्र बनेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय को इस साझेदारी का हिस्सा बनने का आमंत्रण भी दिया। समारोह से पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में नरेंद्र पार्क का उद्घाटन किया और पार्क में मौलिश्री का पौधा रोपित किया। इस अवसर पर प्रदेश के कृषि, कृषि रक्षा एवं अनुसंधान राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, अंतर्राष्ट्रीय आलू संस्थान के महानिदेशक डॉ. साईमन हैक, कुलपति कर्नल (डॉ.) बिजेन्द्र सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। समारोह में प्राथमिक विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत पर्यावरण आधारित निबंध और गीत की सराहना की गई और बच्चों को चॉकलेट वितरित की गई। समारोह के दौरान राज्यपाल ने सुल्तानपुर जनपद के 10 आंगनबाड़ी केंद्रों को स्वास्थ्य और खिलौने की किट वितरित की। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में एच.पी.वी. टीकाकरण का शुभारम्भ किया गया, जिसमें 104 छात्राओं को टीका लगाया गया। राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उनकी गतिविधियों की जानकारी ली। राज्यपाल ने 100 कार्यकत्रियों को दिया आंगनबाड़ी किट
दीक्षांत समारोह के अवसर पर सुल्तानपुर जनपद के धनपतगंज और बल्दीराय ब्लॉक के कुल 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आंगनबाड़ी किट प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए ट्राई साईकिल, किताबें, झूले वाले घोड़े, एजूकेशनल मैप, फल, बॉल आदि प्रदान किए। छात्र-छात्राओं को राज्यपाल ने किया सम्मानित
दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बीच आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने स्कूल बैग और फल देकर सम्मानित किया।

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