दो कुख्यात अपराधी ‘ए’ श्रेणी का दुराचारी घोषित:एक पर 14 और दूसरे पर 6 मुकदमे दर्ज, हत्या का प्रयास और लूट जैसे संगीन मामले शामिल

अयोध्या में अपराध पर लगाम कसने के लिए अयोध्या पुलिस ने कड़ा कदम उठाया है। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर दो कुख्यात अपराधियों, अरुण कुमार दुबे और नीरज सिंह, को ‘अ’ श्रेणी का दुराचारी घोषित किया गया है। दोनों के खिलाफ उनकी आपराधिक गतिविधियों के आधार पर हिस्ट्रीशीट खोली गई है, ताकि उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सके और जिले में कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके। पहला आरोपी, अरुण कुमार दुबे उर्फ कबाड़ू, खण्डासा थाना क्षेत्र के ग्राम झबरा अमानीगंज का निवासी है। पुलिस ने उसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 132ए के तहत दर्ज की है। अरुण का आपराधिक इतिहास लंबा और गंभीर है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कुल 14 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें चोरी, लूट, हत्या का प्रयास, अवैध हथियार रखने और नशीली दवाओं से संबंधित मामले शामिल हैं। ये मामले अयोध्या के साथ-साथ अमेठी, रायबरेली और बाराबंकी जिले के विभिन्न थानों में दर्ज किए गए हैं। अरुण की आपराधिक गतिविधियों ने स्थानीय समुदाय में भय का माहौल पैदा किया है, जिसके चलते पुलिस ने उसे दुराचारी घोषित करने का फैसला लिया। दूसरा आरोपी, नीरज सिंह, रौनाही थाना क्षेत्र के ग्राम कुंदुर्खा खुर्द का निवासी है। उसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 01ए है। नीरज के खिलाफ रौनाही थाने में मारपीट, धमकी देने और घर में घुसकर हमला करने जैसे गंभीर अपराधों से संबंधित 6 मामले दर्ज हैं। हालांकि नीरज का आपराधिक रिकॉर्ड अरुण की तुलना में कम लंबा है, लेकिन उसकी गतिविधियों ने स्थानीय स्तर पर अशांति पैदा की है, जिसके कारण पुलिस ने उसे भी ‘अ’ श्रेणी का दुराचारी घोषित किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि दोनों अपराधियों को दुराचारी घोषित करने का निर्णय उनके आपराधिक इतिहास और समाज पर उनके नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए लिया गया है। हिस्ट्रीशीट खोलने का मकसद इन अपराधियों की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखना और भविष्य में होने वाले अपराधों को रोकना है। एसएसपी ने कहा, “हमारा उद्देश्य अयोध्या को अपराधमुक्त बनाना है।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर