दोस्ती की मिसाल ‘होमबाउंड’ ऑस्कर तक पहुंची:अमृत-सैय्यूब की दोस्ती की कहानी, पिता याद कार भावुक हुए
बस्ती। कोरोना महामारी के दौरान इंसानियत और दोस्ती की मिसाल बनी मोहम्मद सैय्यूब और अमृत प्रसाद की कहानी अब ऑस्कर तक पहुंच गई है। इन दोनों दोस्तों पर बनी फिल्म ‘होमबाउंड’ को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। यह घटना वर्ष 2020 के लॉकडाउन की है, जब सैय्यूब और अमृत प्रसाद गुजरात के सूरत से ट्रक द्वारा अपने घर लौट रहे थे। झांसी हाईवे के पास अमृत की तबीयत अचानक बिगड़ गई। कोरोना संक्रमण के डर से अन्य प्रवासी मजदूरों ने उसे ट्रक से उतार दिया। हालांकि, मोहम्मद सैय्यूब ने अपने दोस्त को संकट में नहीं छोड़ा। वह भी ट्रक से उतर गया और सड़क किनारे अमृत का सिर अपनी गोद में रखकर बैठा रहा। कुछ देर बाद एम्बुलेंस आने पर सैय्यूब ने अमृत को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। देवरी गांव के प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि अमृत और सैय्यूब सूरत में साथ काम करते थे। अमृत की मौत के बाद भी सैय्यूब उनके परिवार के हर सुख-दुख में साथ रहा। अमृत के पिता राम चरण ने भावुक होकर कहा कि सैय्यूब ने बेटे की मौत के बाद भी परिवार का साथ नहीं छोड़ा और बेटी की शादी में भी मदद की। सैय्यूब के पिता मोहम्मद यूनुस ने कहा कि यह फिल्म आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है और इसकी कमाई से अमृत के परिवार की मदद होनी चाहिए। गांव के पत्रकार वसीम ने टिप्पणी की कि जब समाज में दूरियां बढ़ रही थीं, तब इस दोस्ती ने भाईचारे की नई मिसाल कायम की।
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