देवरिया में चार खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोका:विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने का आरोप, बीएसए ने की कार्रवाई
देवरिया में शिक्षा विभाग के कार्यों में लापरवाही बरतने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शालिनी श्रीवास्तव ने कड़ा रुख अपनाया है। विभागीय कार्यों में लगातार शिथिलता बरतने वाले चार खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार, जिले के विभिन्न विकास खंडों में तैनात इन चारों बीईओ ने मानव सम्पदा पोर्टल पर चयन वेतनमान संबंधी सूचनाएं अद्यतन नहीं की थीं। इसके कारण विभागीय आंकड़ों में गड़बड़ी की स्थिति बनी हुई थी। इसके अलावा, यू-डायस (U-DISE) के महत्वपूर्ण कार्यों में भी लापरवाही देखने को मिली। बीईओ स्तर से विद्यालयों के डेटा और रिपोर्ट अपडेट न किए जाने से कई योजनाओं का समय पर क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा था। बीएसए कार्यालय के अनुसार, इन अधिकारियों द्वारा संबंधित विद्यालयों के अनुदान (Grant) का पीपीए (PPA) भी जनरेट नहीं किया गया था, जिससे कई विद्यालयों को अनुदान का भुगतान लंबित रह गया। विभाग ने पूर्व में कई बार निर्देश जारी किए थे कि सभी बीईओ निर्धारित समय सीमा में आवश्यक प्रविष्टियां पूरी करें, लेकिन बार-बार चेतावनी देने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ। बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि विभागीय कार्यों में लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की योजनाएं बच्चों के हितों से जुड़ी हैं, इसलिए समयबद्ध और पारदर्शी कार्यवाही आवश्यक है। चारों खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे लंबित कार्यों को तत्काल पूरा करें और कार्य की प्रगति रिपोर्ट कार्यालय में प्रस्तुत करें। बीएसए ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि निर्देशों का पालन नहीं किया गया, तो आगे अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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