दियरा घाट पर तीन युवाओं का अंतिम संस्कार:पिता ने दो बेटों को दी मुखाग्नि, निर्माणधीन छत के नीचे दबने से हुई थी मौत
अर्जुनपुर गांव से बुधवार दोपहर जब एक साथ तीन युवाओं की आर्थिया उठी तो गांव में मातम छा गया। 16 किमी दूर दियरा घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। साठ साल के वृद्ध पिता ने जहां दो जवान बेटों को मुखाग्नि दी, वही हिमांशु नाम के युवा को उसके मौसा ने मुखाग्नि दिया। दरअसल, अर्जुनपुर निवासी आनंद और विक्रम और हिमांशु की सोमवार की रात धरियामऊ में दर्दनाक हादसे में जान चली गई थी। निर्माणाधीन छत भरभरा कर ढह गई थी जिसके नीचे दबकर तीनों की मौत हुई। मंगलवार शाम अंधेरा होने के बाद पीएम से शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। एसडीएम गामिनी सिंगला आदि ने घर पहुंचकर परिवार से मिलते हुए शोक संवेदना प्रकट किया। बुधवार को दोपहर लगभग एक बजे तीनों शव अंतिम संस्कार के लिए निकला। हिमांशु के शव के पीछे-पीछे उसकी मां शकुंतला यह कहते हुए चली आई अब हमारा सहारा कौन होगा। साथ आई महिलांए उसे समझाने बुझाने लगी। दोपहर दो बजे आनंद और विक्रम की चिता को पिता गिरजा ने आग दी, जबकि हिमांशु की चिता को मौसा राज कुमार सरोज ने मुखाग्नि दी। बुधवार सुबह लंभुआ से पूर्व सपा MLA संतोष पांडेय अर्जुनपुर गांव पहुंचे थे। यहां पीड़ित परिवार को उन्होंने ढाढस बंधाया। तीनों मृतकों के परिजन को 50-50 नगद की मदद दिया और अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया। इसी क्रम में सपा प्रदेश सचिव तेजिन्दर सिंह बग्गा भी मृतकों के परिवार से मिले। उन्होंने कहा यह अत्यंत ह्रदयविदारक घटना है, हमारी परिवार के प्रति गहरी संवेदना है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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