डांडिया कार्यक्रम पर प्रशासन ने लगाई रोक:हिन्दू संगठनों ले किया था विरोध, अश्लील गाने बजाने और फूहड़ता का लगाया था आरोप
लखीमपुर में हिंदू संगठनों ने शहीद नसीरुद्दीन मैदान में आयोजित होने वाले गरबा नाइट कार्यक्रम का कड़ा विरोध किया। संगठनों का कहना है कि पूर्व में हुए आयोजनों में गरबा के नाम पर अश्लीलता परोसी गई और भक्ति गीतों की जगह फूहड़ गाने बजाए गए, जो हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। सर्व हिंदू संगठन व सर्व हिंदू समाज ने एसडीएम अश्वनी सिंह को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि या तो कार्यक्रम रद्द किया जाए अथवा धार्मिक स्वरूप में आयोजित हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यक्रम में केवल धार्मिक भजन-कीर्तन हों, मंच पर मां दुर्गा का बैनर लगाया जाए, कोई भी अश्लील नृत्य न हो और मुस्लिम समुदाय का कोई व्यक्ति कार्यक्रम में शामिल न हो। शाम को मैदान में जमाकर संगठनों के लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोग मौजूद रहे। विरोध करने पहुंचे कार्यकर्ताओं ने बताया- 25 सितम्बर को हुए गरबा नाइट में खुलेआम शराब पीने के वीडियो सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा- गरबा, डांडिया और जागरण जैसे आयोजन सांस्कृतिक और गरिमामयी होते हैं, लेकिन शहर में गरबा नाइट्स के नाम पर अश्लीलता परोसी जा रही है। इससे समाज में गलत संदेश जा रहा है।कार्यकर्ताओं ने हाथों में एक बैनर भी लिया जिस पर ‘मुजरा नाइट्स’ लिखा था। शाम को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर हनुमान जी की तस्वीर रखकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। प्रशासन से बिना अनुमति चल रहे इस आयोजन को बंद कराने की मांग की।
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