झांसी में पति के एनकाउंटर के बाद पत्नी की मौत:बदमाश से की थी लव मैरिज, अंतिम संस्कार रुकवाकर बहन ने पुलिस बुलाई

झांसी में पति के एनकाउंटर के बाद पत्नी की मौत हो गई। दोनों ने 5 साल पहले लव मैरिज की थी। 14 दिन पहले छात्रा को अगवा कर मोबाइल लूटने के मामले में पुलिस ने पति के पैर में गोली मारी थी। अभी वो जेल में बंद है। आज शुक्रवार को ससुराल वाले अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे। तभी महिला के मायके वाले पहुंच गए और हंगामा करते हुए बहन ने पुलिस बुला ली। बहन ने कहा- ससुराल वाले कह रहे हैं कि टीबी की बीमारी से मौत हुई है। मगर बहन को टीबी नहीं थी। उसके साथ ससुराल वाले मारपीट करते थे। मौत का सही पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम करवा रहे हैं। पूरा मामला नवाबाद थाना क्षेत्र के गुमनावारा का है। अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए सहेली के जरिए दोस्ती हुई, फिर प्यार चित्रा चौराहा निवासी कीर्तिका रायकवार ने बताया- सहेली के जरिए मेरी बहन प्रियंका (27) की दोस्ती गुमनावारा निवासी विजय परिहार से हो गई थी। कुछ समय बाद दोनों में अफेयर हो गया। 5 साल पहले दोनों परिवारों की सहमति ने प्रियंका और विजय ने मंदिर में शादी कर ली। उनका 4 साल का एक बेटा है। आरोप है कि जीजा विजय ऑटो चलाता था। वेबजह वो बहन के साथ मारपीट करता था। उसकी हरकते भी ठीक नहीं थी। 17 सितंबर की रात को विजय ऑटो में बैठी एक छात्रा को सुनसान जगह पर ले गया और मोबइल लूट लिया था। 19 सितंबर को पुलिस ने विजय का एनकाउंटर कर दिया था। उसके पैर में गोली लगी थी। इसके बाद उसे जेल भेज दिया था। इसके बाद से बहन ससुराल वालों के साथ रह रही थी। बहन बीमार थी, इलाज नहीं कराया कीर्तिका ने आगे बताया- बहन प्रियंका बीमार थी। पति के जेल जाने के बाद ससुराल वालों ने इलाज नहीं कराया। गुरुवार को भी प्रियंका का फोन आया था। कह रही थी कि आ जाओ, तबीयत खराब है। मुझे शुक्रवार सुबह जाना था। उससे पहले रात करीब 1 बजे फोन आया कि प्रियंका की मौत हो गई। हम लोग आज सुबह पहुंचे तो अंतिम संस्कार की तैयारी कर रही थी। पूछने पर बोले कि टीबी से मौत हो गई। जबकि बहन को टीबी की बीमारी नहीं थी। ये लोग झूठ बोल रहे है। आरोप है कि मारपीट की वजह से सबकुछ हुआ है। इसलिए फोन कर पुलिस को बुला लिया। अब पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही है। 6 महीने से टीबी की बीमारी थी मृतका के जेठ अर्जुन सिंह ने बताया- बहू प्रियंका को टीबी की बीमारी थी। 6 महीने से उसकी हालत ज्यादा खराब थी। उनका इलाज चल रहा था। पति के जेल जाने के बाद परेशान रहती थी। गुरुवार रात को बहू की मौत हो गई। मायके वाले अब झूठे आरोप लगा रहे हैं। प्रियंका 5 बहनों में सबसे बड़ी थी। एक छोटा भाई है। भाई और 4 बहनों की शादी हो चुकी है। पिता देवीदास दिव्यांग है। छात्राओं को सुनसान जगह पर ले गया था प्रतापगढ़ के महेशगंज थाना क्षेत्र के टेंडा गांव निवासी प्रियांशी सोनकर झांसी में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। वो करगुंआजी में किराए से रहती है। 17 सितंबर रात वह लखनऊ इंटरसिटी से झांसी स्टेशन पहुंची। ऑटो से रूम पर जा रही थी। बस स्टैंड पर ऑटो से सभी सवारी उतर गई। तब चालक ने दूसरी ऑटो में बैठा दिया। वो उस ऑटो में अकेले बैठ गई। अकेला पाकर ऑटो चालक उसे भगवंतपुरा की ओर सुनसान रास्ते पर ले जाने लगा। यह देख छात्रा विरोध करते हुए शोर मचाने लगी और मोबाइल निकालकर अपने दोस्तों को फोन करने लगी। इस दौरान चालक से हाथापाई भी हुई। आरोपी ने मोबाइल छीन लिया। तब आसपास मकान देखकर छात्रा ने चालक का कॉलर खींच दिया। ऑटो रुकने पर छात्रा उतरकर भाग निकली और लोगों से मदद मांगी। तब आरोपी ऑटो मोड़कर भाग गया था। छात्रा ने पुलिस को सूचना देते हुए केस दर्ज कराया था। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपी की पहचान गुमनावारा निवासी विजय परिहार पुत्र मनोज के रूप में की। 19 सितंबर की रात को पुलिस ने घेराबंदी की तो विजय ने गोली चला दी। काउंटर अटैक में उसके पैर में गोली लगी थी। विजय मूलरूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के दिनारा का रहने वाला है।

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